उपलब्धि : मेट्रो ने बिना वर्कशॉप तोड़े हवा में रख दिया गर्डर
बेहतरीन काम : पॉलीटेक्निक फ्लाईओवर के ऊपर रखा जाना था गर्डर। चंद घंटे में कई हैवी क्रेन मशीन की मदद से हुआ संभव।
लखनऊ, जेएनएन। मेट्रो ने बिना वर्कशॉप तोड़े हवा में वह काम कर दिया, जो पॉलीटेक्निक की वर्कशॉप को तोड़े बिना संभव नहीं था। मेट्रो की सिविल टीम के अनुभवी अधिकारियों ने कई घंटे की मशक्कत करते हुए यह कारनामा कर दिखाया। खासबात रही कि हैवी क्रेन मशीनों को खड़ा करने के लिए कोई तोडफ़ोड़ नहीं करनी पड़ी। इस काम में कई घंटे लगे, लेकिन इंजीनियरिंग सफल रही।
एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि पॉलीटेक्निक परिसर में जाने के लिए कई दिनों से प्रयास चल रहा था, अनुमति मिलते ही मेट्रो व कार्यदायी संस्थाओं की टीम ने इसे अंजाम दिया। उनके मुताबिक यह बेहद ही मुश्किल काम था। जर्जर वर्कशॉप को तोड़े बिना क्रेन खड़ी करनी का स्थान कम मिल रहा था, फिर टीम ने मशीनों को खड़ा करने के लिए मैदान साफ करवाया और दूसरे दिन में कई टन वजन के गर्डन को कई क्रेन की मदद से हवा में रखने का काम किया गया।
सीआरएस क्लीयरेंस के लिए प्रयास तेज
लखनऊ मेट्रो के अधिकारियों ने रेल संरक्षा आयुक्त से क्लीयरेंस लेने के लिए प्रयास तेज कर दिए हैं। सीआरएस से जुड़े पेपरों को फाइनल किया जा रहा है। अफसरों के मुताबिक जनवरी के दूसरे सप्ताह में उम्मीद है। क्लीयरेंस मिलते ही संचालन की तैयारी तेज हो जाएंगी।
एलएमआरसी का माइंड फ्लो से करार
लखनऊ मेट्रो अपने स्टेशनों की कमर्शियल स्पेस को बेहतर तरीके से इस्तेमाल करना चाहता है। इसी क्रम में लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन ने माइंडफ्लो पार्टनर्स के साथ करार किया है। यह कंपनी पहले से एयरपोर्ट व रेलवे स्टेशनों पर काम कर रही है। लखनऊ एयरपोर्ट पर काम कर चुकी है।