क्वीनमेरी में शॉर्ट-सर्किट से फैला धुआं, मरीजोंं मेें संक्रमण का खतरा
केजीएमयू के क्वीनमेरी में पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में टला बड़ा हादसा। ऑपरेशन समेत करीब 15 प्रसूताएं थीं भर्ती हड़कंप
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू के क्वीनमेरी की एसी में शनिवार को शॉर्ट-सर्किट हो गया। पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड में हुए हादसे से धुआं फैल गया। ऐसे में ऑपरेशन व नार्मल डिलेवरी की भर्ती महिलाओं में संक्रमण का खतरा बढ़ गया। कर्मियों ने समयगत गत स्पॉर्किंग पर काबू पाकर बड़ा हादसा होने को टाल दिया।
क्वीनमेरी का भवन वर्षों पुराना है। यहां की वायङ्क्षरग भी जर्जर है। 275 बेड के विभाग में करीब 15 बेड का पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड है। यहां हाल में ही नए एसी लगाए गए हैं। मगर शनिवार दोपहर एक बजे के करीब एक एसी से धुआं निकलने लगा। वहीं देखते ही देखते पीवीसी पाइप में भी स्पार्किंग शुरू हो गई। यहां बेडों पर भर्ती प्रसूताओं में छह का ऑपरेशन हुआ था। वहीं अन्य महिलाओं का सामान्य प्रसव हुआ था। मगर सभी हालत गंभीर थी। महिलाएं वार्ड में अग्नि हादसा देखकर घबरा गईं। वहीं तीमारदारों में भी चीख-पुकार मच गईं। ऐसे में कर्मियों ने समय रहते वार्ड में बिजली सप्लाई काट दी। इसके बाद शॉर्ट-सर्किट पर काबू पा लिया। हालांकि वार्ड में धुआं छा गया। ऐसे में भर्ती महिलाओं में संक्रमण का खतरा मंडराने लगा।
घंटे भर तक रहा अफरा-तफरी का माहौल
वार्ड में घंटे भर तक अफरा-तफरी का माहौल रहा। एसी बंद होने से भर्ती गंभीर महिलाएं गर्मी से परेशान हो गईं। तीमारदार जल्द व्यवस्थाएं सुधारने को लेकर शोर करने लगे। ऐसे में इलेक्ट्रीशियन को बुलाकर अन्य एसी शुरू कराई गईं।
पहले भी लग चुकी है आग
क्वीनमेरी के आरसी एच विंग में लगभग दो माह पूर्व आग लग चुकी है। विंग की तीसरी मंजिल पर बंद कमरे में चार्जिंग में लगे मोबाइल से शॉर्ट सर्किट हो गया था। इसकी वजह से बोर्ड और एसी में भी आग लग गई थी।
निर्देश के बावजूद व्यवस्थाएं ध्वस्त
प्रमुख सचिव चिकित्सा शिक्षा ने केजीएमयू में हाल में ही बैठक की थी। इस दरम्यान एसी, पंखा दुरुस्त करने के निर्देश दिए थे। वहीं जिम्मेदारों ने इसमें भी खेल कर दिया। मरम्मत के बाद भी शॉर्ट-सर्किट हो रहे हैं। ऐसे में इलेक्ट्रिक के प्रयोग किए गए सामान पर सवाल उठ रहे हैं।
मीडिया प्रवक्ता डॉ. स्मृति अग्रवाल ने बताया कि पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड की एसी में शॉर्ट-सर्किट हो गया था। इसमें करीब 15 मरीज भर्ती थे। समयगत उस पर काबू पा लिया गया। मरीजों को कोई नुकसान नहीं हुआ है। सभी ठीक हैं।
बार-बार अग्नि हादसे
- जनवरी 2015-कुल सचिव कार्यालय के एफओ सेक्शन में
- जुलाई 2015- कुल सचिव कार्यालय में शॉर्ट-सर्किट से फिर लगी आग।
- पांच अगस्त 2016 : मुख्य पैथोलॉजी में लगी आग
- 13 अक्टूबर 2016: ओल्ड ब्लॉक ओपीडी के नेत्र रोग कक्ष में आग
- 17 अक्टूबर 2016 : क्वीनमेरी की ओटी में आग
- 22 अक्टूबर 2016 : ट्रॉमा के वेंटीलेटर यूनिट में आग
- 24 दिसंबर 16: क्वीन मेरी के न्यू बॉर्न केयर यूनिट के वार्मर में आग, नवजात झुलसा
- 13 मई फिजियोलॉजी की स्लीप लैब में आग
- 15 जुलाई 2017: ट्रॉमा सेंटर के स्टोर में आग
- सात फरवरी 2018 : मुख्य पैथोलॉजी के यूपीएस में आग
- 23 अप्रैल 2018 : ट्रामा सेंटर के काउंटर नंबर चार में शॉर्ट-सर्किट, लाखों के बिल जले
- नौ अगस्त 18 : केजीएमयू पीआरओ भवन डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. अनित परिहार के कमरे में आग
- 10 अप्रैल 19 : प्लास्टिक सर्जरी की ओटी में शॉर्ट-सर्किट, धमाका
- 11 मई 19 : क्वीनमेरी के पोस्ट ऑपरेटिव वार्ड की एसी में शॉर्ट-सर्किट
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप