Ajit Singh Murder Case in Lucknow: शूटरों के मददगारों पर 25 हजार का इनाम घोषित
Ajit Singh Murder Case in Lucknow अजीत के हत्यारों की मदद करने आजमगढ़ से आए थे दोनों। आशंका जताई जा रही है कि दोनों मददगार मुंबई में छिपे हैं। पुलिस की एक टीम ने मुंबई में डेरा डाला है लेकिन उनका सुराग नहीं लगा सकी है।
लखनऊ, जेएनएन। अजीत सिंह के हत्यारों के मददगारों अंकुर और बंधन पर 25-25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है। डीसीपी पूर्वी संजीव सुमन ने दोनों को इनामी घोषित किया है। अजीत सिंह के हत्यारों को मदद पहुंचाने के लिए दोनों लाल रंग की गाड़ी से छह जनवरी को आजमगढ़ से लखनऊ आए थे। विभूतिखंड पुलिस दोनों आरोपितों की तलाश कर रही है।
आशंका जताई जा रही है कि दोनों मददगार मुंबई में छिपे हैं। पुलिस की एक टीम ने मुंबई में डेरा डाला है, लेकिन उनका सुराग नहीं लगा सकी है। पुलिस ने वह गाड़ी बरामद कर ली थी, जिससे दोनों आए थे। यह गाड़ी रोहतास प्लूमेरिया में खड़ी की गई थी। उधर, पुलिस ने अभी तक घायल शूटर के मददगार पूर्व सांसद और नर्सिंग होम संचालक के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। खास बात यह है कि दोनों का नाम तक लेने से पुलिस अधिकारी कतरा रहे हैं।
सूत्रों का कहना है कि पुलिस के पास दोनों के खिलाफ मजबूत साक्ष्य मिले हैं, लेकिन दबाव होने के कारण कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। माना जा रहा है कि लखनऊ पुलिस शासन से निर्देश मिलने का इंतजार कर रही है। गैंगवार जैसे संगीन मामले में पुलिस की हीलाहवाली से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। बताया जा रहा है कि आजमगढ़ जेल में बंद कुंटू सिंह और तिहाड़ जेल में बंद गिरधारी से पुलिस पूछताछ करेगी।
पंचायत चुनाव में वर्चस्व की साजिश की बात आई सामने
इस पूरे मामले को आगामी पंचायत चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। सूत्रों का कहना है कि अजीत को किनारे करने के बाद अब कुंटू और गिरधारी अपने किसी खास को ब्लॉक प्रमुख का चुनाव लड़वाएगा। अजीत की हत्या करने के बाद आरोपित मऊ, आजमगढ़ और पूर्वांचल के कुछ जिलों में अपना प्रभाव जमाना चाहते हैं। पंचायत चुनाव में वर्चस्व की साजिश की बात उजागर होने के बाद मऊ पुलिस और खुफिया एजेंसियों को अलर्ट कर दिया गया है।