नदी की धारा मोड़े बिना तैयार हुआ 181 मी. लंबा पुल
फ्रांस की सिस्ट्रा ने जहां डिजाइन बनाई, वहीं एलएंडटी की चेन्नई टीम ने गैंट्री सिस्टम अपनाया।
लखनऊ (अंशू दीक्षित)। गोमती नदी की धारा बिना मोड़े लखनऊ मेट्रो ने सिर्फ चार खंभों पर 181 मीटर लंबा पुल (बैलेंस कैंटीलीवर) खड़ा करके मॉडर्न टेक्नोलॉजी का परिचय दिया है। फ्रांस की सिस्ट्रा ने जहां डिजाइन बनाई, वहीं एलएंडटी की चेन्नई टीम ने गैंट्री सिस्टम अपनाया। लखनऊ मेट्रो व मेट्रो द्वारा नामित जनरल कंसल्टेंट के विशेषज्ञों ने इसे फाइनल टच दिया। जमीन से बीस मीटर ऊपर बनाए गए बैलेंस कैंटीलीवर को खड़ा करने में लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन की टीम को एक साल लगा।
लखनऊ मेट्रो रेल कारपोरेशन (एलएमआरसी) के अधिकारियों ने गोमती नदी की धारा को बिल्कुल भी नहीं छेड़ा गया है। 85 मीटर पुल का हिस्सा बीच का है। जो नदी के दोनों सिरों पर सिर्फ दो पिलर पर खड़ा है। वहीं दाएं व बाएं 48-48 मीटर लंबे हिस्से तो एक-एक पिलर पर खड़े हैं।
एलएमआरसी के प्रबंध निदेशक कुमार केशव ने बताया कि बैलेंस कैंटीलीवर को बनाने में पूरी टीम का योगदान है। इसके निर्माण में गुणवत्ता व संरक्षा का पूरा ध्यान रखा गया है। 23 किमी. रूट में यह काम बिल्कुल अलग है। नियमित मॉनीटङ्क्षरग का नतीजा है, जो आज यह तैयार है।
बैलेंस कैंटीलीवर की मुख्य बातें
- 181 मीटर लंबा पुल सिर्फ चार खंभों पर
- सौ साल से अधिक पुल की उम्र का दावा
अक्टूबर से ट्रैक व विद्युतीकरण का काम
अक्टूबर से ट्रैक व विद्युतीकरण का काम बैलेंस कैंटीलीवर पर शुरू कर दिया जाएगा। 15 नवंबर तक इसे खत्म करने का लक्ष्य है। सिग्निल से जुड़ा काम पूरा किया जाएगा।