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कार्यवाही- बीएसए ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों का रोका वेतन

ललितपुर ब्यूरो : जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी माया राम धीरे-धीरे कार्यवाही करने के मूड में आते जा रह

By JagranEdited By: Published: Tue, 02 Oct 2018 12:44 AM (IST)Updated: Tue, 02 Oct 2018 12:44 AM (IST)
कार्यवाही- बीएसए ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों का रोका वेतन
कार्यवाही- बीएसए ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों का रोका वेतन

ललितपुर ब्यूरो :

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जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी माया राम धीरे-धीरे कार्यवाही करने के मूड में आते जा रहे है। कार्य में लापरवाही बरतने वाले शिक्षक-शिक्षिकाओं के खिलाफ कार्यवाही के बाद अब बीएसए ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को भी नहीं बख्श रहे हैं। यू-डायस अन्तर्गत स्टूडेण्ट डाटाबेस मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम (एसडीएमआइएस) और हाऊस होल्ड का डाटा अपडेट कर पोर्टल पर अपलोड न करने पर बीएसए ने जनपद के समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों का अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने की कार्यवाही की है। इस कार्यवाही को बीएसए का कड़ा फैसला माना जा रहा है।

जनपद में 6 जून को पदभार ग्रहण करने के बाद से ही इस बात के कयास लगाये जा रहे थे कि नवागत जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी माया राम कार्यवाही करने में हाथ सिकोड़ते है, लेकिन धीरे-धीरे सारे कयास झूठे साबित होते जा रहे है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी माया राम न सिर्फ शिक्षक-शिक्षिकाओं के खिलाफ कार्यवाही करने में हिचक रहे है बल्कि विभागीय अफसरों के खिलाफ कार्यवाही करने में भी उनके हाथ नहीं काँप रहे है। जानकारी के मुताबिक परिषदीय प्राथमिक और उच्च प्राथमिक विद्यालयों, माध्यमिक विद्यालयों के अलावा मान्यता प्राप्त निजी विद्यालयों में डुप्लीकेसी रोकने के मकसद से शासन द्वारा वित्तीय वर्ष 2016-17 से एसडीएमआइएस डेवलप किया गया। इसके तहत यू-डायस 2017-18 अंतर्गत एसडीएमआइएस के क्रियान्वयन को एक पोर्टल तैयार किया गया। पोर्टल में कक्षा 1 से 12वीं तक के समस्त प्रकार के विद्यालयों में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं से संबंधित 44 बिन्दुओं का ब्यौरा अपलोड किया जाना है। शासन के निर्देश पर जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी माया राम ने खण्ड शिक्षा अधिकारियों को पत्र लिखकर एसडीएमआइएस और हाऊस होल्ड सर्वे का ब्यौरा तलब किया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के बार-बार आदेश और निर्देश के बाद भी बच्चों का ब्यौरा पोर्टल पर न तो अपडेट किया गया और न ही अपलोड किया गया।

जानकारी के मुताबिक जनपद के लगभग 3 लाख 9 हजार 391 छात्र-छात्राओं का ब्यौरा पोर्टल पर अपलोड किया जाना था, जिसके सापेक्ष महज 37 हजार विद्यार्थियों का डाटा ही अपडेट किया गया। ब्यौरा अपडेट होने में बरती जा रही ढिलाई पर शासन स्तर से नाराजगी भी व्यक्त की गई। एक ओर जहाँ शासन इस मसले पर गम्भीर है तो वहीं दूसरी ओर खण्ड शिक्षा अधिकारियों के कानों पर जूं तक नहीं रेगी। बीएसए के बार-बार आदेश के बाद भी खण्ड शिक्षा अधिकारियों ने निर्धारित अवधि में सूचनायें उपलब्ध नहीं करवाई। मामले की गम्भीरता को ध्यान में रखते हुये जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी ने नगर शिक्षा अधिकारी समेत समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारियों का अग्रिम आदेश तक वेतन रोकने की कार्यवाही की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि वाँछित सूचनायें 3 अक्टूबर तक कार्यालय में उलपब्ध करा दी जायें। अन्यथा की स्थिति में उच्च अधिकारियों को कार्यवाही हेतु सूचित कर दिया जायेगा। खण्ड शिक्षा अधिकारियों के खिलाफ वेतन रोकने की कार्यवाही को बीएसए का बड़ा फैसला माना जा रहा है।

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डाटा अपलोड को दिया गया 1 रुपया प्रति बच्चा

ललितपुर : यू-डायस अन्तर्गत स्टूडेण्ट डाटाबेस मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम (एसडीएमआइएस) पोर्टल पर छात्र-छात्राओं का डाटा अपलोड एवं अपडेट करने के लिये शासन द्वारा बजट भी उपलब्ध कराया जाता है। जानकारी के मुताबिक वित्तीय वर्ष की शुरूआत में ही शासन द्वारा डाटा अपलोड करने के लिये प्रति बच्चा 1 रुपया भेजा गया था, जिसे विभाग द्वारा ब्लॉक संसाधन केन्द्रों पर हस्तान्तरित कर दिया गया। बजट मिलने के बाद भी उक्त कार्य को पूर्ण नहीं किया गया।

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यह है अपलोड करने के 44 बिन्दु

ललितपुर : यू-डायस अंतर्गत स्टूडेण्ट डाटाबेस मैनेजमेंट इनफार्मेशन सिस्टम (एसडीएमआइएस) पोर्टल पर छात्र-छात्राओं से सम्बन्धित 44 बिन्दुओं का ब्यौरा अपलोड किया जाना है। इसके तहत आधार कार्ड नं, छात्र का नाम, जन्म तिथि, छात्र के माता व पिता का नाम, जेण्डर, सोशल केटेगिरी, रिलीजन, गृह जनपद, विद्यालय में प्रवेश की तिथि व नंबर, बीपीएल, गेटिग फीस एजूकेशन, शिक्षा का माध्यम, छात्र का बैंक खाता नंबर, बैंक का आइएफएससी कोड, मोबाईल नम्बर, ईमेल समेत अन्य जानकारियाँ शामिल है।


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