प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी KGMU में कोरोना योद्धाओं से करेंगे बात, PMO से जुड़ेंगे लखनऊ के 16 अस्पताल
PM Modi Corona Warriors VC 16 जनवरी को प्रधानमंत्री कार्यालय से ऑनलाइन जुड़ेंगे लखनऊ के 16 अस्पताल। किसी एक या दो हेल्थ वर्कर को पीएम से बात करने का मिलेगा मौका। कनेक्टिविटी सिस्टम को दुरुस्त करने में लगा केजीएमयू।
लखनऊ, जेएनएन। PM Modi Corona Warriors VC: इस बार नए साल पर राजधानी लखनऊ के कोरोना योद्धाओं को 16 जनवरी को डबल तोहफा मिलेगा। उन्हें जहां सरकार सबसे पहले मुफ्त वैक्सीन की डोज देगी, वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लाइव सुनने व उनसे बात करने का मौका भी मिलेगा। इसको लेकर किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी (केजीएमयू) के डॉक्टरों और कर्मचारियों में उत्सुकता बढ़ गई है।
शहर के 61 अस्पतालों में वैक्सीनेशन सेंटर बनाए गए हैं। इनमें से 16 अस्पतालों को 16 जनवरी को प्रधानमंत्री कार्यालय से ऑनलाइन जोड़ा जाएगा। इस दौरान प्रधानमंत्री कोरोना योद्धाओं से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिये रूबरू होंगे। मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय से पीएमओ से लाइव जुड़ने वाले केंद्रों की सूची भेज दी गई है। 16 में से सिर्फ एक केंद्र पर बोथ-वे सिस्टम होगा। इस सेंटर के लाभार्थी न सिर्फ पीएम का संदेश सुन सकेंगे, बल्कि यहां के किसी एक या दो हेल्थ वर्कर को बात करने का मौका भी मिलेगा। वहीं, शेष 15 केंद्रों पर पीएम का लाइव संदेश सुनने की सुविधा होगी।
कनेक्टिविटी सिस्टम को दुरुस्त करने में लगा केजीएमयू
ऐसे में केजीएमयू के कलाम सेंटर के चतुर्थ तल पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग सिस्टम को अपडेट किया जा रहा है। यहां रूम नंबर 408 में केजीएमयू की आइटी सेल की टीम व सीएमओ दफ्तर का स्टाफ कनेक्टिविटी सिस्टम को दुरुस्त करने में लगा है। केजीएमयू के कुलपति लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डॉ. विपिन पुरी ने कहा कि अभी दिल्ली से दूरभाष पर बात हुई है। आधिकारिक पत्र आना बाकी है। पीएम से लाइव जुडऩे के लिए संस्थान के कलाम सेंटर में आईटी सेल तैयारी कर रही है।
दूसरे चरण में 27 हजार फ्रंट वर्करों को लगेगी वैक्सीन
दूसरे चरण के वैक्सीन लाभार्थियों की संख्या भी जुटा ली गई है। राजधानी में पहले चरण में करीब 51 हजार स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं का टीकाकरण होगा। ये लक्ष्य तीन दिनों में पूरा किया जाएगा। दूसरे चरण में 27,300 फ्रंट वर्करों को टीके लगेंगे। ये लक्ष्य दो दिनों में पूरा किया जाएगा। फ्रंट लाइन वर्कर की संख्या अभी बढ़ सकती है।