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कैंडिल मार्च निकाल कर दिवंगत प्रत्यूष को दी श्रद्धांजलि

विधानभवन के सामने गांधी प्रतिमा तक निकाला मार्च, आरोपितों के लिए फांसी की मांग। भाजपा किसान मोर्चा की दिल्ली प्रभारी ने प्रत्यूष के परिवारीजनों से की मुलाकात।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 06 Dec 2018 07:50 PM (IST)Updated: Thu, 06 Dec 2018 07:50 PM (IST)
कैंडिल मार्च निकाल कर दिवंगत प्रत्यूष को दी श्रद्धांजलि
कैंडिल मार्च निकाल कर दिवंगत प्रत्यूष को दी श्रद्धांजलि

लखनऊ, जेएनएन। भाजपा युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष आशुतोष राय की अगुवाई में गुरुवार शाम सैकड़ों भाजपा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने कैंडिल मार्च निकाल कर दिवंगत भाजपा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी को श्रद्धांजलि दी। कैंडिल मार्च विधानभवन से गांधी प्रतिमा कर निकाला गया। इस दौरान आशुतोष राय ने कहा कि प्रत्यूष की हत्या प्लान करके की गई है।

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सरकार को चाहिए कि हत्यारोपितों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई करे। प्रत्यूष जहां रहते थे वह इलाका अति संवेदनशील है। आरोपित पक्ष और कुछ अन्य अराजकतत्वों के कारण वहां आए दिन मारपीट, लड़कियों के साथ छेड़छाड़ की घटनाएं होती हैं। प्रत्यूष ने इन्हीं कृत्यों का विरोध किया था। इस कारण उनके खिलाफ साजिश रचकर आरोपित पक्ष ने मुकदमा दर्ज कराया और फिर योजनाबद्ध तरीके से उनकी हत्या कर दी। भाजपा नेता स्वतंत्र बाजपेयी ने कहा कि पुलिस की लापरवाही से घटना हुई है। उच्च जांच कमेटी गठित कर दोषी पुलिस कर्मियों की बर्खास्तगी होनी चाहिए। पुलिस अगर पहले ही उन्हें गिरफ्तार कर प्रत्यूष को सुरक्षा दे देती तो घटना ही न होती। 

भाजपा किसान मोर्चा की दिल्ली प्रभारी ने प्रत्यूष के परिवारीजनों से की मुलाकात

भाजपा किसान मोर्चा की दिल्ली प्रभारी प्रदीप कौर आर्य दोपहर प्रत्यूष के घर पहुंची। उन्होंने प्रत्यूष की पत्नी से कहा कि वह सरकार से पैरवी करेंगी कि उन्हें सरकारी नौकरी दी जाए। जिससे तीनों बच्चों समेत परिवारीजनों का भरण-पोषण हो सके। प्रदीप कौर ने प्रतिमा की दो माह की मासूम बच्ची को लाड लगाया। इस बीच उनके साथ प्रदेश संयोजक विमला सिंह, प्रदेश सचिव विजय लक्ष्मी पांडेय, संध्या बाजपेयी, सरला सिंह व अन्य पदाधिकारी व सदस्य मौजूद रहें।

मेरे घर में दावत है तुम सब आना

पिता की मौत से अनजान तीन वर्षीय वंश घर के बाहर रहे प्रत्यूष के बेटे वंश ने मामा सिद्धार्थ से तोतली भाषा में बोलने लगा कि मामा आज हमारे घर में दावत है क्या। बच्चे के मुंह से यह शब्द सुनकर आंखों में आंसू भरे सिद्धार्थ ने उसे गोद में उठाकर सीने से लगा लिया। कुछ देर बाद बच्चा गोद से उतरा और मोहल्ले में खेल रहे बच्चों से कहने लगा मेरे घर में दावत है तुम सब आना।


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