UP COVID-19 News: यूपी सहित देश भर में ऑक्सीजन प्लांट में अहम भूमिका निभाएंगे पूर्व सैनिक, यहां करना होगा जवानों को संपर्क
UP COVID-19 News कोरोना काल में अब जान बचाने की जंग में अहम भूमिका निभाएंगे पूर्व सैनिक। ऑक्सीजन प्लांट में मैकिनिकल और पैरामेडिकल बैकग्राउंड वाले पूर्व सैनिकों की मदद ली जाएगी। पूर्व सैनिक कल्याण बोर्ड ने मांगी डिटेल।
लखनऊ [निशान्त यादव]। UP COVID-19 News: कोरोना काल में ऑक्सीजन के संकट से जूझ रहे रोगियों की जान बचाने की जंग में देश के पूर्व सैनिक अहम भूमिका निभाएंगे। पीएम नरेंद्र मोदी ने देश भर में 500 से अधिक ऑक्सीजन प्लांट लगाने की घोषणा की है। उसमें मैकिनिकल और पैरामेडिकल बैकग्राउंड वाले पूर्व सैनिकों की मदद ली जाएगी। यूपी में जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास कार्यालय ने ऑक्सीजन प्लांट का अनुभव रखने वालों का ब्यौरा मांगा है। जिसे केंद्र सरकार को सौपा जाएगा।
प्रधानमंत्री ने पीएम केयर फंड से देश भर में 500 ऑक्सीजन प्लांट लगाने का जिम्मा डीआरडीओ को दिया है। यह काम तीन माह के भीतर पूरा हो जाएगा। इसे लेकर मंगलवार को दिल्ली में ग्रुप ऑफ एम्पावरमेंट की बैठक भी हुई। एक साथ इतने बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए कई जिलों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के अनुभवी टेक्नीशियन की जरूरत पड़ेगी। ऐसे में प्लांट को कम समय मे लगाने के लिए सेना की ईएमई कोर और पैरा मेडिकल से सेवानिवृत्त हुए पूर्व सैनिकों का सहयोग लिया जाएगा। ऐसे पूर्व सैनिक जो ऑक्सीजन प्लांट लगाने में अपना योगदान देना चाहते हैं। उनसे जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास कार्यालय लखनऊ ने डिटेल मांगी है।
यहां करना होगा संपर्क: वह पूर्व सैनिक जो अपने आसपास के जिलों या फिर देश मे कहीं भी जाकर ऑक्सीजन प्लांट लगवाने में योगदान देना चाहते हैं। वह अपना सर्विस नंबर, रैंक, नाम, रेजीमेंट, घर का पता, मोबाइल नंबर, ईमेल आईडी, मैकेनिकल या पैरा मेडिकल के बैक ग्राउंड की डिटेल zsalu-up@nic.in पर ईमेल कर सकते हैं। इसके अलावा कार्यालय के नंबर 7839553254 पर भी संपर्क कर सकते हैं। केंद्र व राज्य सरकार बड़े पैमाने पर ऑक्सीजन प्लांट लगाएगी।
लखनऊ जिला सैनिक कल्याण व पुनर्वास अधिकारी कर्नल ज्ञान प्रकाश शर्मा (अवकाशप्राप्त) के मुताबिक, सेना के ऑक्सीजन प्लांट के काम करने वाले दक्ष पूर्व सैनिक हैं। जिनका सहयोग ऑक्सीजन प्लांट लगाने में लिया जाएगा। हम लखनऊ सहित कई जिलों के उन पूर्व सैनिकों की डिटेल तैयार कर रहे हैं। जो इसके विशेषज्ञ हैं। यह डिटेल आगे भेजी जाएगी।।जिससे समय पर इनका सही इस्तेमाल हो सके।