पाच वर्ष होगी स्मार्ट मीटर की गारंटी, अब मरम्मत का पूरा जिम्मा संबंधित कंपनी के जिम्मे
खराबी आने पर संबंधित कंपनी बदलेगी निश्शुल्क। अक्टूबर से स्मार्ट मीटर लगने होंगे शुरू, उपकेंद्र चयनित।
लखनऊ(जागरण संवाददाता)। चंद महीने बाद अगर आपके घर में लगने वाले स्मार्ट मीटर में कोई गड़बड़ी आती है तो उसे संबंधित कंपनी बनवाकर लगाएगी। अगर मीटर में उपभोक्ता द्वारा कोई छेड़छाड़ नहीं की गई है और मीटर में खराबी आई है तो उसे निश्शुल्क बदला जाएगा। वर्तमान में मीटर खराब होने पर उपभोक्ता को मीटर शुल्क जमा करना होता है। यही नहीं दो से तीन माह तक मीटर रीडिंग सिस्टम पर फीड नहीं होती और उपभोक्ता को एक साथ तीन माह का बिल जमा करना पड़ता है। इसके अलावा नए सीलिंग सार्टिफिकेट के लिए चक्कर लगाना पड़ता है।
बिजली चोरी रोकने के लिए मध्याचल विद्युत वितरण निगम लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजय गोयल ने बताया कि पुराने लखनऊ में स्मार्ट मीटर की शुरुआत होनी है। इनमें रेजीडेंसी, ऐशबाग, अपट्रान, चौक, अमीनाबाद डिवीजन के करीब ढाई लाख से अधिक उपभोक्ताओं के यहा चरणबद्ध तरीके से स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे। गोयल के मुताबिक मीटर निश्शुल्क लगाए जाएंगे। मीटर लगाने के एवज में बिजली विभाग प्रति मीटर कुछ धनराशि फिक्स करेगा। संबंधित कंपनी के जिम्मे पाच साल तक मीटर की मरम्मत का जिम्मा होगा। इसका पूरा रिकॉर्ड बिजली विभाग अपने पास रखेगा।
स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी रोकने, स्वीकृत भार से अधिक लोड खर्च करने पर लाइट कट जाने, निर्धारित धनराशि से ज्यादा बकाया होने पर सप्लाई बाधित करने की सुविधा होगी। यही नहीं मीटर में छेड़छाड़ करने पर संबंधित उपभोक्ता पकड़ा जा सकेगा।
स्मार्ट मीटर से बिजली चोरी रोकने, स्वीकृत भार से अधिक लोड खर्च करने पर लाइट कट जाने, निर्धारित धनराशि से ज्यादा बकाया होने पर सप्लाई बाधित करने की सुविधा होगी। यही नहीं मीटर में छेड़छाड़ करने पर संबंधित उपभोक्ता पकड़ा जा सकेगा।