यूपी में 18 शोध पीठ स्थापित, 316 अनुसंधान प्रोजेक्ट स्वीकृत, शिक्षा के क्षेत्र में भाजपा सरकार ने खींची बड़ी लकीर
शोध-अनुसंधान को बढ़ावा देने में योगी सरकार ने काफी काम किया है। बता दें कि 2003 से 2017 के बीच में यूपी में कोई भी शोध और अनुसंधान प्रोजेक्ट पास नहीं हुआ है। पिछले पांच वर्षों में शिक्षा के क्षेत्र में काम कर भाजपा सरकार ने बड़ी लकीर खींची है।
लखनऊ, राज्य ब्यूरो । यूपी में शिक्षा में नवाचार के साथ ही सरकार ने सर्वाधिक 18 शोध पीठों की स्थापना कराई है। वहीं, 316 शिक्षकों के शोध और अनुसंधान प्रोजेक्ट्स को मंजूरी देने में भी भाजपा सरकार ने बड़ी लकीर खींची है।
सरकार के प्रवक्ता ने बताया कि प्रदेश में 2003 से 2017 तक प्रोजेक्ट स्वीकृत नहीं हुए थे। शोध व अनुसंधान को प्रोत्साहन देने में प्रदेश सरकार आगे रही और इस मद में लगभग आठ करोड़ रुपये आवंटित किये थे।
सरकार ने 18 शोधपीठों की स्थापना की है। 2003 से 2007 तक एक भी शोधपीठ स्थापित नहीं थी, जबकि 2007 से 2012 के दौरान छह और 2012 से 2017 तक एक शोधपीठ की स्थापना हुई थी।
शिक्षकों के लिए स्वीकृत शोध और अनुसंधान प्रोजेक्ट के लिहाज से 2003 से लेकर 2017 तक यानी 14 साल की उपलब्धियां निराशाजनक रही हैं, क्योंकि इस दौरान एक भी प्रोजेक्ट स्वीकृत नहीं हुए, योगी सरकार ने 316 प्रोजेक्ट् को मंजूरी दिया। सरकार ने 10 करोड़ 77 लाख की लागत से 89 सेंटर आफ एक्सीलेंस खोले हैं।