बिना मान्यता संचालित 1 दर्जन विद्यालय पकड़े
ललितपुर ब्यूरो : जिला विद्यालय निरीक्षक के निर्देश पर ब्लॉक स्तरीय कमिटि मड़ावरा ने अमान्य स्कूलों
ललितपुर ब्यूरो :
जिला विद्यालय निरीक्षक के निर्देश पर ब्लॉक स्तरीय कमिटि मड़ावरा ने अमान्य स्कूलों की जाँच का अभियान चलाया। इस दौरान समिति सदस्यों ने मड़ावरा, धवा, पहाड़ी कला, बम्हौरी, गिदवाहा में छापामार कार्यवाही की जहाँ 1 या 2 नहीं बल्कि दर्जन भर अमान्य विद्यालय संचालित मिले। कोई मान्यता लिये बगैर विद्यालय संचालित करता मिला तो कोई 5वीं की मान्यता लेकर 11वीं तक कक्षायें संचालित कर रहा था।
जिला विद्यालय निरीक्षक ने ब्लॉक स्तरीय समितियाँ गठित कर अमान्य स्कूलों की धरपकड़ के निर्देश दिये। निर्देशों के क्रम में विकासखण्ड मड़ावरा की समिति में शामिल उमेश कुमार त्रिपाठी, अजीत प्रकाश आनन्द और नीरज दोहरे की टीम ने मड़ावरा ब्लॉक के अमान्य विद्यालयों के खिलाफ अभियान चलाया। टीम ने श्री शिवाजी बाल विद्या मन्दिर पूर्व माध्यमिक विद्यालय धवा का निरीक्षण किया। प्रधानाचार्य द्वारा कक्षा 5 तक की मान्यता का प्रमाण पत्र दिखाया गया जबकि विद्यालय में 11वीं तक कक्षायें संचालित की जा रही थीं। धवा में ही शिवाजी विद्या मन्दिर की जाँच की गई। यहाँ कक्षा 1 से 11वीं तक कक्षायें संचालित की जा रही थीं जबकि विद्यालय को किसी भी स्तर की मान्यता नहीं थी। शिव कान्वेण्ट सकूल पहाड़ीकला में कक्षा 1 से 10वीं तक कक्षायें संचालित की जा रही थीं जबकि विद्यालय की मान्यता नहीं है। जाँच समिति ने साइटिफिक गुरुकुल स्कूल बम्हौरी कलाँ का निरीक्षण किया जहाँ 1 से 10 तक की कक्षायें संचालित की जा रही थीं। इतना भी नहीं विद्यालय आवासीय है। इस विद्यालय की मान्यता ही नहीं है। इसके बाद मदर्स प्राइड कान्वेण्ट स्कूल मड़ावरा का निरीक्षण किया गया जहाँ 1 से 8वीं तक कक्षायें संचालित पाई गई जबकि विद्यालय की मान्यता का प्रमाण पत्र नहीं दिखाया गया। स्वामी विवेकानंद एजुकेशन अकैडमि मड़ावरा में कक्षा 1 से 6 तक की कक्षायें संचालित पाई गई जबकि विद्यालय मान्यता प्राप्त नहीं है। पीएन तिवारी जूनियर हाइस्कूल गिदवाहा में कक्षा 6 से 12वीं तक कक्षायें संचालित मिलीं जबकि मान्यता प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया गया। वर्णी जैन पूर्व माध्यमिक विद्यालय मड़ावरा में में 1 से 10 तक कक्षायें संचालित पाई गई जबकि मान्यता 8वीं तक ही है। रानी लक्ष्मीबाई स्कूल मड़ावरा में कक्षा 1 से 10 तक कक्षायें पाई गई जबकि मान्यता 8वीं तक ही है।