Move to Jagran APP

जनपद में बिजली चोरी हुई, तो ़िजम्मेदार होंगे मीटर रीडर

ललितपुर ब्यूरो : अब मीटर रीडर उपभोक्ताओं का शोषण नहीं कर सकेंगे। समय-समय पर क्षेत्रीय जेई अथवा विभाग

By JagranEdited By: Published: Sat, 13 Jan 2018 02:02 AM (IST)Updated: Sat, 13 Jan 2018 02:02 AM (IST)
जनपद में बिजली चोरी हुई, तो ़िजम्मेदार होंगे मीटर रीडर
जनपद में बिजली चोरी हुई, तो ़िजम्मेदार होंगे मीटर रीडर

ललितपुर ब्यूरो : अब मीटर रीडर उपभोक्ताओं का शोषण नहीं कर सकेंगे। समय-समय पर क्षेत्रीय जेई अथवा विभागीय कर्मचारियों को भेजकर रीडिग लेने का कार्य कराया जाएगा। जेई के साथ एसडीओ को भी आदेश जारी करने की बात कहकर पावर कारपोरेशन द्वारा दिशा-निर्देश जारी किए गए है। वह समय-समय पर उपभोक्ताओं के आवास और प्रतिष्ठानों पर लगे मीटर को चेक करें। चेकिंग के दौरान मीटर की रीडिग लेने के साथ ही पिछले बिलों को भी चेक किया जाएगा। इसके साथ ही यदि कहीं बिजली चोरी अथवा रीडिग स्टोर का मामला पकड़ा जाता है, तो इसके लिए सीधे तौर पर मीटर रीडर जिम्मेदार होंगे और उन्हे तुरन्त हटाया जाएगा। यह निर्देश अधीक्षण अभियन्ता इजी.पी.आर.सिंह ने जिला परिषद स्थित खण्ड कार्यालय में मीटर रीडर्स की बैठक लेते हुए कही। उन्होंने सीधे साफ लहजों में कहा कि सुधर जाएं, वरना कार्रवाई के लिए तैयार रहे।

loksabha election banner

मीटर की सही जानकारी विद्युत कार्यालय तक मिले। इसके पश्चात इस पर धनराशि नियत की जाए। इस महत्वपूर्ण कार्य को सम्पन्न बनाने के लिए टेण्डर प्रक्रिया अपनायी गयी है। जिन ठेकेदारों को जिम्मेदारी मिली हुई है वह मीटर चेकिंग के नाम पर उपभोक्ताओं पर जुल्म ढा रहे है। हालाँकि ठेका देने से पहले ही विभाग ने करार करवा लिया था कि ड्रेस व नाम पट्टिका के साथ कर्मी विद्युत कर्मी रीडिंग लेने के लिए पहुंचेंगे लेकिन देखने में आ रहा है कि कभी कोई मीटर रीडिग के लिए आ धमकता तो कभी कोई अन्य दूसरा। इस पूरे मामले से जाहिर होता है कि ठेकेदार द्वारा भी इन लोगों के लिए मनमानी करने की छूट मिली हुई है। यही वजह है कि रीडिग के लिए पहुँचने वाले लोग उपभोक्ताओं से सीधे तौर पर उत्कोच माँगते है। रोजाना मिल रही इस तरह की शिकायतों को संज्ञान में लेते हुए विद्युत पावर कारपोरेशन ने दिशा-निर्देश जारी किए है। अब घरों की रीडिग जाँचने हेतु सम्बन्धित अवर अभियन्ता व उप खण्ड अधिकारी को निर्देश दिए गए है। रोजाना तो नहीं, लेकिन वह समय-समय पर मीटरों की जाँच कर रीडिग की जानकारी लेंगे। यदि कहीं शिकायत है तो वहाँ गहनता से जाँच करेगे। मामला पकड़े जाने पर सम्बन्धित मीटर रीडर के खिलाफ कार्यवाही भी की जाएगी। इन्हीं सब निर्देशों की जानकारी मीटर रीडर्स को देने के मकसद से अधीक्षण अभियन्ता इजी. पीआर सिंह ने जनपद के सभी मीटर रीडर्स की बैठक ली। जिसमें उन्होंने अनियमितता मिलने पर कार्रवाई की बात कही। साथ ही बिलिंग भी शत-प्रतिशत करने हेतु निर्देश दिए। कहा कि साइड पर जो भी गड़बड़ियाँ है, वह इसकी रिपोर्ट कार्यालय में दर्ज कराए। यदि जाँच के दौरान यदि मामला पकड़ाई में आया तो मीटर रीडर्स सीधे तौर पर जिम्मेदार होंगे और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा उन्होंने सभी घरों के बाहर मीटर व खराब मीटरों को हटाकर उनके स्थान पर सही मीटर लगाने हेतु निर्देश दिए। इसके अलावा जो भी कनेक्शन आईडीएफ अथवा मीटर खराब के है, उसकी लिस्ट कार्यालय में दें। समय से उपभोक्ताओं को बिल दें और रेवेन्यू प्राप्त करने में विभाग में की मदद करे। बैठक में अधिशाषी अभियन्ता प्रथम इजी. डीआर विमलेश, अधिशाषी अभियन्ता ग्रामीण इजी.आकाश सचान, उप खण्ड अधिकारी तालबेहट महेश चन्द्र विश्वकर्मा, उप खण्ड अधिकारी महरौनी सौरभ पटैरिया, अवर अभियन्ता विनय साहू, बिलिंग सुपरवाइजर तौसीफ सलीम मून आदि मौजूद रहे।

::

बॉक्स में -

उपभोक्ता के साथ विभाग को होगा लाभ

समय-समय पर बिजली अधिकारियों द्वारा मीटर रीडिग लेने की व्यवस्था से विभाग के साथ उपभोक्ताओं को भी लाभ होगा। मीटर खराब होने पर मीडर रीडर कम बिल बनाकर उपभोक्ता से सुविधा शुल्क लेता है। इसके साथ ही वह भी कर्मचारी उपभोक्ता का शोषण करते है, जो मीटर लगाने के लिए जाते है। क्योंकि यह कर्मचारी विभाग के नहीं होते, इसलिए सख्त कार्यवाही नहीं की जा सकती। जब जेई और एसडीओ मीटर चैक करने जाएंगे तो यह जानकारी भी रहेगी कि किस उपभोक्ता का मीटर खराब है और किसका सही। खराब मीटर जाँच के लिए भेजा जाता है तो इसकी जानकारी हो जाती है कि मीटर उपभोक्ता ने खराब कराया है या स्वयं खराब हुआ है। मीटर खराब कराया गया होता है तो इसका हर्जाना भी उपभोक्ता से लिया जाता है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.