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बच्‍चे ज्‍यादा होते हैं एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस का शिकार, बरसात में संक्रमण का अधिक खतरा Lucknow News

साफ-सफाई का रखें खास ध्यान। अस्‍पतालों में रोज आ रहे सैंकड़ो मरीज।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 16 Jul 2019 09:54 AM (IST)Updated: Tue, 16 Jul 2019 09:54 AM (IST)
बच्‍चे ज्‍यादा होते हैं एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस का शिकार, बरसात में संक्रमण का अधिक खतरा Lucknow News
बच्‍चे ज्‍यादा होते हैं एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस का शिकार, बरसात में संक्रमण का अधिक खतरा Lucknow News

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लखनऊ, जेएनएन। बरसात के मौसम में कंजक्टिवाइटिस रोग होने का ज्यादा खतरा रहता है। बलरामपुर की ओपीडी में हर रोज दो से ढाई सौ नेत्र रोगी आ रहे हैं। बलरामपुर हॉस्पिटल में नेत्र सर्जन, डॉ.आकांक्षा सिंह कहती हैं कि इस मौसम में एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस व बैक्टीरियल कंजक्टिवाइटिस के रोगी ज्यादा बढ़ जाते हैं।
आंखों से पानी आना, खुजली होना, आंखें लाल होना, जलन होना आदि इसके लक्षण हैं। वहीं, बैक्टीरियल कंजक्टिवाइटिस में आंखों से कीचड़ आना, लाल होना, सोने के दौरान आंखों का चिपक जाना आदि इसके लक्षण हैं।
बर्फ से करें आंखों की सिंकाई 
डॉ. आकांक्षा कहती है कि बड़ों की अपेक्षा बच्‍चे एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस का ज्यादा शिकार होते हैं। स्वीमिंग के दौरान और स्कूल में तेजी से यह रोग फैलता है। इसमें बच्‍चों की आंखों की सिंकाई बर्फ से करनी चाहिए। हाथों को धोते रहना चाहिए। धूप में काला चश्मा लगाएं। बैक्टीरियल कंजक्टिवाइटिस में एंटीबॉयटिक ड्रॉप डाली जाती है। एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस में एंटी एलर्जिक ड्रॉप डाली जाती है। ज्यादा परेशानी होने पर आंखों के डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

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