Move to Jagran APP

उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के 293 गांव बाढ़ से प्रभावित, बचाव और राहत कार्यों में लगीं 16 टीमें

यूपी में लखीमपुर खीरी के पलिया कला में शारदा बलिया के तुर्तीपार क्षेत्र में सरयू और गोरखपुर के बर्डघाट व श्रावस्ती के राप्ती बैराज में राप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 31 Jul 2020 11:59 PM (IST)Updated: Fri, 31 Jul 2020 11:59 PM (IST)
उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के 293 गांव बाढ़ से प्रभावित, बचाव और राहत कार्यों में लगीं 16 टीमें
उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के 293 गांव बाढ़ से प्रभावित, बचाव और राहत कार्यों में लगीं 16 टीमें

लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के 12 जिलों के 293 गांव बाढ़ से प्रभावित हैं। लखीमपुर खीरी के पलिया कला में शारदा, बलिया के तुर्तीपार क्षेत्र में सरयू और गोरखपुर के बर्डघाट व श्रावस्ती के राप्ती बैराज में राप्ती नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। बाढ़ प्रभावित जिलों में राहत और बचाव कार्यों में राष्ट्रीय व राज्य आपदा मोचक बलों (एनडीआरएफ, एसडीआरएफ) तथा पीएसी की कुल 16 टीमें तैनात की गई हैं, जबकि इस दैवी आपदा से प्रभावित लोगों के इलाज के लिए 151 मेडिकल टीम लगाई गई हैं।

loksabha election banner

राहत आयुक्त संजय गोयल ने शुक्रवार को कहा कि वर्तमान में उत्तर प्रदेश के सभी तटबंध सुरक्षित हैं। बाढ़ की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा रही है। बाढ़ और अत्यधिक बारिश में बचाव व राहत कार्यों के लिए शासन की ओर से विस्तृत दिशानिर्देश जारी किए जा चुके हैं। उन्होंने बताया कि बाढ़ की आपदा से निपटने के लिए प्रदेश में 94 बाढ़ शरणालय और 636 बाढ़ चौकियां स्थापित की गई हैं। बाढ़ पीडि़त परिवारों को अब तक राहत सामग्री के तहत 4,646 खाद्यान्न किट, 1125 फूड पैकेट व 24,106 मीटर तिरपाल का वितरण किया जा चुका है। प्रदेश में 14 पशु शिविर स्थापित किये गए हैं, जबकि 3,65,881 पशुओं का टीकाकरण भी किया गया है।

हेल्पलाइन नंबर 1070 पर दें बाढ़ की सूचना : राहत आयुक्त संजय गोयल ने बताया कि दैवी आपदाओं से निपटने के लिए जिला और राज्य स्तर पर आपदा नियंत्रण केंद्र की स्थापना की गई है। किसी को भी बाढ़ या अन्य आपदा को लेकर कोई भी समस्या होती है तो वह जिला आपदा नियंत्रण केंद्र या राज्य स्तरीय कंट्रोल हेल्पलाइन नंबर-1070 पर फोन कर संपर्क कर सकता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.