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LockDown in UP Day-11 : CM योगी आदित्यनाथ ने कहा-हर जरूरतमंद को भोजन मिलना DM की जिम्मेदारी

LockDown in UP Day-11 बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी लोग 15 अप्रैल से भी बिना मास्क पहले घरों से न निकलें।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Sat, 04 Apr 2020 02:34 PM (IST)Updated: Sat, 04 Apr 2020 04:05 PM (IST)
LockDown in UP Day-11 : CM योगी आदित्यनाथ ने कहा-हर जरूरतमंद को भोजन मिलना DM की जिम्मेदारी
LockDown in UP Day-11 : CM योगी आदित्यनाथ ने कहा-हर जरूरतमंद को भोजन मिलना DM की जिम्मेदारी

लखनऊ, जेएनएन। LockDown in UP Day-11 : चीन से निकले कोरोना वायरस के संक्रमण पर अंकुश लगाने में दिन-रात जुटे उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को अपने सरकारी आवास पर कोर टीम के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी लोग 15 अप्रैल से भी बिना मास्क पहले घरों से न निकलें।

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कोरोना महामारी और लॉकडाउन को लेकर देश के अन्य राज्यों में अभी भले ही आपाधामी मची हो लेकिन, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ एक जिले के हाल और वहां की व्यवस्थाओं पर नजर रखे हुए हैं। वरिष्ठ अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक में योगी आदित्यनाथ ने स्पष्ट कहा कि सभी आश्रय स्थलों पर दोनों वक्त का भोजन समय से पहुंचे। यह जिलाधिकारियों की जिम्मेदारी है। जिन जिलों से सीएम हेल्पलाइन पर मदद के लिए ज्यादा फोन आएंगे, वहां के जिलाधिकारियों के बारे में लॉकडाउन के बाद फैसला किया जाएगा।

कोई भूखा न रहे

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार सुबह सरकारी आवास पर टीम 11 और 12 नोडल अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इस दौरान एक-एक व्यवस्था की जानकारी लेने के साथ ही योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सीएम हेल्पलाइन के फोन पर नहीं सुनना चाहता कि अभी भोजन नहीं पहुँचा है। भोजन पहुंचने में देरी हुई तो जिलाधिकारियों की जवाबदेही सीधे तय की जाएगी। उन्होंने कहा कि सुबह 10 से 2 बजे के बीच दोपहर का खाना और शाम को 6 से 8 बजे तक रात का खाना आश्रय स्थलों तक पहुंच जाना चाहिए। जिलाधिकारी की जिम्मेदारी है कि कोई भूखा न रहे। अब तो बिना भेदभाव के सभी तक भोजन और राशन पहुंचना चाहिए। रसोई गैस सिलेंडर की आपूर्ति भी बााधित न हो।

योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हेल्पलाइन के नंबरों की वह खुद नियमित समीक्षा कर रहे हैं। जिस जिले से ज्यादा लोगों के फोन मदद के लिए आ रहे हैं, उन जिलाधिकारियों के बारे में लॉकडाउन के बाद फैसला किया जाएगा, क्योंकि 23 करोड़ जनता का हित सरकार की प्राथमिकता है।मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि बिना भेदभाव के हर जरूरतमंद को समय से भोजन मिलना चाहिए। जिन जिलों में अब तक कम्यूनिटी किचन शुरू नहीं हुए हैं, मुख्य सचिव आज वहां के डीएम से बात कर भोजन की उपलब्धता सुनिश्चित कराएं। इसके साथ ही संबंधित डीएम की जवाबदेही भी तय करें और मुझे भी ऐसे डीएम की सूची उपलब्ध कराएं। भोजन वितरण के कार्य में गांवों में प्रधानों के अलावा नगर निकायों में पार्षदों और अन्य कर्मचारियों की भी इसमें मदद लें। एलपीजी सिलेंडर, दवा और जरूरी सामान हर किसी को मिलनी चाहिए।

कानून तोड़ने वालों से बेहद सख्ती से पेश आएं

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि लॉकडाउन के बावजूद सोशल डिस्टेंसिंग के मानकों का जानबूझकर उल्लंघन या अराजकता फैलाना सोची-समझी साजिश है। ऐसे लोगों के साथ बेहद सख्ती से पेश आएं। तबलीगी जमात में शामिल हर किसी की धर-पकड़ करें। सबके मोबाइल जब्त कर कॉल डिटेल की जांच करें। उनके सभी सामानों की भी बारीकी से जांच करें। कुछ भी आपत्ति जनक मिलने पर उनको जब्त कर लें। जिन जगहों पर ऐसे लोग ठहरे हैं उनकी सफाई और सेनिटाइजेशन पर विशेष ध्यान दें। 

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लॉकडाउन खुलने के बाद की कार्ययोजना पर भी विस्तार से चर्चा की। उन्होंने टाइमिंग और सोशल डिस्टेंसिंग पर विशेष ध्यान देने का निर्देश दिया। यह भी कहा कि प्रदेश की सीमाएं अंतरराष्ट्रीय, अंतरराज्यीय और अंतरजनपदीय हैं। इन जगहों से होने वाले मूवमेंट का भी ध्यान देना होगा। लॉकडाउन से प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर पड़ने वाले असर की भरपाई के लिए अभी से राज्य, जिला स्तरीय बैंकर्स से बात कर रणनीति तैयार करें। रोजगार मेला, विश्वकर्मा श्रम सम्मान योजना, एक जिला एक उत्पाद और माटी कला बोर्ड आदि के जरिए क्या हो सकता है इसकी भी रणनीति बना लें। ताकि हालात सामान्य होते ही इन पर अमल किया जा सके। 

लॉकडाउन खत्म होने पर भी बिना मास्क नहीं निकल सकेंगे

लॉकडाउन के 21 दिन पूरे होने के बाद 15 अप्रैल से इसे खोलने की तैयारी चल रही है। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यह भी कह चुके हैं कि लॉकडाउन हटेगा लेकिन, पाबंदियां नहीं। उनके निर्देश पर योगी आदित्यनाथ सरकार ने भी उसके लिए कमर कस ली है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यदि लॉकडाउन समाप्त होता है तो एपेडमिक एक्ट के तहत सभी को मास्क पहनना अनिवार्य होगा। प्रदेश में किसी भी व्यक्ति को बिना मास्क घर से निकलने की अनुमति नहीं होगी। इस व्यवस्था का सख्ती से पालन कराने के साथ ही प्रदेश सरकार 23 करोड़ जनता को दो-दो मास्क उपलब्ध कराने पर विचार कर रही है। इस बैठक में इस पर मंथन हुआ कि खादी के स्पेशल 66 करोड़ मास्क बनवा लिए जाएं। गरीबों को निश्शुल्क व आम जन को सस्ती दरों पर दिए जा सकते हैं। हालांकि मास्क बनवाने के संबंध में अभी कोई निर्णय नहीं लिया जा सका है।

हर जिले के हालात की ली जानकारी

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बैठक में हर जिले के हालात की जानकारी ली। उन्होंने कोरोना संक्रमित मरीजों की ज्यादा संख्या वाले जिले, लॉकडाउन के पालन, तब्लीगी जमात के लोगों पर रासुका की कार्रवाई, मुनाफाखोरों के खिलाफ कार्रवाई, स्वास्थ्य विभाग के प्रबंध आदि की भी जानकारी अधिकारियों से ली। बैठक में मुख्य सचिव आरके तिवारी, अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी, डीजीपी हितेशचंद्र अवस्थी सहित अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे। 


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