बैंक खाता व अभिलेख सत्यापन में पकड़ा गया 'अनामिका' का फर्जीवाड़ा, 25 जनपदों में फर्जी नियुक्ति लेकर हड़पा था मानदेय
यूपी के करीब 25 जनपदों में फर्जी नियुक्ति लेकर मानदेय हड़पने वाली शिक्षिका का अंबेड़करनगर पकड़ा गया फर्जीवाड़ा।
अंबेडकरनगर, जेएनएन। प्रदेश के करीब 25 जनपदों के कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालयों फुलटाइम विज्ञान शिक्षिका के पद पर नियुक्ति हासिल कर मानदेय डकारने वाली अनामिका शुक्ला के फर्जीवाड़े का अंबेडकरनगर और बागपत के बैंक की सक्रियता ने भंडाफोड़ किया।
नियुक्ति दिए जाने के बाद उक्त शिक्षिका के अभिलेखों का सत्यापन करने के लिए बेसिक शिक्षा विभाग ने शैक्षिक मूल प्रमाणपत्रों की मांग की। इसके अलावा मानदेय भुगतान के लिए विभाग ने जनपद स्तर पर विकास भवन के पंजाब नेशनल बैंक में खाता खुलवाने को निर्देशित किया। वजह इसी बैंक में कस्तूरबा के अन्य कर्मचारियों का मानदेय दिया जाता है। इसी बीच शिक्षिका ने मानदेय लेने के लिए बैंक खाता ट्रांसफर करने के लिए आवेदन किया। इसमें चार माह का वक्त बीत गया और शिक्षिका को विभाग ने जनवरी माह तक मानदेय भी भुगतान कर दिया। हालांकि मूल अभिलेख नहीं मिलने और खाता ट्रांसफर नहीं होने से विभाग ने मानदेय भुगतान पर रोक लगा दी। इसी बीच बागपत के बैंक में विभिन्न जिलों से कस्तूरबा गांधी विद्यालयों से उक्त शिक्षिका के नाम पर मानदेय आने पर गड़बड़ी का संदेह जताया। बैंक कर्मियों ने तस्दीक करने के लिए अंबेडकरनगर के बालिका शिक्षा के जिला समन्वयक डॉ. हरिश्चंद्र शुक्ल से संपर्क साधा। इसके बाद गड़बड़ी की परतें खुलने लगी। इसपर बीएसए कार्यालय ने मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी। प्रदेश स्तर पर नियुक्ति में फर्जीवाड़ा कर मानदेय डकारने का खेल पकड़ा गया। आरोपित शिक्षिका को गत वर्ष अक्टूबर माह में रामनगर शिक्षाक्षेत्र के कस्तूरबा विद्यालय में तैनाती हुई। उधर जांच का शिकंजा कसता देख आरोपित शिक्षिका फरवरी माह में सेवा छोड़कर गायब है। अनामिका शुक्ला पुत्री सुभाषचंद्र शुक्ला ने अभिलेखों में अपना पता मैनपुरी जनपद की तहसील भोगांव और थाना बेवर दर्ज किया है।
बीएसए अंबेडकरनगर अतुल कुमार सिंह ने बताया कि शिक्षिका अनामिका शुक्ला ने मूल अभिलेख प्रस्तुत नहीं किए। फरवरी माह से मानदेय भुगतान रोक दिया गया है। आरोपित को अपना पक्ष रखने के लिए नोटिस जारी किया गया है। उपस्थित नहीं होने की दशा में वैधानिक कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।