यूपी में गांवों के रास्ते कदम जमाने चली आम आदमी पार्टी, 90 दिनों में एक लाख जगहों पर जन संवाद
दिल्ली में जीत की हैट्रिक लगाकर आत्मविश्वास से लबरेज आम आदमी पार्टी की नजर देश की राजनीति के गेमचेंजर उत्तर प्रदेश पर है। पंचायत चुनाव से इसकी शुरुआत होगी।
लखनऊ, जेएनएन। दिल्ली में जीत की हैट्रिक लगाकर आत्मविश्वास से लबरेज आम आदमी पार्टी (आप) की नजर देश की राजनीति के गेमचेंजर उत्तर प्रदेश पर है। पहले भी यहां संभावना तलाश चुकी आप ने इस दफा पूरा रोडमैप तैयार किया है। शनिवार को यहां रोड शो के बाद हुई बैठक में सांसद व प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कार्यकर्ताओं को समझाया कि हमें गांवों के रास्ते यूपी में कदम जमाने हैं। पंचायत चुनाव से इसकी शुरुआत होगी।
गांधी भवन में आयोजित बैठक को सांसद संजय सिंह और राष्ट्रीय प्रवक्ता दीपक बाजपेई ने संबोधित किया। संजय सिंह ने कहा कि उप्र अब पार्टी की सबसे बड़ी प्राथमिकताओं में से एक है। यहां 25 लाख सदस्य बनाने हैं। साथ ही अगले एक महीने में उत्तर प्रदेश की हर विधानसभा में 5000 पोस्टर लगेंगे। अगले 90 दिनों में लगभग 1,07, 000 गांवों में कार्यकर्ता जाएंगे और जन संवाद करेंगे। आम आदमी पार्टी जिला पंचायत चुनाव भी लड़ेगी।
प्रदेश प्रभारी संजय सिंह ने कहा कि दिल्ली सरकार में उप्र मूल के पांच मंत्री हैं। वह गांव-गांव जाकर अपना अभिनंदन समारोह आयोजित कराएंगे और इस तरह लोगों को जोड़कर उन्हें दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल का विकास मॉडल समझाएंगे। इस पूरे अभियान की निगरानी एक विशेष मॉनीटरिंग कमेटी करेगी। प्रदेश अध्यक्ष सभाजीत सिंह ने बताया कि 24 फरवरी से 22 मार्च तक सदस्यता अभियान चलेगा। शहरों के भी 12000 वार्डों में अभियान चलाएंगे। बैठक से पहले दिल्ली से आए नेताओं का अगुवाई में विजय जुलूस निकाला गया।
आते ही कांग्रेस को झटका, शामिल हुए जायसी
उत्तर प्रदेश में अभियान की शुरुआत के साथ ही आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को पहला झटका दिया। कांग्रेस के पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री, पूर्व एमएलसी व यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अमेठी निवासी मो. नदीम जायसी आप में शामिल हो गए। उनके साथ ही यूथ कांग्रेस के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष मनीष चौधरी, पूर्व सचिव वतन सिन्हा और धनराज सोनकर ने भी कांग्रेस छोड़ दी। नदीम ने कहा कि कांग्रेस में अब कोई विचारधारा ही नहीं है। ऐसी स्थिति में गांधी व नेहरू की विचारधारा को मानने वालों को हर दिन पार्टी में अपमानित होना पड़ रहा है। मै गांधी की विचारधारा पर आगे बढ़ काम करना चाहता हूं, इसलिए कांग्रेस को अलविदा कहा।