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बाढ़ की अफवाह पर दौड़े प्रशासनिक अफसर

ललितपुर ब्यूरो : राजघाट व माताटीला बाँध के गेट खुलने के चलते तटवर्ती इलाकों में पानी भराव होने से

By JagranEdited By: Published: Thu, 23 Aug 2018 11:04 PM (IST)Updated: Thu, 23 Aug 2018 11:04 PM (IST)
बाढ़ की अफवाह पर दौड़े प्रशासनिक अफसर
बाढ़ की अफवाह पर दौड़े प्रशासनिक अफसर

ललितपुर ब्यूरो :

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राजघाट व माताटीला बाँध के गेट खुलने के चलते तटवर्ती इलाकों में पानी भराव होने से बाढ़ का खतरा उत्पन्न हो गया है और कई गाँव इसकी चपेट में आकर डूब सकते है। कुछ इस तरह की अफवाहे जब झाँसी व ललितपुर के विभिन्न क्षेत्रों में उड़ी तो प्रशासन व पुलिस के अफसरों में हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में उन्होंने उक्त बाँधों का निरीक्षण किया और यहाँ जलभराव की स्थिति की जानकारी ली। जहाँ यह खबर मात्र अफवाह निकली और यहाँ किसी भी प्रकार की बाढ़ की स्थिति नहीं थी। निर्धारित क्षमतानुरूप पानी की निकासी की जा रही थी और स्थिति सामान्य थी। इसके बाद उन्होंने पत्रकारों से वार्ता करते हुए अपील की कि अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।

मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में इन दिनों बारिश का आलम है। जिसके चलते यहाँ से निकली बेतवा में अच्छा खासा पानी का जलजला बना हुआ है। बेतवा में पानी बढ़ने के चलते इससे सटे बाँध राजघाट में पानी की ऐसी बढ़ोत्तरी हुई कि सोमवार की रात में गेट खोलना पड़े। यहाँ के गेट खुले तो तालबेहट क्षेत्र के माताटीला में भी पानी बढ़ा और यहाँ के भी गेट खुले। पानी की आवक भी लगातार बनी हुयी है। गुरूवार को माताटीला बाँध के पूरे 20 गेट खोलकर पानी की निकासी की जा रही थी, जिसके चलते इससे सटे इलाकों में पानी भरा हुआ था। खबर भी फैली कि पानी की आवक होने से कई इलाकों में बाढ़ की सम्भावना है। ऐसे में चारों और खलबली मची गयी। यह सूचना प्रशासन व पुलिस के आला अफसरों तक पहुंँची तो वह भी यहाँ पहुंँचे। गुरूवार को मण्डलायुक्त झाँसी कुदुमलता श्रीवास्तव, पुलिस उप महानिरीक्षक झाँसी एसएस बघेल समेत जिलाधिकारी ललितपुर मानवेन्द्र सिंह व जिलाधिकारी झाँसी शिवसहाय अवस्थी माताटीला बाँध पर पहुंँचे। यहाँ उन्होंने जलाशय में जल भराव की स्थिति के बारे में जानकारी ली। बताया कि समाचार पत्रों में बेतवा नदी में वृहद जल प्रवाह की खबरे आ रही थीं, जिससे आम जनता में बेतवा नदी के आसपास बसने वाले ग्रामों में बाढ़ का अंदेशा हो रहा था। निरीक्षण में पाया कि ऐसा कुछ नहीं है, बेतवा नदी पर स्थित 2 बड़े बाँध राजघाट एवं माताटीला पूरी तरह भरे हुये हैं। इन बाँधों से नियन्त्रित मात्रा में जल छोड़ा जा रहा है, जिससे बाढ़ का कोई खतरा नहीं है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें। जनपद ललितपुर एवं जनपद झासी में बाढ़ का किसी प्रकार का कोई खतरा नहीं है।

मण्डलायुक्त ने माताटीला बाँध के निरीक्षण के उपरान्त गेस्ट हाउस में जनपद ललितपुर एवं जनपद झाँसी के जिलाधिकारियों की उपस्थिति में सिंचाई विभाग के अधिकारियों के साथ बैठक की। अधिशाषी अभियंता सिंचाई खण्ड ललितपुर ने मण्डलायुक्त को बताया कि जनपद ललितपुर में 7 बाँध हैं, जिसमें गोविन्द सागर 43 प्रतिशत, सहजाद 29 प्रतिशत, जामिनी 46 प्रतिशत, सजनम बाँध 36 प्रतिशत, रोहिणी बाँध 52 प्रतिशत, राजघाट 90 प्रतिशत एवं माताटीला बाँध 90 प्रतिशत भर चुका है। औसत रुप से राजघाट एवं माताटीला को छोड़कर शेष बाधों में निर्धारित मानक से 10 से 30 प्रतिशत कम जल भण्डारण हुआ है। उन्होंने बताया कि हालाकि जनपद में बाढ़ जैसी कोई स्थिति नहीं है फिर भी बाढ़ से निपटने की कार्ययोजना बना ली गई है। झाँसी जनपद के सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने मण्डलायुक्त को अवगत कराया कि जनपद झाँसी में नोटघाट नामक स्थान पर बेतवा का जलस्तर खतरे के निशान से 12 मीटर नीचे है, जबकि जनपद जालौन में मोहाना नामक स्थान पर बेतवा नदी का जलस्तर खतरे के निशान से 11 मीटर नीचे है। उन्होंने बताया कि वर्ष 2018 में वर्षा का प्रतिशत औसत वर्षा के सापेक्ष झाँसी में 45 प्रतिशत, जालौन में 54 प्रतिशत तथा ललितपुर में 36 प्रतिशत है। मण्डलायुक्त ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि हालाकि बाढ़ जैसी कोई स्थिति प्रतीत नहीं हो रही है फिर भी उन्हे इसे लेकर सजग रहना होगा। उन्होंने सिंचाई विभाग के अधिकारियों को बाढ़ चौकी की स्थापना एवं बाढ़ राहत केन्द्रों को चिन्हित करने के निर्देश दिये।


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