FAKE मार्कशीट मामले में सीबीआइ जांच की मांग, लूटा ने उठाई आवाज
लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (लूटा) ने मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग उठाई।
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय में फर्जी मार्कशीट रैकेट और पीएचडी दस्तावेज गायब किए जाने के मामले ने विवि की प्रतिष्ठा को गहरी चोट पहुंचाई है। कर्मचारियों व अधिकारियों की मिली भगत से लंबे समय से फल-फूल रहे इस संवेदनशील मामले पर जहां विवि प्रशासन परदा डालने के हर संभव प्रयास कर रहा वहीं शिक्षक संघ आहत है। इस मसले पर शुक्रवार को लखनऊ विश्वविद्यालय शिक्षक संघ (लूटा) के अध्यक्ष डॉ. नीरज जैन और महामंत्री डॉ विनीत वर्मा ने मामले की सीबीआइ जांच कराने की मांग उठाई।
करीब एक माह पूर्व लखनऊ विश्वविद्यालय में पकड़े गए रैकेट की पुलिस जांच चल ही रही थी कि मंगलवार को प्रशासनिक भवन की खिड़की काटकर पीएचडी से जुड़े दस्तावेजों को गायब किए जाने का एक नया मामला सामने आया। मामले में कई लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया तो वहीं जांच के तहत कई लोगों से पूछताछ जारी है।
फीस के कारण परीक्षा से वंचित नहीं किए जाएंगे छात्र
लखनऊ विश्वविद्यालय में सेमेस्टर परीक्षा की फीस न जमा कर पाने वाले छात्रों के लिए राहत भरी खबर है। कुलपति प्रो. एसपी सिंह ने शुक्रवार को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि किसी छात्र को इस आधार पर परीक्षा में शामिल होने से न रोका जाए कि उसकी फीस नहीं जमा है। कुलपति ने विवि प्रशासन को सख्त निर्देश देते हुए कहा है कि जो छात्र किसी कारण फीस नहीं जमा कर सके हैं, उनसे विलंब शुल्क लिया जाए, मगर परीक्षा से वंचित न किया जाए। उन्होंने छात्रों को फीस जमा करने का विशेष मौका देते हुए एक सप्ताह तक फीस पोर्टल खोले जाने के निर्देश दिए हैं।
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