Lockdown in Lucknow Day-10 : लखनऊ का सदर बाजार इलाका पूरी तरह सील, ड्रोन कैमरे से निगरानी
जमाती यहां की एक मस्जिद में रुके हुए थे जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी का सदर बाजार इलाका पूरी तरीके से सील कर दिया गया है। यहां किसी के भी आने जाने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है। गौरतलब है कि दिल्ली की निजामुद्दीन मरकज में शामिल हुए लोग सदर बाजार की मस्जिद में रुके थे। कोरोना के संक्रमण की आशंका के चलते प्रशासन ने इस पूरे इलाके को सील कर दिया है। पुलिस यहां लाउडस्पीकर से लोगों को घर में ही रहने की हिदायत दे रही है। वहीं शुक्रवार को सभी मस्जिदों की निगरानी ड्रोन कैमरे से भी हो रही है। गौरतलब है कि उसी मस्जिद से छह विदेशी नागरिकों को भी पुलिस ने पकड़ा था।
चार मार्च से लखनऊ में थे कोरोना संक्रमित तब्लीगी जमात के 12 लोग
बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कोराेेना संक्रमित 12 लोग चार मार्च को लखनऊ आए थे। इन लोगों ने दिल्ली के निजामुददीन मरकज में शिरकत की थी। शुरूआती छानबीन में सामने आया है कि सभी तब्लीगी जमात के हैं और ये लोग अमीनाबाद के मरकज वाली मस्जिद में आयोजित जमात में शामिल होने आए थे। इस दौरान सभी वहीं पर ठहरे थे और कुछ अन्य मस्जिदों में भी गए थे। 22 मार्च को ये सदर कैंट के कसाई बाड़ा स्थित अली जान मस्जिद पहुंचे थे और तब से वही पर रुके थे।
पुलिस आयुक्त सुजीत पांडेय के मुताबिक बुधवार को पुलिस ने अलग अलग इलाकों से मस्जिदों में ठहरे लोगों को क्वारंटाइन कराया था। इन्हें भी सदर से बलरामपुर अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां शुक्रवार को इन 12 लोगों के कोरोना संक्रमित होने की पुष्टि हुई। पूछताछ में सामने आया है कि सभी सहारनपुर के रहने वाले हैं। पुलिस की टीमें इनके बारे में छानबीन कर रही हैं। इनके यात्रा का ब्यौरा निकलवाया जा रहा है। पुलिस सूत्रों का कहना है कि अमीनाबाद के मरकज वाली मस्जिद में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए थे। चार मार्च को राजधानी आने के बाद येे लोग दिल्ली गए थे। इसके बाद कुछ लोग दिल्ली में ठहर गए, जबकि अन्य वापस लखनऊ आ गए थे। पूरे प्रकरण की छानबीन के लिए खुफिया एजेंसियों को लगाया गया है। पुलिस कई बिंदुओं पर मामले की छानबीन कर रही है।
कैंट पुलिस और बड़े अधिकारियों की निगरानी पर पूरे क्षेत्र को सील किया गया है। इस पूरे क्षेत्र में 1000 लोग हैं। जॉइंट कमिश्नर क्राइम,जॉइंट कमिश्नर लॉ एंड आर्डर ,डीसीपी पूर्वी, एडीसीपी, एसएपी और कैंट पुलिस ने इलाके का निरीक्षण किया है। निरीक्षण के बाद अली जान मस्जिद के आस-पास के इलाके को सील किया गया है।
कई इलाकों में किया भ्रमण
पूछताछ में पता चला है कि तब्लीगी जमात के लोगों ने लखनऊ आने के बाद कई इलाकों में भ्रमण किया था। इनमें कैसरबाग, अमीनाबाद, चौक, सआदतगंज, बाजारखाला, मडि़यांंव, गोमतीनगर और तालकटोरा शामिल हैं। पुलिस ने गुरुवार को भी सहारनपुर के 11 लोगों को मस्जिद से पकडा था और उन्हें अस्पताल भेजा गया था। सभी के सैंपल लिए गए हैं। हालांकि अभी तक इनकी रिपोर्ट नहीं आई है। मामले की गंभीरता को देखते हुए लखनऊ पुलिस ने लोगों से घरों में रहने की अपील की है। इसके अलावा डयूटी पर मुस्तैद पुलिसकर्मियों को लॉक डाउन का उल्लंघन करने वालों से सख्ती से निपटने के लिए कहा गया है।
बुधवार को अली जान मस्जिद में रुके हुए 12 लोगों की कोरोना टेस्ट कराई गई थी। इसमें सभी 12 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। ये सभी लखनऊ के बलरामपुर अस्पताल में भर्ती हैं। कोरोनॉ पॉजिटिव लोग सहारनपुर के रहने वाले हैं। ये 12 लोग लखनऊ की जमात में शामिल हुए थे, जो वजीरगंज थाना क्षेत्र के अमीनाबाद की मरकज़ में आयोजित हुई थी। जमात में शामिल होने के लिए ये लोग 4 मार्च को सहरानपुर से लखनऊ के अमीनाबाद पहुँचे थे। ये सभी 24 मार्च को कैंट के कसाईबाड़ा स्थित जान मस्जिद में रुके थे।
ड्रोन कैमरे से हुई पुराने लखनऊ की निगरानी
कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए शुक्रवार को पुराने लखनऊ के सभी इलाकों की निगरानी ड्रोन कैमरे से हुई। हालांकि इस दौरान कोई संदिग्ध व्यक्ति या वस्तु नहीं मिली। पाटानाला, अकबरी गेट, नक्खास, चौक समेत कई इलाकों की छतों और गलियों की ड्रोन कैमरे से निगरानी हुई। एडीसीपी विकास चंद्र त्रिपाठी ने बताया कि ड्रोन कैमरे से यह देखा जा रहा है कि किसी स्थान पर भीड़ तो इकटठा नहीं हो रही। ऐसा होने पर लोगों को चिन्हित करके कार्रवाई भी की जाएगी। आगे भी ड्रोन कैमरे से चेकिंग चालू रहेगी।