खानापूर्ति कर संस्कृति के हत्यारे को भूली पुलिस, पांच माह पहले लहूलुहान मिला था शव
घैला पुल के पास 21 जून को लहूलुहान मिला था पॉलीटेक्निक छात्रा का शव। ऑटो मिला न बैग, दो युवकों को गिरफ्तार कर शांत बैठ गई पुलिस।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी पुलिस खेल करने में माहिर है। बहुचर्चित संस्कृति राय हत्याकांड इसका बड़ा उदाहरण है। संस्कृति का हत्यारोपित आज भी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस ने जिन दो लोगों को गिरफ्तार कर कोर्ट भेजा था, उन्होंने आज तक वारदात कबूल नहीं की। रिमांड पर हुई पूछताछ में भी दोनों आरोपित कुछ जानकारी नहीं दे पाए। वहीं, पुलिस आज तक वह ऑटो नहीं बरामद कर सकी, जिससे संस्कृति को अगवा किया गया था।
गौरतलब है कि 21 जून को इंदिरानगर स्थित किराए के कमरे से रात करीब नौ बजे घर जाने के लिए निकली संस्कृति को ऑटो से अगवा किया गया था। अगले दिन घैला पुल के पास झाडिय़ों में संस्कृति लहूलुहान पड़ी मिली थी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इसका संज्ञान लेकर एसटीएफ को राजफाश के लिए लगाया था, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। कुछ दिन बाद राजधानी पुलिस ने दो युवकों के वारदात में शामिल होने का दावा कर गिरफ्तार किया था और खानापूर्ति कर मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।
पुलिस ने वारदात में एक अन्य की भूमिका बताई थी, जिसे मुख्य आरोपित कहा गया था। वहीं अभी तक फरार है। उधर, संस्कृति का बैग और मोबाइल फोन तक पुलिस ने बरामद नहीं की है। सूत्रों की मानें तो घटना का राजफाश बेहद रहस्यमय है।