100 और बढ़ेंगी एडवास लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस
सरकार सौ जहा एडवास लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस खरीदने जा रही है, वहीं 10
लखनऊ[जागरण संवाददाता]। राज्य में शीघ्र ही एंबुलेंस का बेड़ा बढ़ेगा। सरकार सौ जहा एडवास लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस खरीदने जा रही है, वहीं 108 के बेड़े में 712 वाहन और शामिल होंगे। यह जानकारी एंबुलेंस प्रदाता कंपनी के सीओओ जितेंद्र वालिया ने पत्रकार वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि अभी 108 की 1488 एंबुलेंस हैं। वहीं 102 की 2270 एंबुलेंस संचालित हैं। इसके अलावा 150 एडवास लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस चल रही हैं। इसमें 108 एंबुलेंस से जहा एक करोड़ से अधिक लोग अस्पताल पहुंचाए गए, वहीं 102 से ढाई करोड़ से अधिक जच्चा-बच्चा को लाभ मिला। कब डायल करें 108 नंबर ?
- दिल का दौरा (हार्ट अटैक ) पड़ने पर।
- तेज पेट दर्द, सास में तकलीफ होने पर।
- किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर।
- जानवरों के काटने, अचानक बेहोश होने पर।
- जब कोई अपराध हो रहा हो या आग लग गयी हो , उस समय फायर बिग्रेड और एम्बुलेंस की आवश्यकता हो।
- इसके आलावा अन्य किसी प्रकार की इमरजेंसी की स्थिति में।
कब डायल करें 102 ?
- 102 एम्बुलेंस सेवा में गर्भवती महिला को घर से अस्पताल तक लाने और वापस घर तक छोड़ने की मिलती है।
- इसके आलावा बेहतर इलाज के लिए गर्भवती महिला व शिशु को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक छोड़ा जाएगा।
- इस एंबुलेंस सेवा में एक साल तक के बच्चों को किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर घर से अस्पताल लाने और वापस अस्पताल से घर छोड़ने की उपलब्ध है। लखनऊ[जागरण संवाददाता]। राज्य में शीघ्र ही एंबुलेंस का बेड़ा बढ़ेगा। सरकार सौ जहा एडवास लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस खरीदने जा रही है, वहीं 108 के बेड़े में 712 वाहन और शामिल होंगे। यह जानकारी एंबुलेंस प्रदाता कंपनी के सीओओ जितेंद्र वालिया ने पत्रकार वार्ता में कहीं। उन्होंने कहा कि अभी 108 की 1488 एंबुलेंस हैं। वहीं 102 की 2270 एंबुलेंस संचालित हैं। इसके अलावा 150 एडवास लाइफ सपोर्ट एंबुलेंस चल रही हैं। इसमें 108 एंबुलेंस से जहा एक करोड़ से अधिक लोग अस्पताल पहुंचाए गए, वहीं 102 से ढाई करोड़ से अधिक जच्चा-बच्चा को लाभ मिला। कब डायल करें 108 नंबर ?
- दिल का दौरा (हार्ट अटैक ) पड़ने पर।
- तेज पेट दर्द, सास में तकलीफ होने पर।
- किसी भी प्रकार की दुर्घटना होने पर।
- जानवरों के काटने, अचानक बेहोश होने पर।
- जब कोई अपराध हो रहा हो या आग लग गयी हो , उस समय फायर बिग्रेड और एम्बुलेंस की आवश्यकता हो।
- इसके आलावा अन्य किसी प्रकार की इमरजेंसी की स्थिति में।
कब डायल करें 102 ?
- 102 एम्बुलेंस सेवा में गर्भवती महिला को घर से अस्पताल तक लाने और वापस घर तक छोड़ने की मिलती है।
- इसके आलावा बेहतर इलाज के लिए गर्भवती महिला व शिशु को एक अस्पताल से दूसरे अस्पताल तक छोड़ा जाएगा।
- इस एंबुलेंस सेवा में एक साल तक के बच्चों को किसी भी प्रकार की बीमारी होने पर घर से अस्पताल लाने और वापस अस्पताल से घर छोड़ने की उपलब्ध है।