UP Weather Forecast: तेज बारिश से मई की भीषण गर्मी में प्रदेश वासियों राहत, अगले दो दिन बूंदाबांदी के आसार
UP Weather Forecast जम्मू कश्मीर पर बने पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेश में अगले दो दिन अलग-अलग स्थानों पर गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की आशंका है। गुठली पड़ने से पहले ही हवाओं ने 20 से 30 फीसद आम को गिरा दिया।
लखनऊ, जेएनएन। UP Weather Forecast: उत्तर प्रदेश में मई माह की भीषण गर्मी के बीच मौसम ने अचानक करवट ली है। बीती शाम जैसा कि पूर्वानुमान था राजधानी लखनऊ में धूल भरी आंधी व बादल गरजने के साथ झमाझम बारिश हुई। वहीं, प्रदेश के कुछ जगहों पर कहीं हल्की तो कहीं तेज बौछारें पड़ीं। गुरुवार को भी प्रदेश में कुछ स्थानों पर धूल भरी आंधी के साथ बौछारें पड़ने की उम्मीद है। हालांकि राजधानी में मौसम मुख्यतः साफ रहने की संभावना है। बादलों की आवाजाही से गर्मी से कुछ राहत मिल सकती है।
मौसम विभाग के अनुसार, जम्मू कश्मीर पर बने पश्चिमी विक्षोभ के चलते प्रदेश में अगले दो दिन अलग-अलग स्थानों पर गरज चमक के साथ बौछारें पड़ने की आशंका है। बीते बुधवार को सुबह से राजधानी लखनऊ में सुबह से मौसम साफ था जिसके चलते अधिकतम तापमान 37.3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान 6.5 डिग्री सेल्सियस रहा। देर शाम लखनऊ ही नहीं आगरा, अलीगढ़, हाथरस, अयोध्या, श्रावस्ती, बलरामपुर, बाराबंकी, बहराइच, हरदोई, सीतापुर, एटा, कासगंज, बदायूं, संभल, बरेली, पीलीभीत, शाहजहांपुर, बांदा, हमीरपुर, झांसी, ललितपुर व आसपास के जिलों में 50 से 60 किलोमीटर की रफ्तार से धूल भरी आंधी चली। वहीं कुछ स्थानों पर तेज आंधी के साथ बादल गरजे व बिजली चमकने के साथ बौछारें भी पड़ीं।
एक्यूआइ 116 रहा: बुधवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआइ)116 रिकॉर्ड किया गया। यह मंगलवार के मुकाबले चार यूनिट कम रहा। आगरा में एक्यूआई 59 और कानपुर में 60 रिकॉर्ड हुआ। जाहिर है कि लॉकडाउन के चलते हवाओं में प्रदूषण की स्थिति काफी बेहतर हो रही है।
बाराबंकी में आंधी-बारिश में उड़े वैवाहिक समारोह के टेंट: मौसम बुधवार की शाम को अचानक बदल गया। रात करीब आठ बजे तेज आंधी के बाद बारिश होने लगी। इससे जहां कई स्थानों पर लाइन पर पेड़ गिरने से बिजली गुल हो गई। वहीं आंधी में वैवाहिक समारोहों के टेंट उड़ गए। अफरातफरी का माहौल देखने को मिला। रामसनेहीघाट के दिलौना गांव में आंधी में धूल इतनी ज्यादा उड़ी की वैवाहिक समारोहों के भोजन को सुरक्षित बचाना मुश्किल हो गया।
सब्जियों के लिए वरदान, आम को नुकसान: पहले 50 से 60 किमी प्रति घंटे की रफतार से चली तेज हवाएं बागवानों के माथे पर चिंता की लकीरें बना ही रही थी कि रफ्तार 80 किमी प्रति घंटे हुई तो उनके माथे पर पसीना आ गया। गुठली पड़ने से पहले ही हवाओं ने 20 से 30 फीसद आम को गिरा दिया। आम बेल्ट माल व मलिहाबाद में तेज हवाओं के साथ बारिश भी हो गई। उप कृषि निदेशक डा.सीपी श्रीवास्तव ने बताया कि अनुमान के मुताबिक तेज हवाओं के साथ बारिश हुई है। आम गिरने से बागवानों को नुकसान हुआ है। इससे इतर जो नकदी सब्जी की फसल जैसे तोरई, खीरा, कद्दू व खरबूजा को फायदा होगा।