सीतापुर में निघासन विधायक शशांक वर्मा पर पथराव, 11 नामजद 50 अज्ञात पर मुकदमा, तीन गिरफ्तार
सीतापुर लखीमपुर खीरी के निघासन के भाजपा विधायक शशांक वर्मा पहुंचे नैमिषारण्य देर रात ही स्थानीय लोगों ने किया पथराव। मामले में 11 लोगों के विरुद्ध नामजद और 50 के विरुद्ध अज्ञात में मुकदमा लिखाया है ।
सीतापुर, जेएनएन। उत्तर प्रदेश के सीतापुर में शनिवार देर रात नैमिषारण्य पहुंचे लखीमपुर खीरी के निघासन के भाजपा विधायक शशांक वर्मा पर स्थानीय लोगों ने कब्जेदारी को लेकर पथराव कर दिया। इस बीच गनर ने विधायक को सुरक्षित किया और पुलिस को खबर की। कुछ ही देर में मौके पर थानाध्यक्ष विनोद मिश्र पुलिस बल के साथ पहुंचे। मामले में पुलिस की मौजूदगी में दोनों पक्षों में बात चल ही रही थी कि तब तक एएसपी दक्षिणी, एसडीएम सीओ व अन्य अधिकारी भी पहुंच गए थे।
अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि इस मामले में विधायक के बड़े भाई जिला अस्पताल के डॉ. इंद्र सिंह वर्मा ने 11 लोगों के विरुद्ध नामजद और 50 के विरुद्ध अज्ञात में मुकदमा लिखाया है। पुलिस ने नामजद आरोपितों में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इसमें रामऔतार, भगवानदीन व दिनेश हैं। अन्य व्यक्ति की गिरफ्तारी के लिए पुलिस दबिश दे रही है।
ये है पूरा मामला
बताया जा रहा है कि विधायक शशांक वर्मा नैमिष तीर्थ के अहोबिल मठ के पास स्थित लोक कल्याण ट्रस्ट रावत पुरा सरकार के संरक्षक हैं। वह समर्थकों के साथ ट्रस्ट आश्रम पहुंचे थे। इस दौरान विधायक के साथ आए लोगों ने ट्रस्ट गेट के बाहर पड़ी आसपास के लोगों की मकान निर्माण सामग्री को वहां पर रहने वाले लोगों से हटाने की बात कही। जिस पर कुछ ही देर में दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी। कहासुनी ज्यादा बढ़ने पर मोहल्ले के लोगों ने विधायक के काफिले पर पथराव शुरू कर दिया। विधायक ने पुलिस को सूचना दी और मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा।
हिरासत में लिए गए 10 आरोपित
नैमिष थाना अध्यक्ष विनोद मिश्र ने बताया कि इस मामले में 10 लोगों को हिरासत में लिया है। पूछताछ चल रही है।
यह है मामला
बताया जा रहा है कि विधायक शशांक वर्मा नैमिष तीर्थ के अहोबिल मठ के पास स्थित लोक कल्याण ट्रस्ट रावत पुरा सरकार के संरक्षक हैं। वह समर्थकों के साथ ट्रस्ट आश्रम पहुंचे थे। इस दौरान विधायक के साथ आए लोगों ने ट्रस्ट गेट के बाहर पड़ी आसपास के लोगों की मकान निर्माण सामग्री को वहां पर रहने वाले लोगों से हटाने की बात कही। जिस पर कुछ ही देर में दोनों पक्षों में कहासुनी होने लगी। कहासुनी ज्यादा बढ़ने पर मोहल्ले के लोगों ने विधायक के काफिले पर पथराव शुरू कर दिया। विधायक ने पुलिस को सूचना दी और मौके पर भारी संख्या में पुलिस बल पहुंचा।
क्या कहते है एएसपी?
एएसपी दक्षिणी नरेंद्र प्रताप सिंह ने बताया कि विधायक अपने परिवार के साथ ट्रस्ट आश्रम पहुंचे थे। यहां मकान गेट के बाहर स्थानीय लोगों द्वारा लगाई गई निर्माण सामग्री को हटाने को लेकर दोनों पक्षो में विवाद होने लगा। विवाद बढ़ने पर स्थानीय लोगों द्वारा पत्थरबाजी की भी बातें सामने आयी हैं।