पर्यावरण प्रहरियों ने लगाई गौरैया संरक्षण प्रदर्शनी
ललितपुर ब्यूरो : नन्हीं चिड़िया को फिर से अपने घर आगन के वातावरण को गुलजार करने के उद्देश्य से मानव आ
ललितपुर ब्यूरो : नन्हीं चिड़िया को फिर से अपने घर आगन के वातावरण को गुलजार करने के उद्देश्य से मानव आर्गनाइजेशन, करूणा इण्टरनेशनल, विन्ध्य सृजन सेवा समिति, सर्वोदय अहिंसा अभियान आदि संगठनों के संयुक्त तत्वावधान में स्थानीय पी. एन. इण्टर कालेज परिसर शहर कोतवाली के सामने 'विश्व गौरैया दिवस' के उपलक्ष्य में प्रकृति रक्षा के संकल्पों के साथ एक भव्य प्रदर्शनी का आयोजन किया गया। साथ ही प्रतिभागियों को पर्यावरण प्रहरी प्रशस्तिपत्र से सम्मानित किया गया। इस अवसर पर कृत्रिम घरौंदे, मृदा जलपात्र एवं सर्वोदय अहिंसा अभियान के सहयोग से पर्यावरण बिगड़ने के प्रतिकार स्वरूप कपड़े के थैले वितरित किये गये।
कार्यक्रम में कोलकाता पब्लिक स्कूल, रानी लक्ष्मीबाई पब्लिक स्कूल, सिद्धि सागर अकैडमि, पूर्व माध्यमिक विद्यालय डुलावन बार, पूर्व माध्यमिक विद्यालय वस्त्रावन बार, श्री वर्णी जैन इण्टर कालेज, एस.डी.एस. कान्वेन्ट स्कूल, सरस्वती ज्ञान मन्दिर बालिका इण्टर कालेज, राजकीय इण्टर कालेज, माहेश्वरी एकेडमी, पर्ल एकेडमी सागर म.प्र., सुधा सागर इण्टर कालेज, सरस्वती शिशु मन्दिर, नेहरू महाविद्यालय, दीपचन्द्र चौधरी महाविद्यालय, पहलवान गुरूदीन महाविद्यालय पनारी, आचार्य विद्या सागर उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय मड़ावरा, रघुवीर सिंह राजकीय महाविद्यालय आदि विद्यालयों के सैंकड़ो बच्चों ने गौरैया संरक्षण से सम्बन्धित विभिन्न विषयों एवं आकृतियों को उकेरा।
प्रदर्शनी का शुभारम्भ महेश प्रसाद दीक्षित उपजिलाधिकारी सदर ने फीता काटकर किया। उन्होंने गौरैया एवं पर्यावरण संरक्षण के दिशा में संस्था द्वारा किये जा रहे इस अनूंठे प्रयास की प्रशसा की। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनी के माध्यम से किये जा रहे गौरैया संरक्षण के प्रयासों से निश्चय ही पक्षियों को जीवनदान मिलेगा और घर-आगन को गुलजार करने वाली चिड़ियों की मधुर चहचहाहट पुन: लौटेगी। उन्होंने बाल कलाकारों की नन्हीं तूलिकाओं से उकेरे गये प्रकृति एवं गौरैया संरक्षण के विविध सतरंगों से भरे आकर्षक पोस्टरों, चित्रों एवं मॉडलों को विशेष रूप से सराहा। उन्होंने कहा - नि:संदेह संस्था के प्रयासों से सैंकड़ों सालिम अली तैयार होंगे, जिससे लुफ्त हो रही गौरैया तो बचेगी ही और साथ-साथ प्रकृति भी झूमेगी, नाचेगी।
