हादसे से बेपरवाह डग्गामार वाहन भर रहे हाईवे पर फर्राटा
खामोशी बहुत कुछ बयां कर रही है। वही कुछ माह पहले नेशनल हाइवे 24 पर जमुका भीषण सड़क हादसे में 17 लोगों की मौत के बाद भी जंगबहादुरगंज से शाहजहांपुर शहाबाद व जहानीखेड़ा सहित अन्य मार्गों पर संचालित हो रहे डग्गामार मैजिक टैम्पो व बसों सहित अन्य वाहनों के बेरोकटोक दौड़ते रहे।
लखीमपुर: कस्बे से संचालित होने वाले डग्गामार वाहनों पर रोक लगाने में विभागीय जिम्मेदार फेल हो चुके हैं। यहां से गुजरने वाली निजी बसें जो दिल्ली तक का सफर कराती या फिर मैगलगंज, शाहजहांपुर, पिहानी व मोहम्मदी आदि मार्गों पर चलने वाले अवैध वाहनों पर कोई भी ट्रैफिक नियम लागू नहीं होते।
वजह भी हर कोई जानता है, लेकिन आखिर कब तक लोगों की जिदगियों से किया जाएगा। कब लग पाएगा इन वाहनों पर ब्रेक। बीते दिनों पिहानी से दिल्ली जाने वाली डग्गामार बस जेबीगंज में पलटने से कई यात्री घायल हुए थे। इससे पहले एनएच 24 पर भी यह बसें पलट चुकी हैं। जांच से बचने के लिए लिक रोड पर बस दौड़ाते समय हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से बस जल गयी थी, जिसमें भी दर्जन भर के करीब यात्री घायल हुए थे। इसके अलावा इन बसों से परिवहन विभाग को भी नुकसान हो रहा। लेकिन सबकुछ जानकर भी जिम्मेदारों की खामोशी बहुत कुछ बयां कर रही है। वही कुछ माह पहले नेशनल हाइवे 24 पर जमुका भीषण सड़क हादसे में 17 लोगों की मौत के बाद भी जंगबहादुरगंज से शाहजहांपुर, शहाबाद व जहानीखेड़ा सहित अन्य मार्गों पर संचालित हो रहे डग्गामार मैजिक, टैम्पो व बसों सहित अन्य वाहनों के बेरोकटोक दौड़ते रहे। जबकि बीती 28 अप्रैल 2018 को उचौलिया कस्बे के निकट टाटा मैजिक के ट्रक में पीछे से घुसने के बाद हुई 12 मौत पर तत्कालीन अपर परिवहन आयुक्त परिवर्तन वीके सिंह सहित तत्कालीन एसपी व डीएम खीरी शैलेंद्र कुमार सिंह ने हाइवे सहित अन्य मार्गो पर चल रहे डग्गामार वाहनों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्यवाही किए जाने की बात कही थी। कुछ दिनों तक डग्गामार वाहनों की रफ्तार कम होने के साथ ही सवारियां भी मानक के अनुसार बैठाई गयीं लेकिन समय गुजरने के साथ ही फिर से नियम ताक पर रख दिए गए। वाहन के अंदर बैठाने के साथ ही कई सवारियों को साइड में भी लटका लेते है। ऐसे में किसी बड़े हादसे की संभावना लगातार बनी रहती है।