Move to Jagran APP

UPSSC कराने जा रहा समूह 'ग' में बंपर भर्ती, साल भर में भरें जाएंगे 50 हजार रिक्त पद, जानिए पूरी डिटेल

Sarkari Naukri in Uttar Pradesh यूपी में भर्तियों में तेजी लाने के लिए उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग अब दो चरणों में परीक्षाएं आयोजित करने जा रहा है। आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा की योजना और पाठ्यक्रम तय कर उसे शासन की मंजूरी के लिए भेज दिया है।

By Umesh Kumar TiwariEdited By: Published: Fri, 15 Jan 2021 07:15 AM (IST)Updated: Fri, 15 Jan 2021 05:18 PM (IST)
UPSSC कराने जा रहा समूह 'ग' में बंपर भर्ती, साल भर में भरें जाएंगे 50 हजार रिक्त पद, जानिए पूरी डिटेल
यूपी में पंचायत चुनाव और यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के बाद समूह 'ग' की बंपर भर्तियां होंगी।

लखनऊ [राज्य ब्यूरो]। उत्तर प्रदेश में पंचायत चुनाव और यूपी बोर्ड की हाईस्कूल व इंटरमीडिएट परीक्षा के बाद समूह 'ग' की बंपर भर्तियां होंगी। उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग (यूपीएसएसएससी) की मंशा इस साल तकरीबन 50 हजार भर्तियां करने की है। इन भर्तियों के लिए आयोग कमर कस रहा है। नए साल में द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली अपनाने के लिए आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा की योजना और पाठ्यक्रम का प्रस्ताव तैयार कर उसे मंजूरी के लिए शासन को भेज दिया है।

loksabha election banner

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के पास पिछले वर्ष विभिन्न विभागों में समूह 'ख' के रिक्त लगभग 35,000 पदों पर भर्ती के लिए अधियाचन आए थे। सरकार ने पिछले वर्ष 31 अगस्त को सरकारी गजट में उत्तर प्रदेश लोक सेवा (आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण) अधिनियम, 2020 को अधिसूचित करते हुए इसे सभी सरकारी भर्तियों में लागू करने के लिए गत वर्ष आठ सितंबर को शासनादेश जारी किया था। इस अधिनियम को सरकारी भर्तियों में एक फरवरी, 2019 से प्रभावी माना गया है।

लिहाजा आयोग ने संबंधित विभागों को उनके अधियाचन वापस भेजते हुए उनमें उत्तर प्रदेश लोक सेवा (आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए आरक्षण) अधिनियम, 2020 के अनुसार भी आरक्षण का प्राविधान कर संशोधित अधियाचन देने के लिए कहा था। आयोग को अब तक विभिन्न विभागों से लगभग 25,000 रिक्त पदों के लिए अधियाचन मिल गए हैं, जिनमें से तकरीबन 15 हजार पदों के लिए भेजे गए संशोधित अधियाचन परीक्षण के बाद सही पाए गए हैं या फिर उनमें कुछ कमियां हैं जिन्हें विभागों को दूर करने के लिए कहा जा रहा है।

प्रारंभिक परीक्षा की योजना व पाठ्यक्रम शासन को भेजा : भर्तियों में तेजी लाने के लिए आयोग अब दो चरणों में परीक्षाएं आयोजित करने जा रहा है। पहले चरण में अभ्यर्थियों की स्क्रीनिंग के लिए प्रारंभिक परीक्षा होगी। आयोग ने प्रारंभिक परीक्षा की योजना और पाठ्यक्रम तय कर उसे शासन की मंजूरी के लिए भेज दिया है। प्रारंभिक परीक्षा दो घंटे की होगी, जिसमें 100 बहुुविकल्पीय प्रश्न होंगे। प्रत्येक गलत उत्तर देने पर सही जवाब के चौथाई अंक कटेंगे।

प्रारंभिक परीक्षा अप्रैल अंत में संभावित : उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने बताया कि प्रारंभिक परीक्षा में 25 लाख से 30 लाख अभ्यर्थियों के शामिल होने की संभावना है। इतनी बड़ी संख्या में अभ्यर्थियों की परीक्षा कराने में प्रशासन की अहम भूमिका होती है। लिहाजा प्रारंभिक परीक्षा पंचायत चुनाव और यूपी बोर्ड परीक्षा के बाद कराने की मंशा है। मौजूदा हालात में प्रारंभिक परीक्षा अप्रैल अंत में कराये जाने की संभावना है।

मुख्य परीक्षा के लिए बनायी जा रहीं मास्टर कैटेगरी : प्रारंभिक परीक्षा के आधार पर शार्टलिस्ट किये जाने वाले अभ्यर्थियों के लिए आयोग मुख्य परीक्षा आयोजित करेगा। प्राप्त हो रहे अधियाचनों के आधार पर आयोग समान शैक्षिक योग्यता वाले पदों के समूह (मास्टर कैटेगरी) बना रहा है। मास्टर कैटेगरी बनाकर सारे अधियाचनों को उनमें वर्गीकृत किया जाएगा। फिर प्रत्येक समूूह की मुख्य परीक्षा आयोजित की जाएगी।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.