सौर नदी में बाढ़, टापू बना बालाबेहट
फोटो-12 ::: ललितपुर : नदी का पुल डूबा, आवागमन प्रभावित, जिला मुख्यालय से कटा इलाका। -जागरण :::
फोटो-12
:::
ललितपुर : नदी का पुल डूबा, आवागमन प्रभावित, जिला मुख्यालय से कटा इलाका। -जागरण
:::
बालाबेहट (ललितपुर) : कस्बा सहित पूरा क्षेत्र सौर नदी में आई बाढ़ से प्रभावित हो गया है। हालत यह है कि पूरा कस्बा टापू जैसा बन गया है। कस्बे का सम्पर्क ़िजला मुख्यालय से कट गया है। क्षेत्र में दोपहर के समय हुई मूसलाधार बारिश से सौर नदी का पुल डूब गया। पुल पर लगभग 5 फीट ऊपर पानी बह रहा है। इससे आवागमन पूरी तरह से बन्द हो गया है। नदी के दोनों ओर वाहनों की लम्बी कतार लगी हुई है। सैकड़ों लोग नदी किनारे खड़े परेशान हो रहे है। सौर नदी के उस पार कछयाहार तिगैला पर ठहरने के लिए कोई धर्मशाला भी नहीं है। शाम के समय अँधेरे में ़जहरीले कीड़े, सर्प आदि भी निकल रहे है। इससे नदी किनारे फँसे लोगों की जान खतरे में है। पुलिस की तैनाती न होने की वजह से कई लोग जान खतरे में डालकर पुल पार भी कर रहे है। शाम के समय ललितपुर से कस्बा लौटने वालों की भीड़ एकत्र रही। यहाँ उनके भोजन आदि की भी व्यवस्था नहीं है।
फोटो-9
:::
ललितपुर : बेतवा किनारे डूबा मन्दिर।
::
रणछोर धाम में उफनायी बेतवा, किनारे का मन्दिर डूबा
- मध्य प्रदेश में हुई मूसलाधार बारिश से बने हालात
ललितपुर : कुछ दिनों से मध्य प्रदेश में हो रही मूसलाधार बारिश के चलते इन दिनों बेतवा नदी उफान पर है, जिसके चलते रणछोर धाम स्थित बेतवा किनारे का मन्दिर आधे से अधिक डूब गया है। लगातार हो रही बारिश से अभी जलस्तर और बढ़ने के आसार जताये गये हैं।
लगभग 1 पखवाड़ा से मध्य प्रदेश के भोपाल, विदिशा, गंजबासौदा, बीना क्षेत्र में मूसलाधार बारिश हो रही है, जिससे भोपाल से आने वाली बेतवा नदी में इन दिनों अपार जलराशि देखी जा रही है। धौर्रा क्षेत्र से बेतवा नदी जनपद में प्रवेश करती है। इन दिनों नदी में बाढ़ जैसे हालात बने हुए है। स्थिति यह है कि लगातार हो रही बारिश के कारण दिन प्रतिदिन बेतवा पूरे वेग के साथ बह रही है, जिसका असर बेतवा के किनारे स्थित विभिन्न धार्मिक क्षेत्रों के साथ-साथ गाँव में भी देखा जा रहा है। इन दिनों रणछोर धाम का ऩजारा देखने लायक है। बेतवा में आयी बाढ़ के कारण किनारे स्थित छोटा-सा शिव मन्दिर आधे से अधिक डूब गया है। कई सीढि़या भी डूबी हुई है। अनुमान लगाया जा रहा है कि आने वाले कुछ दिनो में बेतवा का जलस्तर और अधिक बढ़ेगा, जिससे लोगों की मुश्किलें भी बढ़ सकती है। उधर, बेतवा में बढ़े जलस्तर के कारण आसपास के खेत भी डूब गये है, वहीं खेत पर बसने वाले लोग भी सुरक्षित स्थान पर चले गये है।