पुनरीक्षण बजट के दौरान पार्षदों का हंगामा, लगे मेयर मुर्दाबाद के नारे-सदन स्थगित
नालों की सफाई का बजट पांच करोड़ बढ़ाने पर नगर निगम सदन में हंगामा, शोर-शराबे के बीच पास हुआ बजट विधायकों व भाजपा पार्षदों के हिसाब से एक अरब की विकास निधि की मंजूरी देने का आरोप ।
लखनऊ, जेएनएन। जिस बजट को शहर के विकास के लिए नगर निगम सदन में पेश किया जाना था, उसकी प्रतियों को कांग्रेस और सपा पार्षदों ने फाड़कर हवा में उड़ा दिया। सदन परिसर में ये प्रतियां टुकड़ों में बिखर गईं। प्रतियां फेंकने के दौरान मेयर की मेज पर रखे शीशे के ग्लास भी उसकी चपेट में आ गए और जमीन पर कांच के टुकड़े बिखर गए। सोमवार को आयोजित नगर निगम सदन का अधिवेशन हंगामे की भेंट चढ़ गया और पुनरीक्षित बजट को शोर-शराबे के बीच पास कर दिया गया। सपा पार्षद दल के नेता सै. यावर हुसैन रेशू, कांग्रेस पार्षद दल की नेता ममता चौधरी, गिरीश मिश्र और अमिता सिंह का कहना था कि बजट मनमाने तरह से पास किया गया और वे उसे पास नहीं मानती हैं। मेयर का कहना था कि बजट बहुमत से पास हो गया है।
भाजपा पार्षद ने भी किया विरोध
सदन की कार्यवाही सोमवार पूर्वाह्न 11.40 बजे शुरू हुई। इसमें नालों की सफाई का बजट पांच करोड़ से बढ़ाकर दस करोड़ करने पर पार्षदों ने विरोध जताया। सपा पार्षद सै. यावर हुसैन रेशू, कांग्रेस पार्षद गिरीश मिश्र, ममता चौधरी, भाजपा पार्षद मुन्ना मिश्र, रामकृष्ण यादव, दिलीप श्रीवास्तव व रूपाली गुप्ता ने बजट बढ़ाए जाने पर सवाल किए। उनका कहना था कि जब नालों की सफाई ठीक से नहीं हुई थी और पूरा शहर जलभराव की चपेट में था तो बजट कैसे बढ़ाया जा रहा है। मेयर संयुक्ता भाटिया ने सफाई दी कि जांच के बाद ही भुगतान किया जाएगा। नगर आयुक्त डा. इंद्रमणि त्रिपाठी ने भी कहा कि कुछ नाले सूची में शामिल नहीं हो पाए थे। उन्हें भी शामिल किया गया है? इस पर भाजपा पार्षद दल के नेता रामकृष्ण यादव ने सवाल किया कि अगर नाले साफ नहीं हुए थे और शहर की जनता को जलभराव से जूझना पड़ा था तो इसके लिए दोषी अभियंताओं पर क्या कार्रवाई होगी। उन्होंने भी नाला सफाई का बजट बेवजह दोगुना करने को अनियमितता बताया।
सौ करोड़ की विकास राशि में पक्षपात का आरोप
चौदहवें वित्त आयोग की एक अरब की राशि से होने वाले विकास कार्यों में विपक्षी पार्षदों की उपेक्षा और विधायकों के काम शामिल करने पर कांग्रेस और सपा पार्षदों ने विरोध जताया। पार्षदों ने कहा कि जब नगर निगम अपने बजट में इस राशि को व्यय पक्ष में शामिल करता है तो सांसद और विधायकों के प्रस्ताव क्यों शामिल किए जा रहे हैं। भाजपा पार्षदों ने विपक्षी पार्षदों के आरोपों को गलत बताया और कहा कि यह पहले से ही होता आ रहा है। इसी दौरान भाजपा पार्षदों ने मेज थपथपाकर बजट को पास कर दिया तो मेयर ने भी समर्थन कर दिया। इसके बाद कांग्रेस पार्षद गिरीश मिश्र, ममता चौधरी, सपा पार्षद सै. यावर हुसैन रेशू, शफीकुर्रहमान चचा, शैलेंद्र सिंह बल्लू, मो. सलीम, ताराचंद्र रावत, राजकुमार सिंह राजा समेत विपक्षी दल के पार्षद भाजपा और मेयर मुर्दाबाद के नारे लगाते हुए धरने पर बैठ गए। पार्षदों ने मेयर कक्ष के बाहर भी नारेबाजी की तो भाजपा पार्षदों ने जयश्री राम के नारे लगाए।
खास बातें : 18 करोड़ से होगी सड़कों की मरम्मत
- वार्ड विकास निधि 60 लाख से 95 लाख की गई। तीसरी व चौथी किस्त को एक साथ जारी करने का निर्देश दिया। नगर निगम जीएसटी का भुगतान अलग से करेगा
- सड़कों पर पैचवर्क पर खर्च होंगे 18 करोड़ रुपये
- 195632 लाख आय के सापेक्ष 191893.05 लाख रुपये व्यय होंगे
- गोमती सफाई के दौरान 10 लाख रुपये के सफाई उपकरण खरीदे जाने की रिपोर्ट तलब
- पार्षदों द्वारा सामान का ब्योरा मांगे जाने पर पर्यावरण अभियंता पंकज भूषण स्पष्ट जबाब नहीं दे पाए तो मेयर ने कहा-तैयारी से आया करें अधिकारी
- जलकल विभाग का पुनरीक्षित बजट भी पास हो गया। वित्तीय वर्ष में 2018-19 में 304.92 करोड़ रुपये की आय और 317.01 करोड़ रुपये व्यय का अनुमानित बजट पास किया गया
आय में हुई वृद्धि
नगर आयुक्त डा. इंद्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि पिछले वर्ष अभी तक भवन कर में 70.85 करोड़ की आय हुई थी, जो इस बार 137.45 करोड़ हो चुकी है। विज्ञापन मद में करीब 75 लाख की वृद्धि हुई है।