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फौजी के एनकाउंटर में 12 पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा, इंसाफ के लिए दस साल तक पत्‍‌नी ने किया संघर्ष

न्यायालय के आदेश पर काकोरी थाने में एफआइआर दर्ज।

By JagranEdited By: Published: Fri, 17 Aug 2018 10:15 AM (IST)Updated: Fri, 17 Aug 2018 11:22 AM (IST)
फौजी के एनकाउंटर में 12 पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा, इंसाफ के लिए दस साल तक पत्‍‌नी ने किया संघर्ष
फौजी के एनकाउंटर में 12 पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा, इंसाफ के लिए दस साल तक पत्‍‌नी ने किया संघर्ष

लखनऊ(जेएनएन)। काकोरी थाना क्षेत्र में वर्ष 2008 में रिटायर्ड फौजी जागेश्वर के फर्जी एनकाउंटर मामले में न्यायालय के आदेश पर 12 पुलिसकर्मियों पर काकोरी थाने में हत्या की एफआइआर दर्ज हुई है।

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दस साल से पति के हत्यारोपितों को सजा दिलाने के लिए फौजी की पत्‍‌नी मंजू देवी संघर्ष कर रही थीं। गुरुवार को उनकी तहरीर पर मामला दर्ज हुआ तो परिवार को इंसाफ मिलने की आस जगी। इंस्पेक्टर काकोरी के मुताबिक विवेचना में तथ्यों के आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। भगमतखेड़ा में वर्ष 2008 में सरोजनीनगर, कृष्णानगर व मानकनगर पुलिस ने आर्मी से रिटायर जागेश्वर का एनकाउंटर किया था। घटना के बाद फौजी की प8ी मंजू देवी ने पुलिस पर षडयंत्र रचकर फर्जी एनकाउंटर का आरोप लगाया था, जब कहीं से सुनवाई न हुई तो उसने न्यायालय का सहारा लिया।

सरोजनीनगर के मीरानपुर पिनवट दरोगा खेड़ा निवासी मंजू देवी ने न्यायालय में वाद दायर किया था। जिसमें उसने कहा था कि पति जागेश्वर उर्फ फौजी सेना में सैनिक थे। वह शहीद कैप्टन मनोज पाडेय की बटालियन के थे। रिटायरमेंट के बाद जागेश्वर ट्रक चलाकर उससे परिवार का भरण-पोषण करते थे। पुरानी रंजिश में कुछ लोगों ने षडयंत्र रचकर जागेश्वर पर कई फर्जी मुकदमे दर्ज करा दिए। ग्राम बेहसा निवासी देवेश प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी गई थी। इसमें जागेश्वर उर्फ फौजी को भी नामजद करा दिया गया था।

जागेश्वर उर्फ फौजी अपनी चचेरी बहन भगवतखेड़ा काकोरी निवासी किरण की ससुराल गए थे। 14 अक्टूबर 2008 की सुबह साढ़े चार से पाच के बीच सरोजनीनगर के तत्कालीन एसओ साधूराम पुलिसकर्मियों के पहुंचे और जागेश्वर को बाहर बुलाकर गोली मार दी, फिर उसके बाद डंडों के सहारे उठाकर पास में स्थित धान के खेत में डालकर फर्जी एनकाउंटर दिखा दिया। मुकदमा दर्ज होने के बाद उनके भतीजे और पत्‍‌नी ने कहा कि उन्हें कानून पर पूरा भरोसा है ं और अब न्याय की आस जगी है। इन पुलिसकर्मियों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया:

सरोजनीनगर के तत्कालीन एसओ साधूराम, कृष्णानगर के दारोगा अमित तोमर, दारोगा सचिन कुमार, हारुन निशाका, सिपाही अशोक कुमार, जितेंद्र सिंह, अपराध शाखा में तैनात रहे दारोगा केपी सिंह, तत्कालीन मानक नगर एसओ आलम अंसारी, सिपाही सुनील विश्नोई, सिपाही शिव सागर तिवारी, सिपाही कमलेश बहादुर सिंह व सिपाही हरिश्चंद्र हैं।

रिटायर होने के बाद गाव में रहते थे :


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