योगी सरकार के कैबिनेट मंत्री ने मांगा गुजरात की सरकार से इस्तीफा
गुजरात में उत्तर प्रदेश के लोगों के साथ दुर्व्यवहार को लेकर सियासी पारा चढ़ रहा है। कांग्रेस, सपा और बसपा समेत तमाम विपक्षी दलों ने केंद्र को कठघरे में खड़ा कर दिया है।
लखनऊ (जेएनएन)। गुजरात में उत्तर प्रदेश मूल के लोगों के साथ हो रहे दुर्व्यवहार को लेकर सियासी पारा चढ़ता जा रहा है। कांग्रेस, सपा और बसपा समेत तमाम विपक्षी दलों ने केंद्र की भाजपा सरकार को इस मसले पर कठघरे में खड़ा कर दिया है। अब भाजपा गठबंधन में साझीदार सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के अध्यक्ष और योगी सरकार के पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री ओमप्रकाश राजभर ने इस मुद्दे पर गुजरात सरकार से इस्तीफा मांगा है। दुर्व्यवहार
गुजरात मुद्दे पर राजभर का ट्वीट आक्रामक
अक्सर प्रदेश में अपनी ही सरकार के लिए मुसीबत खड़ी करने वाले ओमप्रकाश राजभर अब राष्ट्रीय मसलों को लेकर भी भाजपा नेतृत्व को घेरने लगे हैं। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर भी अक्सर टिप्पणी करते रहते हैं। गुजरात मुद्दा गर्माने के बाद राजभर ने आक्रामक ट्वीट किया है। यह अलग बात है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस मामले में गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी से बातचीत की है और उन्होंने उप्र के लोगों की सुरक्षा का भरोसा दिया है। पर, अपने ट्वीट में राजभर ने सवाल उठाया कि 'गुजरात में भाजपा का शासन है, भाजपा के लोग गरीबों की बात करते हैं तो वे यूपी, बिहार और मध्य प्रदेश के लोगों को मारपीट कर दौड़ा क्यों रहे हैं? अगर वहां लोग रोजगार कर पेट पालने गए हैं, तो उनके साथ इस तरह का व्यवहार निंदनीय है।राजभर ने कहा कि 'अगर गुजरात सरकार लोगों की सुरक्षा में नाकाम है तो उसे इस्तीफा दे देना चाहिए। हमने वरिष्ठ भाजपा नेताओं से बातकर उनसे गुजरात सरकार को पत्र लिख जरूरी कार्रवाई की मांग की है और प्रवासी मजदूरों की सुरक्षा सुनिश्चित करने को कहा है।