अमानवीयता: खा़कीधारियों ने घायल दम्पति की मदद के बदले माँगे रुपये
ललितपुर ब्यूरो: जहाँ एक ओर पुलिस प्रमुख सड़क हादसों में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुँच
ललितपुर ब्यूरो:
जहाँ एक ओर पुलिस प्रमुख सड़क हादसों में घायल हुए लोगों को इलाज के लिए अस्पताल पहुँचाकर लोगों को नेक इसान बनने का सन्देश दे रहे है, वहीं दूसरी ओर कुछ खा़कीधारी घायलों की मदद करने के बजाय उनसे धन वसूली कर रहे है। इसकी एक बानगी कोतवाली सदर के सामने उजागर हुई, जहाँ पुलिस कर्मियों ने पीड़ित को अस्पताल पहुँचाने के बजाय रुपयों की माँग कर डाली। खा़की का मुँह भरने में असमर्थता जताने पर घायल दम्पति को कोतवाली के सामने ही रात बिताने को मजबूर होना पड़ा। मामला संज्ञान में आने पर पुलिस अधीक्षक ने नईबस्ती के चौकी प्रभारी और कोतवाली के मुंशी को लाइन हाजिर कर दिया है।
जाखलौन निवासी जगदीश कुशवाहा बीते रोज अपनी पत्नी एवं छोटे बच्चे के साथ मोटरसाइकिल पर अपनी ससुराल ग्राम थनवारा से वापस गाँव की ओर लौट रहा था। देर शाम स्टेशन रोड पर एक अन्य बाइक चालक उसकी मोटरसाइकिल में टक्कर मारते हुए निकल गया, जिससे जगदीश के पैर में गम्भीर चोट आ गई, वहीं बाइक पर सवार पत्नी एवं बच्चा भी चुटहिल हो गया। सूचना मिलने पर मौके पर पहुँचे खा़कीधारी उन्हे दुर्घटनाग्रस्त बाइक समेत लेकर कोतवाली पुलिस गए। आरोप है कि दुर्घटना में घायल हुए दम्पति को इलाज के लिए जिला अस्पताल भिजवाने के बजाय कानून के रखवालों ने उसकी बाइक थाने में रखवा ली तथा सुबह दो हजार रुपये लाकर गाड़ी ले जाने का फरमान सुना दिया। विवश होकर इस परिवार को कोतवाली सदर के सामने बने रैन बसेरा में रात बितानी पड़ी। इस दौरान उनकी चोटों से खून रिसता रहा, लेकिन किसी ने कोई सुध नहीं ली। सुबह टहलने के लिए निकले युवा नेता विजय बुन्देला उर्फ नातीराजा ने पूरी जानकारी होने पर घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल पहुँचाया, जहाँ चिकित्सकों ने जगदीश कुशवाहा के पैर में फ्रैक्चर बताया। कुछ ही देर में यह घटनाक्रम सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसे संज्ञान में लेते हुए पुलिस अधीक्षक ओपी सिंह ने क्षेत्राधिकारी सदर हिमाशु गौरव से तत्काल घटना की जाँच रिपोर्ट तलब कर नईबस्ती चौकी प्रभारी प्रदीप द्विवेदी एवं कोतवाली सदर में तैनात मुंशी बृजेन्द्र को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया।