Terrorists in UP: सफेद रंग की कार से होती थी असलहों की सप्लाई, आमिर के साथी की ससुराल से हुई बरामद
Terrorists in UP आतंक फैलाने के लिए इसी कार से आमिर और उसका रिश्तेदार हुमेदुर अपने साथियों को असलहे पहुंचाते थे। बरामद कार हुमेदुर के पिता उसैदुर्रहमान निवासी प्रयागराज वसीबाग के नाम से है।खुफिया एजेंसियां लखनऊ प्रयागराज और पश्चिमी यूपी के टोल प्लाजा की खंगाल रहीं फुटेज।
लखनऊ, [सौरभ शुक्ला]। Terrorists in UP: दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और यूपी एटीएस द्वारा लखनऊ के मवैया प्रेमवतीनगर से गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकी आमिर जावेद के रिश्तेदार हुमेदुर रहमान की ससुराल में एक सफेद रंग की कार मिल गई है। इस कार से आतंकी असलहों की सप्लाई करते थे। आतंक फैलाने के लिए इसी कार से आमिर और उसका रिश्तेदार हुमेदुर अपने साथियों को असलहे पहुंचाते थे।
बरामद कार हुमेदुर के पिता उसैदुर्रहमान निवासी प्रयागराज वसीबाग के नाम से है। शुक्रवार को हुमेदुर रहमान की गिरफ्तारी के बाद खुफिया विभाग की टीमें अब यह जानकारी जुटाने में लगी हैं कि आतंकियों ने असलहे कहां-कहां छिपाए हैं। माना जा रहा है कि हुमेदुर रहमान की गिरफ्तारी के बाद आइएसआइ और अंडरवल्र्ड से जुड़े कई और चौंकाने वाले राज सामने आएंगे। हुमेदुर लखनऊ से पकड़े गए संदिग्ध आतंकी आमिर के बहनोई का बड़ा भाई है। उसकी ससुराल कानपुर के रोशन नगर में है। एटीएस की पड़ताल में पता चला है कि हुमेदुर ही गिरोह का मास्टरमाइंड है। उसने ही जीशान और ओसामा को ट्रेनिंग के लिए पाकिस्तान भेजा था।
प्रयागराज, कानपुर, लखनऊ और पश्चिमी यूपी के टोल प्लाजा की पड़ताल : खुफिया एजेंसियों की टीमें अब प्रयागराज से लेकर कानपुर, लखनऊ और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के टोल प्लाजा के सीसी कैमरे खंगाल रही हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि असलहों की सप्लाई में प्रयोग की गई कार किस टोल प्लाजा से कितनी बार निकली है? किस दिशा में गई है? और कार का रूट क्या रहा है? कार का रूट तय होते ही उस रूट पर पुलिस और खुफिया विभाग को सतर्क कर दिया जाएगा।