उमा ने किया खिरियामिश्र कृषि विज्ञान केन्द्र का निरीक्षण
ललितपुर ब्यूरो : रविवार को केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मन्त्री व क्षेत्रीय सासद उमा भारती ने ललित
ललितपुर ब्यूरो :
रविवार को केन्द्रीय पेयजल एवं स्वच्छता मन्त्री व क्षेत्रीय सासद उमा भारती ने ललितपुर के खिरियामिश्र स्थित कृषि विज्ञान केन्द्र का भ्रमण किया। भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह द्वारा उमा भारती को कृषि विज्ञान केन्द्र की उपलब्धियों के बारे में अवगत कराया गया। उन्होने बताया कि कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रयासों से जनपद की फसल सघनता 136 से 180 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है। जनपद में बाँधों के किनारे वाले क्षेत्रफल को मूँग उत्पादन के लिए तैयार किया जा रहा है तथा ऐसे स्थानों पर एक साथ पकने वाली प्रजाति सम्राट का वितरण किसानों के बीच किया जा रहा है। कृषि उन्नत तकनीक के प्रशिक्षण आयोजित करके कृषि तकनीक से कृषकों, महिला, ग्रामीण युवकों को जानकारी उपलब्ध करायी जा रही है, साथ ही किसानों की जानकारी के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र में औषधीय पौधों के कैफ्टिेरिया को विकसित किया जा रहा है, जिसमें लेमनग्रास, गुग्गुल, गिलोह, ग्वारपाठा आदि का रोपण किया गया। निरीक्षण के दौरान उमाभारती ने निर्देशित किया कि जनपद के अनुकूल प्रजातियों का चयन कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा कृषकों को लाभ पहुंचाया जाये। कम पानी के गेंहू के बारे में उन्होंने प्रजातियों के चयन के बारे में भी कहा।
इस अवसर पर निदेशक प्रसार बाँदा, कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, बादा, अध्यक्ष कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा मंत्री को कृषि विज्ञान केन्द्र द्वारा चलाये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों के बारे में बताया। निदेशक ने बताया कि केन्द्र पर सीड हब के कार्यक्रम के अर्न्तगत एक बीज विधायन संयन्त्र का भवन लगभग बनकर तैयार है। इस बीज विधायन संयन्त्र के बन जाने से अपनी उपज का अधिक मूल्य मिलेगा तथा उनको जनपद में ही तैयार होने वाले दलहनी बीज सुगमता से उपलब्ध हो सकेंगे। मन्त्री ने गौशाला जाकर गायों को गुड़ व रोटी भी खिलाई। इस दौरान उन्होंने केन्द्र पर विकसित की गई औषधीय पौध तकनीक पार्क का निरीक्षण भी किया। उमाभारती ने केन्द्र के संचालित कार्यो की सराहना की और कहा कि यह केन्द्र श्रेष्ठ कार्य कर रहा है और उत्तम कार्य करने की अपेक्षा है।
इस अवसर पर सदर विधायक रामरतन कुशवाहा, सासद प्रतिनिधि प्रदीप चौबे, जिलाध्यक्ष रमेश सिंह लोधी, सहायक निदेशक प्रसार, उप निदेषक कृषि, जिला उद्यान अधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, अभियंता सिंचाई विभाग एवं अन्य जिलास्तरीय अधिकारी तथा कृषि विज्ञान केन्द्र के समस्त वैज्ञानिक एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।