योग दिवस पर आज सामूहिक योग करेगा ललितपुर
ललितपुर ब्यूरो : जनपद में 21 जून को चतुर्थ अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस धूमधाम से मनाया जायेगा। मुख्
ललितपुर ब्यूरो :
जनपद में 21 जून को चतुर्थ अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस धूमधाम से मनाया जायेगा। मुख्य आयोजन जिला मुख्यालय स्थित तुवन मंदिर प्राँगण में होगा, जहाँ योगाभ्यास के लिये शहरवासी जुटेगे। आयोजन को सफल बनाने के लिये जिला प्रशासन द्वारा पुख्ता प्रबन्ध किये गये है। आयोजन की कमान प्रभारी जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह सम्हाले है। उन्होंने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को जिम्मेदारियाँ सौंपते हुये कड़े निर्देश दिये है। साथ ही एक दिन पूर्व आयोजन स्थल का जायजा भी लिया।
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस पर 21 जून को तुवन मन्दिर प्राँगण में आयोजित होने वाले योग कार्यक्रम को लेकर जिला प्रशासन द्वारा दो दिन पूर्व से ही तैयारियाँ शुरू कर दी गई थीं। प्रभारी जिलाधिकारी योगेन्द्र बहादुर सिंह ने आयोजन की कमान खुद ही सम्हाल रखी है। उन्होंने विभिन्न विभागीय अधिकारियों को आयोजन के सम्बन्ध में जिम्मेदारियाँ सौंपते हुये समय पर कार्य पूर्ण करने हेतु निर्देशित भी किया है। उन्होंने बताया कि 21 जून को सुबह 7 से 8 बजे के मध्य कार्यक्रम का आयोजन जनपद मुख्यालय सहित विकासखण्ड एवं तहसील स्तर पर होगा। जनपद मुख्यालय पर कार्यक्रम के आयोजन हेतु तुवन मंदिर मैदान को चिन्हित किया गया है। तुवन मन्दिर ग्राउण्ड पर आयोजित होने वाले कार्यक्रम में नगरपालिका परिषद क्षेत्र एवं तहसील क्षेत्र के प्रतिभागी प्रतिभाग करेंगे। प्रभारी जिलाधिकारी ने टेण्ट, बेरीकेटिग, बैनर, होर्डिग्स एवं आयोजन के दिन स्टेज की साज-सच्चा, साउण्ड एवं माईक की व्यवस्था की जिम्मेदारी सूचना अधिकारी को सौंपी गई। अधिशासी अधिकारी नगरपालिका को योग दिवस में प्रतिभाग करने वालों के लिये शुद्ध आरओ वॉटर, जमीन पर मैटिग, फर्श की व्यवस्था करने का दायित्व सौंपा गया। कार्यक्रम स्थल पर डायल 100 की व्यवस्था रहेगी। पार्किग व्यवस्था फूटा बंगला में की गई है।
कार्यक्रम स्थल पर योग दिवस के समय साधकों एवं प्रतिभागियों के आकस्मिक उपचार हेतु डॉक्टर्स की टीम एवं ऐम्बुलेंस की व्यवस्था की जिम्मेदारी मुख्य चिकित्सा अधिकारी को सौंपी गई है। योग दिवस का आयोजन प्रत्येक तहसील एवं विकासखण्ड स्तर पर किया जायेगा। लिहाजा तहसील स्तर पर सम्बन्धित उप जिलाधिकारी संयोजक रहेगे। तहसील महरौनी व विकासखण्ड महरौनी में कार्यक्रम का आयोजन सरस्वती इण्टर कॉलिज महरौनी, तहसील तालबेहट व विकासखण्ड तालबेहट में मर्दन सिंह इण्टर कॉलिज, तहसील मड़ावरा व विकासखण्ड मड़ावरा में सरस्वती इण्टर कॉलिज मड़ावरा, तहसील पाली में जिला परिषद इण्टर कॉलिज पाली, विकासखण्ड बार का आयोजन राजकीय इण्टर कॉलिज बार, जखौरा में जीआइसी जखौरा, बिरधा में किसान इण्टर कॉलिज बिरधा का कार्यक्रम तहसील मुख्यालय एवं ब्लॉक मुख्यालय पर आयोजित किया जायेगा। विकासखण्डों पर कार्यक्रम के लिये सम्बन्धित खण्ड विकास अधिकारी संयोजक एवं खण्ड शिक्षा अधिकारी सह संयोजक बनाये गये है। प्रभारी जिलाधिकारी ने आयोजन की तैयारियों का जायजा लेने के मकसद से 20 जून को कार्यक्रम स्थल का भ्रमण किया। उन्होंने बैरीकेटिग, महिला व पुरुष के अलग-अलग बैठने की व्यवस्था, पेयजल सहित अन्य व्यवस्थाओं की जानकारी ली। इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी शिवनारायण और जिला सूचना अधिकारी पियूष राय भी मौजूद रहे।
साथ में..
निरोग रहने की कला सिखाता है योग
ललितपुर ब्यूरो:
अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की पूर्व संध्या पर पतंजलि महिला योग समिति एवं प्रभावना जन कल्याण परिषद के संयुक्त तत्वावधान में महिला योग समिति जिला प्रभारी प्रीति जैन के संयोजन में परिचर्चा हुई। इस दौरान वक्ताओं ने कहा कि योग हमें निरोग रहने की कला सिखाता है।
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प्रीति जैन।
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करो योग रहो निरोग
पतंजलि योग महिला समिति की जिला प्रभारी प्रीति जैन ने कहा बिना किसी समस्या के जीवनभर स्वस्थ्य रहने का सबसे अच्छा, सुरक्षित, आसान माध्यम अपने जीवन में योग को समलित करना है। इसके लिए केवल शरीर के क्रियाकलाप और श्वास लेने के सही तरीकों का नियमित अभ्यास करने की आवश्यकता है। यह शरीर के तीन मुख्य तत्व शरीर मस्तिष्क और आत्मा के बीच सम्पर्क को नियमित करता है। यह शरीर के सभी अंगों के कार्यकलाप को नियमित करता है और कुछ बुरी परिस्थितियों और अस्वास्थ्यकर जीवन शैली के कारण शरीर और मस्तिष्क को परेशानियों से बचाव करता है। यह स्वास्थ्य ज्ञान और आन्तरिक शान्ति को बनाए रखने में मदद करता है। कहा भी गया है कि करो योग रहो निरोग।
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अरविन्द जैन।
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आत्म जागरुकता का होता है विकास
पतंजलि योग समिति ललितपुर के जिला प्रभारी अरविन्द कुमार जैन का मानना है कि सुबह योग का नियमित अभ्यास हमें अनगिनत शारीरिक और मानसिक तत्वों से होने वाली परेशानियों को दूर रखने के सहायता करता है। साथ ही हमारे शरीर को बाहरी और आन्तरिक राहत प्रदान करता है। योग के विभिन्न आसन मानसिक और शारीरिक मजबूती के साथ ही अच्छाई की भावना का निर्माण करते हैं। यह मानव मस्तिष्क को तेज करता है। बौद्धिक स्तर को सुधारता है और भावनाओं को स्थिर रखकर उच्च स्तर की एकाग्रता में मदद करता है। योग प्रयोग किया गया दर्शन है, जो नियमित अभ्यास के माध्यम से स्व अनुशासन और आत्म जागरुकता विकसित करता है।
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चेतन गुप्ता।
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स्वस्थ्य जीवन को अवसर प्रदान करने में सहायक
महिला पतंजलि योग जिला समिति की सदस्य चेतन गुप्ता का मानना है कि योग का अभ्यास किसी के भी द्वारा किया जा सकता है। क्योंकि आयु, धर्म या स्वास्थ्य परिस्थितियों से परे है। यह अनुशासन और शक्ति की भावना में सुधार के साथ ही जीवन को बिना किसी शारीरिक और मानसिक समस्याओं के स्वस्थ्य जीवन जीने का अवसर प्रदान करता है।
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मनविन्दर कौर।
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नकारात्मक विचार पर रखता है नियंत्रण
पतंजलि महिला योग समिति ललितपुर की सदस्य मनविन्दर कौर का कहना है कि हम योग से होने वाले लाभों की गणना नहीं कर सकते। इसे केवल एक चमत्कार की तरह समझ सकते हैं। जिसे मानव प्रजाति को भगवान ने उपहार के रुप में प्रदान किया है। यह शारीरिक तन्दरुस्ती को बनाए रखता है। तनाव को कम करता है। भावनाओं को नियंत्रित करता है। नकारात्मक विचारों को नियंत्रित करता है और भलाई की भावनाएं मानसिक शुद्धता, आत्म समझ को विकसित करता है साथ ही प्रकृति से जोड़ता है।
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डॉ.सुनील संचय।
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योग एक प्राचीन कला
प्रभावना जनकल्याण परिषद ललितपुर के मानद निदेशक डॉ. सुनील जैन संचय का मानना है कि योग एक प्राचीन कला है, जिसकी उत्पत्ति भारत में लगभग 6000 वर्ष पूर्व हुई थी। पहले समय में लोग अपने दैनिक जीवन में योग और ध्यान पूरे जीवनभर स्वस्थ्य और ताकतवर बने रहने के लिए किया करते थे। आज के इस भीड़ वाले व्यस्त वातावरण में योग करना दिन-प्रतिदिन कम होता जा रहा है, जबकि योग बहुत ही सुरक्षित क्रिया है और किसी के भी द्वारा किसी भी समय की जा सकती है। यहाँ तक कि इससे बच्चे भी लाभ ले सकते हैं। योग वह क्रिया है, जिसके अन्तर्गत शरीर के विभिन्न भागों को एक साथ लाकर शरीर, मस्तिष्क और आत्मा को सन्तुलित करने का एक अभ्यास है।
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विद्या श्रीवास्तव।
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निहित जीवन की दिशा बदलने की शक्ति
योग साधक विद्या श्रीवास्तव का कहना है कि योग की विभिन्न खूबियों में से एक खूबी यह भी है कि बूढे़ या युवा, स्वस्थ्य, फिट या कमजोर सभी के लिए योग का शारीरिक अभ्यास लाभप्रद है। उम्र के साथ-साथ आपकी आसन की समझ और अधिक परिष्कृत होती जाती है। हम बाहरी सीध और योगासन के तकनीकि बनावट पर काम करने बाद अन्दरूनी सूक्ष्मता पर अधिक कार्य करने लगते है और हम सिर्फ आसन में ही जा रहे होते हैं। योग हमारे लिए कभी भी अनजाना नहीं रहा है। हम यह तब से कर रहे हैं जब हम एक बच्चे थे। योग में जीवन की दिशा तय करने की शक्ति है।
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पुष्पेन्द्र जैन।
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जीवन जीने की कला सिखाने में मददगार
करुणा इण्टरनेशनल के पुष्पेंद्र जैन का मानना है कि अन्तर्राष्ट्रीय योग दिवस की घोषणा संयुक्त राष्ट्र की सामान्य सभा में 21 जून को भारत की पहल और सुझाव के बाद की गयी। योग में प्राणायाम और कपाल भाति योग क्रियाएं शामिल हैं, जो सबसे ज्यादा प्रभावी साँस की क्रियाएं हैं। इनका नियमित अभ्यास करने से लोगों को साँस सम्बन्धी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। योग में जो शक्ति है वह दुनिया के और किसी भी व्यायाम में नहीं है। योग के लिए आप प्रतिदिन सुबह बस 20-30 मिनट दें और दिन भर की थकावट से दूर रहे। योग हमें जीवन जीने की कला को सिखाती है।