उत्तर प्रदेश में 100 एसी जनरथ और 50 पिंक बसों का संचालन जल्द
परिवहन निगम ने 20 स्लीपर कोच, सौ एसी जनरथ और पचास पिंक बसों के जल्द संचालन की तैयारियां तेज कर दी हैं।
लखनऊ (जेएनएन)। परिवहन निगम ने 20 स्लीपर कोच, सौ एसी जनरथ और पचास पिंक बसों के जल्द संचालन की तैयारियां तेज कर दी हैं। बोर्ड बैठक में मंजूरी मिलते ही इनके निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इनके लिए रूट भी तय हैं। इनमें से कुछ बसों को अंतरराज्यीय सेवाओं के रूप में दिल्ली, उत्तराखंड और राजस्थान के बीच भी चलाया जाएगा। महिलाओं के लिए खास पिंक बसों का संचालन भी पहले चरण में जनवरी तक शुरू होने की संभावना है। परिवहन निगम अंतरराज्जीय रूटों पर महिलाओं के लिए इन बसों का प्रयोग पहली बार करने जा रहा है।
सौ वातानुकूलित जनरथ
प्रथम चरण में सौ वातानुकूलित जनरथ बसों को बेड़े में शामिल किया जाएगा। इनमें से बीस बसों को रेलवे की तर्ज पर बतौर स्लीपर कोच चलाया जाएगा। इसका लाभ उन यात्रियों को मिलेगा जिन्हें रेलवे में आरक्षण नहीं मिल पाता है। इनमें से कुछ सेवाएं वाया एक्सप्रेस-वे और कुछ सेवाएं वाया बरेली चलाई जाएंगी। उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम प्रबंध निदेशक पी. गुरुप्रसाद ने बताया कि बोर्ड बैठक में मंजूरी के साथ ही प्रक्रिया शुरू हो गई है। जल्द ही यह सेवाएं निगम के बेड़े में शामिल हो जाएंगी। कुल सौ बसें लग्जरी होंगी।
इन रूट पर होगा बसों का संचालन
- लखनऊ से दिल्ली वाया आगरा एक्सप्रेस-वे
- लखनऊ-बरेली-हरिद्वार-देहरादून
- लखनऊ-आगरा-जयपुर
- मथुरा-आगरा-लखनऊ-अयोध्या
- आगरा-वाराणसी।
इन रूट पर पिंक बसों का संचालन
- मेरठ-दिल्ली
- मेरठ-सहारनपुर
- अलीगढ़-दिल्ली
- गाजियाबाद-दिल्ली
- आगरा-दिल्ली
- लखनऊ-आसपास
महिलाओं के लिए 50 पिंक बसें
उप्र परिवहन निगम महिलाओं के लिए सौगात देने जा रहा है। निगम ने राज्य में निर्भया योजना के तहत पिंक बस सेवा शुरू करने का निर्णय लिया है। पहले चरण में जनवरी तक 50 बसें सड़कों पर चलाई जाएंगी। इसमें सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम होंगे। जीएम ऑपरेशन उप्र परिवहन निगम अनग मिश्रा ने आगरा में बताया कि पिंक व स्लीपर बस सेवा जनवरी तक शुरू करने की तैयारी है। इसके रूटों पर मंथन किया जा रहा है। अंतरराज्जीय रूटों पर इस एसी सेवा को पहली बार शुरू किया जा रहा है। इन बसों के लिए ऐसे मार्गों को चिह्नित किया जा रहा है, जिस पर महिलाओं की आवाजाही अधिक रहती है। वीकेंड व सोमवार को एक बस लखनऊ से दिल्ली के बीच भी चलाई जा सकती है। हर बस में तीन सीसीटीवी कैमरे लगे होंगे। हर सीट पर पैनिक बटन होगा और इंटरसेप्टर व्हीकल से इनकी निगरानी की जाएगी। कोशिश की जा रही है, इन बसों में परिचालक भी महिला हो। पुलिस की तर्ज पर इंटरसेप्टर व्हीकल रोडवेज के होंगे, लेकिन यह पुलिस कंट्रोल रूम से कनेक्ट होंगे।