लखनऊ मेट्रो : 7 किमी. दायरे में होंगे 10 इमरजेंसी डोर
ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर के डीपीआर में भूमिगत स्टेशनों पर होगी व्यवस्था। चारबाग से वसंतकुंज के बीच होंगे सात भूमिगत स्टेशन।
लखनऊ[अंशू दीक्षित]। चारबाग से वसंतकुंज के बीच चलने वाली मेट्रो 11 किमी. रूट में दस इमरजेंसी डोर होंगे। सफर के दौरान अगर मेट्रो सुरंग में खराब होती है या अन्य कारणों से खड़ी हो जाती है तो यात्रियों को इमरजेंसी दरवाजे से आसानी से निकाला जा सकेगा। यही नहीं, आग लगने पर इमरजेंसी डोर पर लगे 80 एमएम के फायर प्रूफ दरवाजे यात्रियों की मदद करेंगे। यह सुविधा चारबाग से नवाजगंज स्टेशन के बीच होगी। क्योंकि इसके आगे पड़ने वाले स्टेशन एलीवेटेड होंगे। लखनऊ मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के एमडी कुमार केशव ने बताया कि इमरजेंसी डोर से तात्पर्य क्त्रॉस पैसेज से होता है। इमरजेंसी में यात्री एक ट्रैक से दूसरे ट्रैक पर इन इमरजेंसी डोर के जरिए जा सकेंगे। यह इमरजेंसी डोर चारबाग से गौतमबुद्ध मार्ग स्टेशन, अमीनाबाद, पाण्डेयगंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल चौराहा और नवाज गंज मेट्रो स्टेशनों पर होगा, क्योंकि ये सभी मेट्रो स्टेशन भूमिगत होंगे।
इमरजेंसी दरवाजा (क्रॉस पैसेज)2023 में हो जाएगा यह रूट शुरू:
एलएमआरसी ने चारबाग से वसंतकुंज के बीच मेट्रो का संचालन अप्रैल 2023 में शुरू करने की योजना बनाई है। 17 जुलाई को ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर का संशोधित डीपीआर शासन को भेजा जा चुका है। हरी झडी मिलते ही डीपीआर शहरी विकास मंत्रलय भेजा जाएगा और वहा से अनुमति मिलते ही काम शुरू कर दिया जाएगा। तीन कोच की चलेगी मेट्रो:
ईस्ट वेस्ट कॉरिडोर पर पतली सड़कें होने के कारण तीन कोच की मेट्रो चलाई जाएगी। स्टेशनों की लंबाई भी कम होगी और जमीन का अधिग्रहण भी कम लखनऊ मेट्रो करेगा।