अलीगढ़ में 108 लोगों की मौत के आरोपी शराब माफिया अनिल चौधरी के कोल्ड स्टोर पर चला बुलडोजर
Aligarh Poisonous Liquor Case जेल में बंद शराब माफिया अनिल चौधरी ने 20 वर्षों में जहरीली शराब के अवैध कारोबार से 100 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की सम्पत्ति अर्जित की है। प्रशासन के द्वारा इन सभी सम्पत्तियों को चिन्हांकन कराया जा चुका है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ में जहरीली शराब से हुई मौतों के आरोपितों में शामिल माफिया अनिल चौधरी के कोल्ड स्टोर की दीवार पर प्रशासन ने बुलडोजर चलवा दिया। ये दीवार एक व्यक्ति की जमीन पर कब्जा करके बनाई गई थी। कोल्ड स्टोर में अभी आलू है। किसानों को आलू निकालने के लिए अक्टूबर तक का समय दिया है। आलू खाली होते ही प्रशासन इसे भी अपने कब्जे में ले लेगा। दूसरी ओर पुलिस मुख्य आरोपित ऋषि को कस्टडी रिमांड लेने की तैयारी कर रही है। इसके लिए कोर्ट में अर्जी दे दी है।
यह कोल्ड स्टोर कोल तहसील के गांव पींजरी में है। इससे सटी दो बीघा जमीन पर माफिया ने अवैध कब्जा कर रखा है। कुछ दिन पहले इसकी शिकायत डीएम से हुई, जिसके बाद कार्रवाई के निर्देश दिए गए। जेल में बंद शराब माफिया अनिल चौधरी ने 20 वर्षों में जहरीली शराब के अवैध कारोबार से 100 करोड़ रुपये से भी ज्यादा की सम्पत्ति अर्जित की है। प्रशासन के द्वारा इन सभी सम्पत्तियों को चिन्हांकन कराया जा चुका है। शराब माफिया द्वारा गोंडा थाना क्षेत्र के गांव पींजरी में हरिओम कोल्ड स्टोरेज के नाम से दो यूनिटें भी इसमें शामिल हैं।
माफिया के खंगाले जाएंगे बैंक खाते : शराब प्रकरण में आरोपित माफिया विपिन यादव, अनिल चौधरी, सुधीर चौधरी, ऋषि कुमार शर्मा, मुनीष शर्मा, शिवकुमार के बैंक खाते खंगाले जाएंगे। प्रशासन ने आयकर विभाग को यह जिम्मेदारी सौंपी है। साथ ही, बैंक लाकरों की भी जांच होगी। एसएसपी अलीगढ़ कलानिधि नैथानी ने बताया कि रविंद्र पर 15 हजार का इनाम रखा गया है। इसकी तलाश आसपास के जिलों में भी की जा रही है। जल्दी ही माफिया ऋषि को रिमांड लेकर पूछताछ की जाएगी।
रविंद्र यादव पर 15 हजार का इनाम : जहरीली शराब से हुई मौतों के आरोपित रविंद्र यादव पर पुलिस ने 15 हजार रुपये का इनाम घोषित किया है। इसकी तलाश में एसओजी समेत छह टीमें लगी हुई हैं। अकराबाद थाना क्षेत्र के गांव दभी में अवैध शराब की फैक्ट्री रविंद्र की जगह पर ही चल रही थी। पुलिस जांच में पता लगा है कि चुनाव के समय प्रत्याशियों के जरिए रविंद्र ने इसी फैक्ट्री से शराब की सप्लाई की थी।
जहरीली शराब में अब तक 108 लोगों की मौत : 27 मई की रात से जिले में जहरीली शराब का कहर शुरू हुआ था। लोधा, खैर, टप्पल, जवां, गभाना के बाद पिसावा, क्वार्सी, महुआखेड़ा, गांधीपार्क, अकराबाद क्षेत्र में शराब के सेवन से अब तक 108 लोग मौत के मुंह में समा चुके हैं। कई लोग अभी अस्पताल में भर्ती हैं।
यह है पूरा मामला : जहरीली शराब से मौतों का सिलसिला 27 मई की रात शुरू हुआ। लोधा क्षेत्र के गांव करसुआ में सबसे पहली मौत हुई। इसके बाद जिले में मृतकों की संख्या बढ़ती चली गई। कई ठेकों के सैंपल जांच को भेजे गए। शराब मिलावटी पाई गई। एक सैंपल में मिथाइल अल्कोहल की पुष्टि हुई, जिसके सेवन से मौत होना माना जा रहा है। माफिया की अचल संपत्ति ध्वस्त की जा रही हैं। जांच में सामने आया है कि जहरीली शराब ठेकों पर ही नहीं, परचून की दुकानों से भी बेची जा रही थी।