भोजन में शामिल करें पांच तरह के पदार्थ, हमेशा रहेंगे फिट और चुस्त lucknow news
यूनीसेफ की न्यूट्रीशिनिस्ट अनुजा भार्गव ने पाठकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब के साथ हेल्थ से जुड़े कई सुझाव भी दिए।
लखनऊ, जेएनएन। स्वस्थ रहने के लिए केवल पेट भरना जरूरी नहीं। यह भी देखना होगा कि आप संतुलित भोजन ले रहे हैं या नहीं। थाली में पांच तरह के पदार्थ शामिल करें। दूध-दही और पनीर का नियमित सेवन करने के अलावा मौसमी फल अवश्य लें। दैनिक जागरण कार्यालय में यूनीसेफ की न्यूट्रीशिनिस्ट अनुजा भार्गव ने हेल्थ से जुड़े कई सुझाव दिए। अनुजा ने पाठकों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब भी दिए।
पाठकों के सवाल और उनके जवाब
सवाल : खाना खाते हैं, लेकिन शरीर को लगता नहीं है। - रजनीश यादव, लखीमपुर खीरी
जवाब : पहले शरीर की जांच करा लें। यदि कोई तकलीफ नहीं है तो संतुलित भोजन करें। भोजन में पांच तरह के पदार्थ रोटी, सब्जी, दाल, चावल व दही शामिल करें। इसके साथ ही व्यायाम भी करें।
सवाल : प्रतियोगी परीक्षाएं दे रहे हैं। काफी तनाव रहता है किसी से बात करने की इच्छा नहीं होती। प्रशांत दुबे, रायबरेली
जवाब : आप व्यायाम और मेडिटेशन को अपनी दिनचर्या में शामिल करें। हर दिन छह से आठ घंटे की नींद अवश्य लें। किसी मित्र से मन की बात साझा करें।
सवाल : 11 साल की बेटी है। उसे भोजन में क्या देना चाहिए। - उपासना त्रिपाठी, लखनऊ
जवाब : बढ़ती उम्र में बच्चों को प्रोटीन की अधिक जरूरत होती है। खाने में दाल, हरी सब्जी, चावल, रोटी, दही दें, दिन में कोई मौसमी फल व दूध अवश्य दें। यदि मांसाहारी हैं तो अंडा और मांस-मछली भी अवश्य दें।
सवाल : भूख नहीं लगती है। थकावट महसूस होती है। - विपिन शर्मा, लखीमपुर खीरी
जवाब : पहले डॉक्टर से जांच कराएं। यदि सब सामान्य है तो ठोस आहार लें। दूध और दूध से बने पदार्थ लें। धीरे-धीरे आपकी भूख खुलेगी।
सवाल : 15 साल का भतीजा है। उसका वजन नहीं बढ़ रहा है। - प्रदीप गुप्ता, काकोरी
जवाब : यदि लंबाई बढ़ रही है तो परेशानी की कोई बात नहीं है। बढ़ती उम्र में दूध दो गिलास अवश्य देना चाहिए। इसके अलावा आटे में बेसन, सोयाबीन मिलाकर रोटी बनवाएं। फल व अंकुरित अनाज भी रोज के भोजन में शामिल करें।
सवाल : बेटी की उम्र 17 साल की है। उसका हीमोग्लोबिन बहुत कम है क्या दें।- राधा सिंह, लखनऊ
जवाब : डॉक्टर ने उसे आयरन की गोली दी है। ध्यान रहे कि टेबलेट लेने के एक घंटे पहले और एक घंटे बाद कुछ न दें। दूध के साथ कतई न दें। नीबू-पानी या संतरे-मौसमी के जूस के साथ देना अ'छा रहता है। अनार व चुकंदर की सब्जी या सूप दें।
सवाल : डेढ़ साल की बेटी बॉटल से दूध लेती है और कुछ नहीं खाती।- प्रिया सिंह, गोमती नगर
जवाब : सबसे पहले बॉटल छुड़ाएं। दूध कटोरी चम्मच या गिलास से दें। दाल पिलाएं, दाल-चावल दें, जहां तक खाना उलटने की बात है उसकी आदत बॉटल की पड़ जाने के कारण जीभ का मूवमेंट नहीं हो पाता। धीरे-धीरे आदत पड़ जाएगी।
सवाल : बहन के पैरों में दर्द होता है। डॉक्टर ने कैल्शियम की कमी बताई है। - निखिल शुक्ला, लखनऊ
जवाब : सुबह-शाम की धूप अवश्य लें। विटामिन डी की कमी दूर होगी। कैल्शियम की गोली के साथ दो गिलास पानी अवश्य पीयें। कैल्शियम शरीर में जमा हो जाता है। दूध व रागी का सेवन करें।
इन बातों का रखें ख्याल
- खाने से एक घंटे पहले और बाद में चाय और कॉफी का सेवन न करें। इससे भूख खत्म होती है
- प्रतिदिन छह से आठ घंटे की नींद सेहत के लिए जरूरी है। इससे मन-मस्तिष्क शांत रहता है। तनाव कम होता है
- हर दिन दो गिलास दूध का सेवन अवश्य करें। यदि दूध न पी सकें तो दूध से बने पदार्थ या पनीर लें
- चावल, गेहूं, अनाज जैसे बाजरा, ज्वार, चना, गुड़ ऊर्जा प्रदान करते हैं
- दालें, मटर, चना, सोयाबीन, लोबिया, मूंगफली, राजमा प्रोटीन के स्रोत हैं। इन्हें अनिवार्य रूप से लेना चाहिए
- हरी-पत्तेदार सब्जियां, मौसमी फल प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं।