दोमुहां सांप की तस्करी से जुड़े आशिक अली की हत्या के तार
संवादसूत्र धौरहरा (लखीमपुर) मंगलवार की देर रात शेखनपुरवा गांव में हुई आशिक अली की हत्या के तार दो मुहां सांप की तस्करी से जुड़ रहे हैं। हालांकि मृतक की पत्नी ने तहरीर में पैसे के लेनदेन का विवाद दर्शाते हुए चार लोगों को नामजद किया है।
लखीमपुर : मंगलवार की देर रात शेखनपुरवा गांव में हुई आशिक अली की हत्या के तार दो मुहां सांप की तस्करी से जुड़ रहे हैं। हालांकि मृतक की पत्नी ने तहरीर में पैसे के लेनदेन का विवाद दर्शाते हुए चार लोगों को नामजद किया है। तफ्तीश के दौरान पुलिस सबसे पहले शेखनपुरवा के तीन नामजद लोगों को तलाश रही है। इस से पुलिस को राजफाश होने की उम्मीद है। इसी के साथ पुलिस को आशिक अली के मोबाइल फोन की भी तलाश है जो उसकी हत्या के बाद से गायब है। पुलिस को उम्मीद है कि मोबाइल भी कई बड़े राज खोलेगा। अभी तक पुलिस मोबाइल फोन तो दूर मोबाइल नंबर तक का पता नहीं लगा सकी है। एफआईआर में लखनऊ निवासी एक व्यक्ति का नाम तो है लेकिन, उसका पता किसी को नहीं मालूम। आशिक अली के परिवार से मिली जानकारियों के आधार पर एक टीम लखनऊ भी रवाना की गई है। ऐसे हुई थी कत्ल की वारदात
सिसैयाकला के निवासी आशिक अली (40) पुत्र शहीद की मंगलवार की रात ग्राम शेखनपुरवा मे धर्मकांटा के पास गोली मार कर हत्या की गई थी। आशिक की पत्नी रेशमा के मुताबिक मंगलवार की रात शेखनपुरवा के तीन लोग उसे लखनऊ निवासी व्यक्ति से हिसाब करने की बात कहकर घर से लाए थे। इसी रात आशिक के बड़े भाई पच्चू ने शेखनपुरवा के ईंट भट्ठे से लौटते हुए धर्मकांटा के पास गोलियों की आवाज सुनी। पास जाकर देखा तो उसे अपने भाई आशिक का शव मिला। इसके बाद घटना की खबर फैली और पुलिस मौके पर पहुंच गई। ग्रामीण बताते है कि मंगलवार की रात उन्होंने धर्मकांटा के पास फायरिग की आवाजें सुनी थी और स्विफ्ट डिजायर गाड़ी से कुछ लोगो को भागते देखा था। ग्रामीण बताते हैं कि घटना के समय तीन फायर हुए थे जबकि आशिक को एक ही गोली लगी है। गोली लगने के बाद भागा आशिक कुछ दूर जाकर गिर गया। छानबीन के दौरान पुलिस को आशिक अली की मोटरसाइकिल भी मौके से ही मिल गई।