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ढाई इंच के चीरे से निकाला 11‍ किलो का ट्यूमर, ऐसे हुई सफल सर्जरी Lucknow News

लखनऊ के बलरामपुर अस्‍पताल में मात्र ढाई इंच के चीरे से निकाला गया 11 किलो का ट्यूमर।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 26 Sep 2019 04:51 PM (IST)Updated: Fri, 27 Sep 2019 08:53 AM (IST)
ढाई इंच के चीरे से निकाला 11‍ किलो का ट्यूमर, ऐसे हुई सफल सर्जरी Lucknow News
ढाई इंच के चीरे से निकाला 11‍ किलो का ट्यूमर, ऐसे हुई सफल सर्जरी Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। राजधानी के बलरामपुर अस्‍पताल में एक 13 साल की बच्‍ची के पेट से 11 किलो का ट्यूमर निकाला गया। खास बात यह रही कि ये ट्यूमर मात्र ढाई इंच के चीरे से निकाला गया। अस्‍पताल के वरिष्‍ठ सर्जन डॉ एसआर समद्दर ने यह सफल ऑपरेशन करके लड़की को नया जीवनदान दिया। 

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यह है मामला 

इटौंजा की रहने वाली 13 साल की मौसमो 21 सितंबर को बलरामपुर अस्‍पताल की ओपीडी में पेट दर्द और सूजन की तकलीफ के साथ आई थी। जांच के बाद बच्‍ची को ओवेरियन ट्यूमर का पता चला। जिसके बाद वरिष्‍ठ सर्जन डॉ एसआर समद्दर ने उसका गुरुवार को ऑपरेशन किया गया। लगभग डेढ़ घंटे चले ऑपरेशन में पेट में मात्र ढाई इंच का चीरा लगाया गया। जिससे ट्यूमर निकाला गया। डॉक्‍टरों का दावा है कि इतने कम चीरे से अभी तक इतना बड़ा ट्यूमर ओपन सर्जरी में नहीं किया गया है। ट्यूमर ओवरी के साथ ही निकाला गया हालांकि एक तरफ की ओवरी से लड़की आगे चलकर कंसीव कर सकती है। जिससे उसकी फर्टिलिटी पर असर नहीं पड़ेगा। 

   

जान जाने का था खतरा 

डॉ समद्दर ने बताया कि लड़की तीन माह से पेट दर्द का इलाज करा रही थी हालांकि उसे दिक्‍कत लगभग साल भर से रही होगी। ओवेरियन ट्यूमर का साइज इतना बड़ा हो गया था कि वो अमाशय को भी दबा रहा था। जिसकी वजह से उसे खाना हजम नहीं हो रहा था। बार बार उल्‍टी हो रही थी। समय रहते अगर ऑपरेट नहीं किया गया होता तो ट्यूमर के रेप्‍चर होने का भी खतरा था, जिससे उसकी जान भी जा सकती थी। ट्यूमर को बायोप्‍सी के लिए भेजा गया है। इसमें सात लीटर लिक्विड और चार किलो का सोलिड मॉस था। 

यह जांच हैं जरूरी 

डॉ समद्दर ने बताया कि अगर पेट में दर्द के साथ सूजन भी हो रही है तो उचित जांच कराना जरूरी है। इसके लिए अल्‍ट्रासाउंड, सीटी स्‍कैन आदि जांच करानी चाहिए। 

टीम में शामिल डॉक्‍टर 

ऑपरेशन की टीम में वरिष्‍ठ सर्जन डॉ एसआर समद्दर, डॉ एसके सक्‍सेना, एनेस्‍थेटिस्‍ट डॉ कौशल, डॉ अंजुम कौसर, नर्सिंग स्‍टाफ विनीता और उर्मिला रही। 


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