26 जनवरी को 195 कैदियों का '15 अगस्त', राज्यपाल को भेजी गई सूची
आदर्श कारागार से छोड़े जाएंगे 149 सजायाफ्ता कैदी, नारी निकेतन से 38 और जिला जेल से मुक्त होंगे आठ।
लखनऊ, [सौरभ शुक्ला] । भले ही 15 अगस्त को देश की आजादी का जश्न मनाया जाता है, लेकिन 17 साल बाद इस बार का गणतंत्र दिवस कैदियों के लिए बेहद खास होगा। प्रदेश सरकार की पहल पर इस बार राजधानी की जेलों में बंद 195 कैदियों को आजादी मिलेगी।
इसका उन्हें और उनके परिवारों को बेसब्री से इंतजार था। 149 कैदी आदर्श कारागार से 38 नारी निकेतन और आठ जिला जेल से मुक्त किए जाएंगे। इसके लिए जेल प्रशासन ने सारा खाका तैयार कर कैदियों की सूची जेल मुख्यालय से राज्यपाल को भेजी है। राज्यपाल की संस्तुति मिलते ही सारी अर्हताएं पूरी करने वाले बंदियों को नियमावली के तहत 26 जनवरी को मुक्त किया जाएगा। वर्ष 2001 के बाद इतनी बड़ी संख्या मे कैदियों को छोड़ा जा रहा है। इन जेलों में राजधानी समेत उन्नाव, रायबरेली, बाराबंकी, हरदोई, फतेहगढ़, सीतापुर समेत प्रदेश के कई जनपदों के कैदी बंद हैं।
रिहाई में मुख्य रूप से इन बिंदुओं पर रही नजर
- एक अपराध वाले कैदियों को ही रिहाई की सूची में किया गया शामिल।
- गंभीर बीमारियों से ग्रसित एवं 12 वर्ष की सजा पूरी करने वाले कैदियों की भी होगी रिहाई।
- रिहा होंगे 80 साल की आयु पूरी करने वाले बुजुर्ग कैदी।
- 60 वर्षीय ऐसी महिलाएं जो 14 वर्ष की सजा काट चुकी हों।
- ऐसे पुरुष कैदी जो 18 वर्ष और महिलाएं 16 वर्ष की वास्तविक सजा काट चुके हों।
यह पात्र नहीं
- पाकिस्तानी आतंकी समेत विदेशी कैदियों की नहीं होगी रिहाई।
- पेशेवर या सुपारी लेकर हत्या करने वालों का प्रार्थनापत्र रिजेक्ट।
क्या कहते हैं एडीजी?
एडीजी जेल चंद्र प्रकाश ने बताया कि सरकार द्वारा रिहाई के लिए बनाई गई स्थायी नीति के तहत गणतंत्र दिवस पर कैदियों को छोड़ा जाएगा। सरकार द्वारा जारी गाइड लाइन पर सूची तैयार कर जेल मुख्यालय से राज्यपाल को भोजी गई है। राज्यपाल की संस्तुति के बाद ही छोड़े जाने वाले कैदियों के नाम पर अंतिम मुहर लगेगी।