Barabanki Case: संदिग्धों से पूछताछ कर रही पुलिस, गांव में दहशत का माहौल: राजनीतिक दल भी सक्रिय
Barabanki Physical Abuse Case बाराबंकी में दुष्कर्म के बाद किशाेरी की हत्या का मामला गांव में तैनात है पुलिस बल। सतरिख थाना क्षेत्र के एक गांव में धान काटने गई एक किशोरी का शव बुधवार की शाम खेत में मिला था।
बाराबंकी, जेएनएन। सतरिख थाना क्षेत्र में दुष्कर्म के बाद किशोरी की हत्या मामले के राजफाश के लिए पुलिस ने छह युवकों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। दो युवक अभी भी पुलिस की हिरासत में हैं। उधर, गुरुवार को शव का अंतिम संस्कार कराए जाने के बाद गांव के हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। ग्रामीण दहशत में हैं और एहतियातन पुलिस बल तैनात है। राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गई है।
सतरिख थाना क्षेत्र के एक गांव में धान काटने गई एक किशोरी का शव बुधवार की शाम खेत में मिला था। मौके से मिले साक्ष्य हैवानियत किए जाने की ओर संकेत कर रहे थे। मृतका के पिता ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था। गुरुवार को पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दुष्कर्म की पुष्टि होने के बाद मुकदमे में इससे संबंधित धाराओं की बढ़ोतरी की गई है। परिवारजनों को समझा-बुझाकर पुलिस प्रशासन ने अंतिम संस्कार तो करा दिया, लेकिन गांव में हालात सामान्य नहीं हो सके हैं। भारी संख्या में पुलिस बल की गांव में मौजूदगी है। लोग दहशत में हैं और घर से निकलने में कतरा रहे हैं।
राजफाश की जल्दबाजी में पुलिस
दुष्कर्म के बाद हत्या के इस मामले का पुलिस जल्द से जल्द राजफाश कर देना चाहती है। पुलिस ने गुरुवार की रात गांव के ही छह लोगों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। इनमें से दो लोग अभी भी हिरासत में हैं। गांव में चर्चा है कि पुलिस राजफाश की जल्दबाजी में गांव के ही लोगों को फंसाना चाहती है।
मदद नहीं सिर्फ मिल रहा आश्वासन
पीड़ित परिवार मजदूरी करके जीवन यापन करता है। 14 अक्टूबर को वारदात के बाद अफसर और विभिन्न दलों के नेताओं का गांव पहुंचना जारी है। यह लोग पीड़ित परिवार को मदद का आश्वासन तो दे रहे हैं, लेकिन अब मिला कुछ भी नहीं है। जबकि, परिवार के पास दो वक्त की रोटी की भी व्यवस्था नहीं है।
बालिग बताने पर उठे सवाल
पुलिस की ओर से जारी बयान में मृतका को युवती बताए जाने पर सवाल उठने लगे हैं। वायरल वीडियो में किशोरी के पिता ने बताया कि उनकी बेटी की उम्र सत्रह साल है। पुलिस उसकी उम्र ज्यादा बता रही है।
राजनीतिक दलों ने बढ़ाई सक्रियता
वारदात के बाद में गांव में राजनीतिक दलों की सक्रियता बढ़ गई है। गुरुवार को सांसद उपेंद्र सिंह रावत ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार को न्याय भरोसा दिलाया। कांग्रेस नेता तनुज पुनिया, सपा विधायक गौरव रावत और भीम आर्मी के कार्यकर्ता पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे थे। तनुज पुनिया गांव भी गए थे और पीड़ित परिवार के साथ होने की बात कही थी। शुक्रवार को बसपा नेता सुरेश चंद्र गौतम, विजय गौतम और कांग्रेस नेता सुरेश वर्मा ने गांव पहुंचकर पीड़ित परिवार से मुलाकात की है। बताया जा रहा है कि मृतका के पिता को बसपा नेता दोपहर करीब बारह बजे थाने ले जाने की बात कहते हुए साथ ले गए हैं। कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा व प्रदेश प्रवक्ता तनुज पुनिया के दोपहर करीब दो बजे गांव पहुंचने की बात कही जा रही है।