MahaShivratri 2020 : बम भोले...हर हर महादेव के जयकारों संग निकली शिव की बरात
शिवालयों में दिनभर भक्तों की कतार लगी रही। शिव भक्ति के उल्लास में भीगे शहर की छटा देखते ही बनी।
लखनऊ, जेएनएन। अभी शिवालयों के कपाट खुलते कि इंद्रदेव भोले के जलाभिषेक के लिए बरस गए। रिमझिम फुहारों के बीच बम-बम भोले के जयकारे लगाते शिव भक्त निकले और शिव मंदिरों में लंबी कतार लग गई। शिव भक्तों का रेला कुछ यूं उमड़ा कि शुक्रवार तड़के ही शिवालयों पर महाशिवरात्रि का मेला सज उठा। घंटे-घडिय़ाल की गूंज के बीच शिव भजनों की मधुर ध्वनि से पूरा शहर गूंज उठा। हर गुजरते पल के साथ भोले के भक्तों की भीड़ बढ़ती गई। भक्तों की अलग-अलग टोलियों की तरह ही हवा के झोंके के संग फुहारें भी आती रहीं। गेहूं की फसल के लिए अमृतमयी फुहारें पूरे दिन पड़ती रहीं। इसी तरह शिवालयों पर भी दिन भर भक्तों की कतार लगी रही। ऐसा लगा जैसे भोले की कृपा की बारिश से शिवालयों में शिव भक्तों के सैलाब उमड़ पड़ा है।
बम भोले...हर हर महादेव...के जयकारे मंदिरों में ही नहीं पूरे शहर में गूंजे। जब श्रद्धालु जलाभिषेक के लिए घर से निकलेे तो पूरे रास्ते ऊं नम: शिवाय का जाप और बम-बम का जयघोष करते दिखे। कई जगह शोभायात्रा निकालने की तैयारी में सज रही झांकियां और गाजे-बाजे के बीच बजते भजन शहर को शिवमय करते रहे। घंटे-घडिय़ालों से गुंजायमान मंदिरों में दिन भर परिक्रमा करती श्रद्धालुओं की टोली, कतारों में जल के साथ ही पूजा की थाल लिए महिला-पुरुष माहौल को अलौकिक करते रहे। मंदिरों के सामने भांग, धतूर, बेलपत्र सहित पूजन सामग्री की दुकानें भी भक्तिमय वातावरण की आभा बढ़ाती दिखीं। महाशिवरात्रि पर शुक्रवार को राजधानी के सभी शिवालयों में ऐसा ही नजारा दिखाई पड़ा। शिव भक्ति के उल्लास में भीगे शहर की छटा देखते ही बनी। अपने आराध्य का अभिषेक करने के लिए लोग मंदिरों के आगे लगी कतारों में घंटे घड़े रहे। शाम तक यह सिलसिला जारी रहा।
गाजेबाजे के साथ निकली शिव बरात
राजधानी की ऐतिहासिक शिव बरात कल्याण गिरि मंदिर से निकली तो ऐसा लगा की भक्त सड़क पर ही उतर आए हों। करीब एक किमी लंबी यात्रा में हजारों भक्त शामिल हुए। वहीं ऊंटों पर सवार भूत-प्रेत को देखने के लिए भक्तों की कतार सड़क के किनारे लगी रही। जगह-जगह भंडारे के साथ महिलाओं ने कलश यात्रा में शामिल होकर बरात को भक्तिमय बना दिया। श्री कुंएश्वर बाबा मंदिर सेवा समिति की ओर से फतेहगंज गल्ला मंडी से निकली शिव बरात में झांकियों के साथ ही थिरकते हुए श्रद्धालु भी शामिल हुए।
हजरतगंज के नरही स्थित श्री ज्ञानेश्वर ओम मंदिर से गाजेबाजे के साथ शिव बरात निकाली गई। सुभाष श्रीवास्तव के संयोजन में निकली बरात डिप्टी रघुवर दयाल लेन, मीराबाई मार्ग, ताड़ी खाना चौराहा, रामतीर्थ मार्ग, कृष्णादेवी लेन नगर महापालिका स्कूल, श्यामा चौराहा व सेठ रामजस रोड होते हुए यात्रा मंदिर पर समाप्त हुई। मुरलीनगर-हुसैनगंज शिव बरात समिति की ओर से गाजेबाजे के साथ बरात निकाली गई। विजय अग्रवाल के संयोजन में निकली बरात लाटूश रोड, शिवाजी मार्ग होते हुए वापस उदयगंज स्थित शिव मंदिर पर समाप्त हुई। आलमबाग के नया सरदारी खेड़ा में भी गाजेबाजे के साथ शिव बरात निकाली गई।
मनकामेश्वर मंदिर में डेढ़ किमी लंबी कतार
