सैन्य क्षमता में विस्तार करेगा मध्य कमान
वायुसेना और थलसेना के बीच तालमेल पर सेनाध्यक्ष ने किया मंथन
लखनऊ (जागरण संवाददाता)। भारतीय सेना अपनी सैन्य क्षमता में विस्तार करेगी। इस दौरान यूनिटों की संख्या भी बढ़ायी जा सकती है। यह जिम्मेदारी देश का सबसे बड़ा मध्य कमान निभाएगा। इसे लेकर सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत से मध्य कमान मुख्यालय ने एक रिपोर्ट साझा की। किसी भी आपात स्थिति में भारतीय थल सेना और वायुसेना की संयुक्त ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लेने के लिए सेनाध्यक्ष जनरल बिपिन रावत शनिवार को लखनऊ पहुंचे। उन्होंने करीब साढ़े चार घंटे तक मध्य कमान मुख्यालय में एक संयुक्त रिपोर्ट की समीक्षा की। दोपहर बाद जनरल बिपिन रावत दिल्ली वापस लौट गए।
जनरल बिपिन रावत सुबह नौ बजे विशेष हेलीकॉप्टर से आर्मी परेड ग्राउंड आए थे, जहां से वाहनों का काफिला मध्य कमान मुख्यालय पहुंचा। यहां मध्य कमान सेनाध्यक्ष ले. जनरल बीएस नेगी ने जहां उनको सेना की ऑपरेशनल तैयारियों की जानकारी दी। वहीं दूसरी ओर मध्य वायु कमान के एयर कमांडिंग इन चीफ एयर मार्शल एसबीपी सिन्हा ने वायुसेना की तैयारियों पर बनी एक रिपोर्ट सेनाध्यक्ष से साझा की। ले. जनरल नेगी ने मध्य कमान में सैन्य यूनिटों के विस्तार, सैनिकों की संख्या बढ़ाने और सैन्य सुविधाओं के विकास की जानकारी भी दी। आर्मी चीफ ने थलसेना और वायुसेना के बीच संयुक्त ऑपरेशनल तैयारियों में बेहतर तालमेल के लिए दोनों ही कमान की प्रशंसा भी की। इससे पहले उन्होंने मध्य कमान के सभी अधिकारियों के साथ मुलाकात की। उन्होंने सैन्य अधिकारियों को भावी चुनौतियों से निपटने के लिए तैयार रहने का आहवान भी किया। इस मौके पर मध्य कमान के स्टाफ अध्यक्ष ले. जनरल जेके शर्मा सहित कई अधिकारी मौजूद थे।