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सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- खादी स्वदेशी व स्वालंबन का प्रतीक, विस्तार करेंगे

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कार्यक्रम पहले से मौजूद थे लेकिन शासकीय स्तर पर काम नहीं हो रहा था। प्रदेश खादी के प्रोत्साहन के मामले में अब काफी सौभाग्यशाली है।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 06 Dec 2018 05:10 PM (IST)Updated: Fri, 07 Dec 2018 09:38 AM (IST)
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- खादी स्वदेशी व स्वालंबन का प्रतीक, विस्तार करेंगे
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा- खादी स्वदेशी व स्वालंबन का प्रतीक, विस्तार करेंगे

लखनऊ, जेएनएन। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खादी को स्वदेशी तथा स्वालंबन का प्रतीक बताया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने आज केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह के साथ उत्तर प्रदेश खादी महोत्सव का उद्घाटन किया। इसके बाद 'उत्तर प्रदेश खादी महोत्सव 2018' में आयोजित प्रदर्शनी का भी अवलोकन किया।

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इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में इस अवसर पर सीएम योगी आदित्यनाथ के साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह भी मौजूद थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में सभी जिलों के उद्योग को बढ़ावा दिया गया, हर जिले में कोई ना कोई स्वयं का उत्पाद है, हम लोगों ने एक जिला एक उत्पाद के रूप में आगे बढ़ाने का काम किया। पीएम नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से 'वन डिस्ट्रिक, वन प्रोडक्ट' को बढ़ावा मिला और जिले के कामगार इन दिनों काफी व्यस्त हैं।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कार्यक्रम पहले से मौजूद थे लेकिन शासकीय स्तर पर काम नहीं हो रहा था। उत्तर प्रदेश खादी के प्रोत्साहन के मामले में अब काफी सौभाग्यशाली है। यहां पर जिले में कामगार अपने परंपरागत काम को काफी रूचि लेकर आगे बढ़ाने के काम में लगे हैं। उत्तर प्रदेश ने डेढ़ वर्ष के दौरान खादी में अभिनव प्रयोग किया है। खादी स्वदेशी और स्वदेशी स्वालंबन का प्रतीक है। स्वदेशी को बढ़ाने के लिए खादी ग्राम उद्योग को कार्यक्रम दिया गया। गांधी जी की 150वीं जयंती कार्यक्रम के उपलक्ष में यह कार्यक्रम किया जा रहा है। गांधी जी के विचारों और उनकी प्रेरणा से देश को स्वावलंबन की ओर ले जाया जा सके।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अब अमेजॉन और फ्लिपकार्ट के जरिए भी लोगों तक खादी पहुंचेगी। आज कई कंपनियों से एमओयू पर हस्ताक्षर किए जाएंगे, लखनऊ में खादी प्लाजा खुलेगा। इसमें सभी प्रदेशों की खादी मिलेगी। खादी का उत्पादन बढ़ेगा तो रोजगार बढ़ेगा, भविष्य में भी खादी को महंगा नही होने दिया जाएगा। यहां पर चरखे भी लगेंगे और मशीनें भी लगेंगे। इनके साथ भेड़ पालने वालों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने कहा कि स्वावलंबन के लिए खादी एक विचार है। खादी नौजवानों के लिए आईकॉन भी बनेगी, विदेशों की भी पसंद बनेगी। हमने बीते 28 वर्ष से कर्ज में चल रही यहां की 128 समितियां को कर्ज मुक्त बनाया है। हमने बिक्री में नहीं उत्पादन में छूट दी है। प्रदेश में खादी को पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाएगा।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खादी उत्तर प्रदेश के लोगो के साथ समाधान सेल के टोल फ्री नम्बर का भी आज शुभारम्भ किया। उन्होंने कहा कि खादी प्रोत्साहन योजना से जुड़े लोगों को विश्वकर्मा सम्मान दिया जाएगा। इसके साथ ही योजना से जुड़े लोगों के लिए इंस्टीट्यूट और यूनिवर्सिटी बनाएंगे।

सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि उत्तर प्रदेश में गोसंरक्षण के लिए धन की नहीं, इच्छाशक्ति की कमी है। एक गाय 30 एकड़ खेती के लिए खाद उपलब्ध करा सकती है। केमिकल और फर्टिलाइजर, डीजल और पेट्रोल के लिए हम बड़ी रकम बाहर भेजते हैं। अगर गोबर गैस प्लांट लग जाए तो वहां से खाद और गैस मिलेगी। इस योजना से कितनी बड़ी बचत हो सकती है। अगर हम केवल दो लाख करोड़ ही बचा लेंगे तो नौजवानों को रोजगार और स्वावलम्बन के साथ जोड़ सकते हैं।

कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री ïगिरिराज सिंह ने अर्थव्यवस्था को गाय और माई (मां यानि महिला) से जोडऩे की वकालत की। प्रदेश के मंत्री सत्यदेव पचौरी ने कहा कि खादी को उत्तर प्रदेश में सस्ता किया जाएगा। अब खादी के चरखे हाथ से नहीं सोलर से चलाए जाएंगे। कानपुर के बिल्हौर में 43 एकड़ में एक खादी पार्क बनाया जाएगा। खादी एवं ग्रामोद्योग के माध्यम से उत्तर प्रदेश को उत्तम प्रदेश बनाने का काम किया है। एक साल में हमने जो काम किए हैं वह खादी को ब्रांड बनाने के लिए एक विचार है। 


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