Cabinet decision: सात नए मेडिकल कालेजों के निर्माण को 1522 करोड़ मंजूर
राज्य सरकार ने एटा, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, प्रतापगढ़ और सिद्धार्थनगर में राजकीय मेडिकल कालेज खोलने का फैसला किया है।
लखनऊ (जेएनएन)। केंद्र सरकार द्वारा तीन संसदीय क्षेत्रों के बीच एक मेडिकल कालेज खोलने की योजना के तहत राज्य सरकार ने एटा, देवरिया, फतेहपुर, गाजीपुर, हरदोई, प्रतापगढ़ और सिद्धार्थनगर में राजकीय मेडिकल कालेज खोलने का फैसला किया है। मंगलवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में संपन्न हुई कैबिनेट की बैठक में इनके निर्माण पर कुल 1522.11 करोड़ रुपये खर्च करने के प्रस्ताव को मंजूरी मिल गई। सभी के प्रस्ताव अलग-अलग आये थे।
राज्य सरकार के प्रवक्ता और स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि नए मेडिकल कालेजों के लिए बजट और कार्यदायी संस्थाओं का भी निर्धारण हो गया है। प्रदेश की जनसंख्या 22 करोड़ है और 59 हजार एलोपैथिक डाक्टर पंजीकृत है। डब्लूएचओ के अनुसार एक हजार की जनसंख्या पर एक डाक्टर होना चाहिए जबकि प्रदेश में 3700 पर एक डॉक्टर उपलब्ध है। ऐसी स्थिति में इन कालेजों के निर्माण से चिकित्सा व्यवस्था में सुधार होगा और चिकित्सकों के साथ ही चिकित्सा शिक्षकों की भी कमी दूर होगी। जहां मेडिकल कालेज स्थापित होंगे वहां के आसपास के जिलों के लोगों को भी सुविधा मिलेगी। सिद्धार्थनाथ के मुताबिक एटा में मेडिकल कालेज के लिए 216.84 करोड़ दिये गए हैं और जल निगम की सीएंडडीएस को कार्यदायी संस्था बनाया गया है। 212.50 करोड़ रुपये की लागत से बनने जा रहे फतेहपुर मेडिकल कालेज का भी निर्माण यही संस्था कराएगी। इसके अलावा देवरिया मेडिकल कालेज के लिए 207.91 करोड़, गाजीपुर के लिए 220.45 करोड़, हरदोई के लिए 206.33 करोड़, प्रतापगढ़ के लिए 213 करोड़ और सिद्धार्थनगर के लिए 245.11 करोड़ रुपये का बजट स्वीकृत किया गया है। इन पांचों मेडिकल कालेजों का निर्माण राजकीय निर्माण निगम करायेगा। इनमें 60 प्रतिशत केंद्र सरकार और 40 प्रतिशत खर्च राज्य सरकार वहन करेगी।
दीपावली से शुरू हो जाएगा निर्माण
सिद्धार्थनाथ सिंह ने बताया कि कुछ संस्थाओं का निर्माण कार्य दीपावली से शुरू कर दिया जाएगा। एटा में 25 एकड़, देवरिया में 27.87 एकड़, फतेहपुर में 24.93 एकड़ भूमि, गाजीपुर में 33.58 एकड़ भूमि, हरदोई में 27.50 एकड़ भूमि, प्रतापगढ़ में 23.43 एकड़ भूमि और सिद्धार्थनगर में 25.89 एकड़ भूमि मेडिकल कालेज की स्थापना के लिए उपलब्ध हो गई है।