Covid Cases In UP: उत्तर प्रदेश में चौबीस घंटे में मिले कोरोना के 19 नए मरीज, अब 373 एक्टिव केस
Covid Cases In UP उत्तर प्रदेश में बीते चौबीस घंटे में भी 197910 लोगों की जांच हुई। इनमें मात्र 19 ही नए मरीज कोरोना संक्रमण के पाए गए जबकि एक दिन पहले यानी शनिवार की रिपोर्ट में नए मरीज का आंकड़ा इससे कुछ अधिक 25 था।
लखनऊ, जेएनएन। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर उत्तर प्रदेश में अब लगभग थम चुकी है। कुछ ही नए केस सामने आ रहे हैं। हालांकि इसके बावजूद सरकार लगातार नजर बनाए हुए है। लक्षणयुक्त लोगों की लगातार जांच कराई जा रही है। बीते चौबीस घंटे में भी 197910 लोगों की जांच हुई। इनमें मात्र 19 ही नए मरीज कोरोना संक्रमण के पाए गए, जबकि एक दिन पहले यानी शनिवार की रिपोर्ट में नए मरीज का आंकड़ा इससे कुछ अधिक 25 था। रविवार की रिपोर्ट के मुताबिक, 53 संक्रमितों को स्वस्थ होने पर अस्पताल से छुट्टी दे दी गई।
अब उत्तर प्रदेश भर में कुल सक्रिय मरीज मात्र 373 ही बचे हैं। प्रदेश में कोरोना वायरस का संक्रमण कम होने के बावजूद बचाव के सभी उपाए सख्ती के साथ किए जा रहे हैं। कोरोना के लक्षण वाले लोगों की पहचान के लिए अब मेडिकल टीमें घर-घर जाकर स्क्रीनिंग कर रही हैं। लक्षण वाले लोगों को चिन्हित कर उनकी कोरोना जांच कराई जाएगी। 31 अगस्त तक यह अभियान चलाया जाएगा।
यूपी में एक करोड़ लोग लगवा चुके टीके की दोनों डोज : यूपी में कोरोना से बचाव के लिए चलाए जा रहे टीकाकरण अभियान में वैक्सीन की दोनों डोज लगवाने वालों का आंकड़ा एक करोड़ के पार पहुंच गया। अब तक कुल 6.35 करोड़ टीके लगाए जा चुके हैं। इसमें 5.35 करोड़ ने वैक्सीन की पहली और एक करोड़ से ज्यादा लोगों ने दोनों डोज लगवा ली हैं। दोनों डोज लगवाकर यह लोग संक्रमण से बचाव के लिए अपना सुरक्षा चक्र मजबूत कर चुके हैं। फिलहाल जो 3.03 लाख लोगों को वैक्सीन लगाई गई इसमें 2.75 लाख लोगों ने दूसरी डोज लगवाई। कुल 3715 टीकाकरण केंद्र बनाए गए। इसमें 3583 टीकाकरण केंद्र सरकारी अस्पतालों में और 132 टीकाकरण केंद्र निजी अस्पतालों में बनाए गए।
हर जिले में तैनात होंगे कम्युनिटी हेल्थ आफिसर : यूपी में अब हर जिले में एक कम्युनिटी हेल्थ आफिसर तैनात किया जाएगा। यह आफिसर जिले में संक्रामक रोगों से लोगों को बचाने के लिए रोडमैप तैयार करेगा और उसे लागू करवाएगा। इन कम्युनिटी हेल्थ आफिसर की जल्द भर्ती की जाएगी। एमडी कम्युनिटी मेडिसिन के डिग्री धारकों को इन पदों पर नियुक्त किया जाएगा। कोरोना महामारी से सबक लेकर राज्य सरकार लगातार बचाव के लिए मजबूत उपाय करने में जुटी हुई है। उसी के तहत यह आफिसर भर्ती होंगे। अभी जिलों में एमबीबीएस डाक्टर ही संक्रामक रोगों से बचाव का जिम्मा संभालते हैं। अभी सभी मुख्य चिकित्साधिकारियों (सीएमओ) के साथ मिलकर यह कम्युनिटी हेल्थ आफिसर काम करेंगे। इनकी विशेषज्ञता का फायदा लोगों को मिलेगा और संक्रामक रोगों से निपटने के लिए मजबूत व्यूह रचना तैयार हो सकेगी।