Coronavirus: भ्रम नहीं कोरोना वायरस के सच पर करें विश्वास, सतर्क रहें-खुद का ऐसे करें बचाव
लखनऊ तक पहुंची विश्वास न्यूज की सच के साथी हेल्थ फैक्ट चेक मुहिम। सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं को पहचानने के दिए टिप्स।
लखनऊ, जेएनएन। चीन में शुरू हुआ कोरोना वायरस पूरी दुनिया में फैल रहा है। जितनी तेजी से यह वायरस फैला, उतनी ही तेजी से सोशल मीडिया पर भ्रामक और झूठे पोस्ट भी वायरल हो गए। कभी एक युवक के मूंह से कीड़े निकलने के वीडियो सामने आए तो कभी बताया गया कि आपको आइसक्रीम, नॉनवेज और कोल्ड ड्रिंक पीने से कोरोना हो जाएगा। सच्चाई बिल्कुल अलग है। भारत और चीन के स्वास्थ्य मंत्रालय के अलावा आप विश्व स्वास्थ्य संगठन की वेबसाइट पर कोरोना वायरस को लेकर सही जानकारी हासिल कर सकते हैं।
कोरोना वायरस ही नहीं सोशल मीडिया पर आने वाली हर गलत सूचना को आप चेक कर सकते हैं। इससे समाज के एक बड़े वर्ग को झूठी सूचनाओं और अफवाहों से रोका जा सकेगा। सोशल मीडिया पर गलत सूचनाओं की पड़ताल करने वाली विश्वास डॉट न्यूज की फेसबुक के साथ सच के साथी मुहिम दिल्ली, भोपाल, चंडीगढ़ होते हुए लखनऊ आ पहुंची। होटल ट्यूलिप इन में जागरण न्यू मीडिया और विश्वास न्यूज के सीनियर एडिटर प्रत्यूष रंजन के साथ उर्वशी कपूर ने युवाओं और महिलाओं को सोशल मीडिया पर बरती जाने वाली सावधानी के बारे में महत्वपूर्ण जानकारियां दी। साथ ही युवाओं की गलत सूचनाओं को लेकर उनके सवालों के भी जवाब दिए। विश्वास न्यूज डॉट कॉम पर युवाओं ने क्विज प्रतियोगिता में हिस्सा लिया।
जानिए यह है कोरोना वायरस
प्रत्यूष रंजन व उर्वशी कपूर ने बताया कि कोरोना वायरस उस परिवार का हिस्सा है। जो सामान्य जुकाम से लेकर सांस संबंधी गंभीर बीमारियों की वजह से बनता है। इस परिवार का सबसे नया सदस्य नोवल कोरोना वायरस (एनसीओवी ) है। इस वायरस से संक्रमित होने पर बुखार, खांसी, सांस लेने में दिक्कत जैसे लक्षण दिखायी देते हैं। संक्रमित होने पर न्यूमोनिया,गंभीर सांस की बीमारियां, किडनी फेल होने के साथ मौत हो जाती है। यह बीमारी चीन की हाल फिलहाल यात्रा करने या वहां के व्यक्ति के संपर्क में रहने से बढ़ती है।
कोरोना से बचने के लिए यह करें
खुद को साफ सुथरा रखें
- सैनिटाइजर या साबुन से अपने हाथ साफ करें
- खांसने या छींकते समय अपने मूंह-नाक को ढंककर रखे
- खांसी या सर्दी जैसी सांस की समस्या होने पर मास्क पहनें
- इंफ्लूएजा जैसी बीमारियों से पीडि़त व्यक्ति घर पर रहें। साथ ही डॉक्टर से संपर्क करें।
यह न करें
- बीमार होने पर यात्रा न करें
- बीमार या खांसी जुकाम से जूझ रहे लोगों को नजदीकी संपर्क से बचना चाहिए।
- बीमार पशुओं के संपर्क से बचें।
- बूचड़खानों जैसी जगह पर जाने से बचें।
- बेहद जरूरी नहीं है तो चीन की यात्रा पर न जाएं।
- खुले में न थूकें, इस्तेमाल नैपकीन व टिश्यू पेपर इधर उधर न फेकें।
जानिए यह भी
- 3 मीटर की दूरी खांसी, सर्दी व बुखार से ग्रसित लोगों से रखें
- 31 दिसंबर 2019 को चीन के वुहान में मिला कोरोना वायरस का पहला केस
- 80563 लोग अब तक कोरोना की चपेट में
- 74 हजार चीन के रहने वाले हैं लोग
- 8 हजार विश्व में कोरोना वायरस के शिकार
- 2699 लोगों की अब तक गई है कोरोना वायरस से जान
- 24 हजार लोग हो चुके हैं स्वस्थ्य
- 7वीं बार फैला है कोरोना वायरस
- 1960 में पहली बार सामने आया था कोरोना वायरस
- 6 बार फैला कोरोना वायरस नहीं था जानलेवा
फेक न्यूज पर सवालों के जवाब
Q: पापा ने वीडियो फारवर्ड किया जिसमें कोरोना वायरस में एक युवक के मूंह से कीड़ा निकल रहा है?
A: वायरस एक अति सूक्ष्म कीटाणु होता है। जो वीडियो वायरल हो रहा है। वह बहुत पुराना है। यह फेक है।
Q: फेमिली वाट्सअप ग्रुप पर वीडियो देखा था कि पीएम लैपटॉप बांट रहे हैं। किसी विभाग की सोशल साइट की चेकिंग कैसे करेंगे?
A: ऐसे वीडियो या लिंक के बारे में संबंधित विभाग की वेबसाइट के यूआरएल को जरूर देखना चाहिए। याद रहे कई बार हुबहू यूआरएल बनाकर भी धोखा दिया जाता है।
Q: सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल है कि चीन में जिनको कोरोना वायरस है उनको शूट किया जा रहा है। क्या यह सच है?
A: इस पर विश्वास न करें। कोरोना को लेकर बहुत सी जो फेक न्यूज चल रही हैं, उनमें से यह भी एक है।
Q: इसका नाम कोरोना वायरस कैसे पड़ा?
A: यह सातवां कोरोना वायरस है। यह नाम वैज्ञानिकों का दिया हुआ है। याद रहे कई बार वैक्सीन में भी वायरस का इस्तेमाल होता है। इसलिए जरूरी नहीं कि हर वायरस जानलेवा हो।
Q: क्या कोरोना से बचाव संभव है?
A: बिल्कुल अब तक यदि दो हजार से ज्यादा मौत हुई तो कई लोगों की जान भी बचायी गई है।
Q: कोरोना वुहान में परोसे गए सूप से फैला। खुद चीन में लैब में बनाया गया जिससे वृद्धजनों पर जनसंख्या नियंत्रण के लिए इस्तेमाल हो सके। क्या सोशल मीडिया की यह सूचना सच है?
A: हर सूचना के सोर्स तक जाएं। कहां पढ़ा इसे जरूर देखें। यह जानवरों से आया इसमें तो सच्चाई है। लेकिन लैब में इसे तैयार किया गया। यह बिल्कुल गलत है।
जानकारी न करें शेयर
इन दिनों सोशल मीडिया पर मैसेज आ रहे हैं कि आपकी लॉटरी खुल रही है। या केवाइसी अपडेट करना है। इसके लिए शार्ट यूआरएल का इस्तेमाल हो रहा है। जिससे लांग यूआरएल तक लाया जाता है। टीम व्यूवर जैसे एप का इस्तेमाल कर नाम रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर सहित कई जानकारी स्क्रीन हो रही हैं। इन लोक लुभावन बातों का दूसरे नंबर से पता लगाएं। जयपुर मेट्रो में 25 हजार वैकेंसी निकालने का प्रलोभन सोशल मीडिया पर दिया गया। कहा गया कि केवल मोबाइल नंबर और नाम ही ऑनलाइन दर्ज कराना होगा। फर्जी वेबसाइट पर 10 हजार युवाओं ने अपनी जानकारी शेयर कर दी।