मनकामेश्वर मंदिर के कपाट आरती के साथ भोर में ही भक्तों के लिए खोल दिए गए। महंत देव्या गिरि के पूजन के साथ ही भक्तों की शुरू हुई कतार देर शाम तक लगी रही। अभिषेक के साथ खुले मंदिर के कपाट मध्यरात्रि तक खुले रहे। भीड़ को व्यवस्थित करने के लिए यहां बैरिकेडिंग इस तरह से की गई थी कि लोग लाइन से बाहर नहीं आ सके। इससे भक्तों को काफी सहूलियत हुई। बेलपत्र, पुष्प व धतूरा के साथ अन्य पूजन सामग्री की दुकानों पर भी भक्तों की भीड़ रही। मंदिर में भोर से ही कई लोग जमीन पर लेटते हुए पहुंचे। गोमती बंधे तक करीब डेढ़ किलोमीटर लंबी कतारों में खड़े श्रद्धालु तेज हवाओं व उड़ती धूल के बीच बाबा के दर्शन के लिए अपनी बारी का इंतजार करते रहे।
गंगाजल से हुआ अभिषेक
मंदिर के पास गंगा जल की एक लाख शीशियों का निश्शुल्क वितरण किया गया। मनीष गुप्ता के संयोजन में सुबह से शुरू हुआ वितरण देर शाम तक चलता रहा। गोमती बंधे पर लगे भंडारे में लोगों ने प्रसाद ग्रहण किया। नीलगिरि कॉम्प्लेक्स और मौनी बाबा मंदिर के सामने भी कांवडिय़ों के लिए ठंडाई और फलाहार का वितरण किया गया।
ब्रह्माकुमारीज परिसर में शिव ध्वजारोहण
गोमतीनगर स्थित ब्रह्माकुमारीज परिसर में ध्वजारोहण किया गया। बहन राधा ने शिव रात्रि के अर्थ के बारे में बताया और धतूरा बेलपत्र जैसे चढ़ाए जाने वाली सामग्री को बुराई का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि भगवान शंकर ने भक्तों की सुरक्षा के लिए विष ग्रहण कर लिया। इससे पहले परिसर में 108 ध्वजों को फहराया गया।
बड़ा शिवाला मेें रूद्राभिषेक
रानी कटरा स्थित बड़ा शिवाला में श्रद्धालुओं की ओर से बाबा का विशेष शंृगार किया गया। विष्णु त्रिपाठी व ऋद्धि किशोर गौड़ समेत कई श्रद्धालुओं ने बाबा का विधि विधान से अभिषेक किया। चढ़े दूध की खीर का वितरण भी किया गया। कानपुर रोड एलडीए कॉलोनी सेक्टर-एच स्थित श्री नागेश्वर धाम द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर में महाशिवरात्रि के दिन रूद्राभिषेक हुआ। सुबह से ही भक्तों का तांता लग गया था। दोपहर बाद भक्तों ने पुष्पों से रूद्राभिषेक किया मुख्य व्यवस्थापक संतोष कुमार श्रीवास्तव के संयोजन में आयोजित भक्तिमय समारोह के दौरान भगवान शिव की झांकी का मंचन किया गया। भंडारे के साथ समारोह का समापन हुआ।
भोलेनाथ की भस्म आरती
राजेंद्रनगर के द्वितीय मार्ग स्थित शिव मंदिर में उज्जैन की भांति यहां भक्तों की ओर से भस्म आरती की गई। फिर महारूद्राभिषेक के साथ मंगल भोग लगाया गया। अतुल मिश्रा के संयोजन में भोर में ही बाबा का अभिषेक शुरू हो गया। भस्म आरती के साथ ही रात्रि नौ बजे विशेष आरती के साथ प्रसाद वितरण हुआ।
बाबा को लगा छप्पन भोग
सदर स्थित द्वादश ज्योतिर्लिंग मंदिर में भोर में श्रद्धालुओं ने रुद्राभिषेक किया तो शाम को 56 महिलाओं ने छप्पन भोग लगाए। राजेश अग्रवाल के संयोजन में हुए आयोजन में कई श्रद्धालु शामिल हुए। विकासनगर स्थित श्री संकट मोचन हनुमान मंदिर सोसाइटी की ओर से शिव जाप का आयोजन किया गया। बनी स्थित श्री रेतेश्वर महादेव मंदिर में सुबह से ही भक्तों की कतार लग गई। सुबह नौ बजे से शुरू हुआ भंडारा देर रात तक चलता रहा। संदोहन देवी मंदिर स्थित शिवालय के साथ ही छोटा शिवालय के साथ ही गुलाचिन मंदिर, आलमबाग के मौनी बाबा मंदिर, इंद्रेश्वर मंदिर, तुलसी मानस मंदिर, गऊघाट स्थित शिव मंदिर के अलावा लखनऊ पॉलीटेक्निक स्थित शिव परिवार मंदिर में सुंदरकांड के समापन के साथ ही मेला लगा। आशियाना के सेक्टर-के स्थित जगदंबेश्वर महादेव मंदिर परिसर में भजन संध्या का आयोजन किया गया। हरिओम मंदिर समेत राजधानी के सभी मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना की गई।