यूपी बोर्ड की तर्ज पर होंगी मुंशी-मौलवी की परीक्षाएं, नकलविहीन होंगे एक्जाम Lucknow News
उप्र मदरसा शिक्षा परिषद ने डीएमओ को जारी किए निर्देश नकलविहीन परीक्षाएं कराने के लिए गठित होंगी दो समितियां।
लखनऊ, जेएनएन। यूपी बोर्ड की तर्ज पर मुंशी-मौलवी (सेकेंड्री), आलिम (सीनियर सेकेंड्री), कामिल व फाजिल की परीक्षाएं कराने की तैयारी है। कैमरे की निगरानी में अनुदानित मदरसों व राजकीय इंटर कॉलेज के साथ आइटीआइ व पॉलीटेक्निक में मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं होंगी। उप्र मदरसा शिक्षा परिषद ने सकुशल परीक्षाएं संपन्न कराने के लिए दिशा-निर्देश जारी कर दिए हैं।
इसबार माध्यमिक शिक्षा परिषद के साथ ही मुंशी, मौलवी, आलिम, कामिल व फाजिल की परीक्षाएं होनी हैं। बोर्ड ने परीक्षा केंद्र बनाने सहित अन्य व्यवस्थाओं को लेकर जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी (डीएमओ) को लिखित गाइडलाइन जारी भी कर दी है। गाइडलाइन के मुताबिक परीक्षा कक्ष में दो कक्ष निरीक्षक तैनात रहेंगे। साथ ही कॉलेज के प्रधानाचार्य भी मौजूद होंगे। वहीं, बालिकाओं का सेल्फ सेंटर रहेगा, जहां 150 से कम छात्राएं होंगी। वहां के निस्वां मदरसों को शामिल कर एक परीक्षा केंद्र बनाया जाएगा। इस संबंध में डीएमओ बालेंदु कुमार द्विवेदी ने बताया कि इसबार माध्यमिक शिक्षा परिषद के साथ मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं कराने की तैयारी है। नकलविहीन परीक्षाएं कराने के लिए जिला स्तर पर दो समिति का गठन किया जाएगा। इसके अलावा परीक्षार्थियों की अनुपस्थिति फीड करने के लिए नोडल कर्मचारी नामित किया जाएगा, जो रोजाना अपनी रिपोर्ट डीएमओ को देगा। मदरसा पोर्टल पर पब्लिक डोमेन में परीक्षार्थियों द्वारा स्वयं एवं मदरसों की लॉगइन पर मदरसों द्वारा अनुपस्थिति क्रास चेक करने का मॉड्यूल उपलब्ध होगा।
गठित होगी समिति
मदरसा बोर्ड की परीक्षाएं कराने के लिए जनपदीय समिति गठित की जाएगी। समिति में जिलाधिकारी अध्यक्ष होंगे, जबकि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी व जिला अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी को समिति का सदस्य बनाया जाएगा। परीक्षा केंद्रों में नकल विहीन सकुशल परीक्षा कराने की जिम्मेदारी समिति की होगी। इसके अलावा परिषद स्तर पर केंद्र निर्धारण समिति गठित की जाएगी। इसमें मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष के अलावा अल्पसंख्यक कल्याण निदेशक को उपाध्यक्ष, रजिस्ट्रार को सदस्य-सचिव व उप निदेशक व मंडलीय अल्पसंख्यक कल्याण अधिकारी सदस्य होंगे।
पांच किमी की परिधि में होगा केंद्र
मदरसे से परीक्षा केंद्र पांच किमी की परिधि में होगा। इसके अलावा परीक्षा केंद्र में सीसीटीवी कैमरे के साथ सभी आधारभूति सुविधाएं होंगी। जैसे बैठने के लिए फर्नीचर, पेयजल व शौचालय आदि की व्यवस्था होगी। प्रश्न-पत्रों की गोपनीयता बनाए रखने के लिए अलमारी के साथ उत्तरपुस्तिकाओं को सुरक्षित की व्यवस्था हो। एक परीक्षा केंद्र में अधिकतम 1200 परीक्षार्थियों की होगी। ब्लैक लिस्टिेड कॉलेजों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया जाएगा।
यहा बनेंगे परीक्षा केंद्र
- राजकीय इंटर कालेज
- अशासकीय सहायता प्राप्त माध्यमिक विद्यालय
- अनुदानित मदरसा
- राजकीय आइटीआइ, राजकीय पॉलीटेक्निक व राजकीय महाविद्यालय