समापन सत्र में जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह ने प्रदर्शनी का अवलोकन किया और संस्था के प्रयासों कीे सराहना करते हुये इस तरह के रचनात्मक आयोजनों की निरन्तरता पर बल दिया। उन्होंने कहा कि ये प्रदर्शनी न सिर्फ प्रकृति संरक्षण की दिशा में कार्य कर रही है, बल्कि संस्था द्वारा गौरैया संरक्षण के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण की दिशा में सराहनीय प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कार्यक्त्रम के प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित करके उत्साहवर्द्धन किया।
इस अवसर पर भारतीय संस्कृति के प्रबल पक्षधर एवं चिन्तक धर्मेन्द्र गोस्वामी ने प्रदर्शनी में प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र वितरित करने के दौरान कहा कि भारतीय संस्कृति में लोगों के घरों में गौरैया के घोंसलों का होना अत्यन्त शुभ माना जाता है। मानव आर्गनाइजेशन के अध्यक्ष पुष्पेन्द्र सिंह चौहान ने प्रदर्शनी में कहा कि हमारे घर आगन में चहकने और फुदकनेवाली गौरैया की आबादी में 60 से 80 फीसदी कमी आई है, कहीं कहीं तो यह बिल्कुल नहीं दिखाई देती। यही कारण है, गौरैया को बचाने के लिए हर वर्ष 20 मार्च को विश्व गौरैया दिवस मनाना पड़ रहा है। हमारी संस्था के सैंकड़ों नि:स्वार्थ कार्यकर्ता चिड़ियों के लिए रोज दाना और पानी रखते है। युवा अधिवक्ता स्वतंत्र व्यास ने कहा कि मनुष्यों के दु:ख-दर्दो को दूर करने के लिए तो कोर्ट, कचहरी, और पुलिस बनी है, लेकिन मूक-निरीह प्राणी अपनी पीड़ा को कहने आखिर किसके पास जायें। पर्यटन मित्र फिरोज इकबाल ने कहा कि पर्यावरण संरक्षण हमारे शासन प्रणाली का प्रमुख मुद्दा होना चाहिए, जब पर्यावरण संरक्षित होगा, तभी जैव विविधता बचेगी। उन्होंने कहा कि विश्व गौरैया दिवस का आयोजन पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास है।
कार्यक्रम को सफल बनाने में शैडो गु्रप, मिशन बेटियाँ, सर्वोदय अहिंसा अभियान, बुन्देलखण्ड मिरर, स्वामी ब्रह्मानंद बिग्रेड, गौपुत्र सेना, ललितपुर जागरूकता अभियान, मुक्ति संस्था, राष्ट्रीय युवा योजना आदि संस्थाओं का महत्वपूर्ण योगदान रहा।
प्रदर्शनी के आयोजन में विनोद त्रिपाठी, रमेश सिंह एड, ऋषि हीरानन्दानी, सन्तोष शर्मा, सुरेन्द्र नारायण शर्मा, विनीत चतुर्वेदी, राजेन्द्र रजक, प्रेस क्लब अध्यक्ष राजीव बबेले सप्पू, सत्येन्द्र सिंह सिसौदिया, अजय बरया, राहुल जैन, महेन्द्र सिंह राजपूत, शेर सिंह यादव एड., सचिन जैन बॉस, पुष्पेन्द्र जैन शिक्षक, डॉ.सुनील संचय, गन्धर्व सिंह राजपूत, सर्वदेव तिवारी, कैलाश अग्रवाल, डॉ.दीपक चौबे, डॉ.विजय विभूति, विजय मिश्रा, भूरे महाराज, बृजेन्द्र सिंह चौहान एड., रामनरेश दुबे एड., संजय सेन बुढ़वार, अनुराग चतुर्वेदी, ब्रजेश श्रीवास्तव, अभिषेक सेन, राजेश मिश्रा, मनीष दुबे, अमित विजय शर्मा, सुनील पटैरिया, प्रशान्त शुक्ला ने मौजूद रहकर प्रतिभागियों का उत्साहवर्द्धन किया।